पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए बिना दस्तावेज वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों को तेजी से नागरिकता देने के लिए नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 (सीएए) का नोटिफिकेशन आज जारी किया जा सकता है।
देश के 62 प्रतिशत लोग नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का समर्थन करते हैं। वहीं असम के 68 प्रतिशत लोग इस कानून के खिलाफ हैं। आईएएनएस-सीवोटर सर्वेक्षण में शनिवार को इस बात की जानकारी सामने आई।
संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में जारी प्रदर्शनों के बीच गुजरात के एक सांसद ने शनिवार को पाकिस्तान से एक दशक पहले आये हिंदू परिवार के तीन सदस्यों को नागरिता का प्रमाण पत्र सौंपा।
भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि नागरिकता संशोधन अधिनियम पर विपक्ष और मुख्यतः कांग्रेस द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है और पार्टी विपक्ष की भ्रम और झूठ की राजनीति का जवाब देने के लिये 10 दिनों का एक विशेष अभियान चलायेगी और तीन करोड़ से ज्यादा परिवार से संपर्क करेगी।
देर रात दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके से भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। चंद्रशेखर पर लोगों को उकसाने का आरोप है। शुक्रवार की दोहपर जुमे की नमाज पढ़ने के बाद जो प्रदर्शन हो रहा था उसमें अचानक ही चंद्रशेखर नजर आए थे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकारों को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को खारिज करने की कोई शक्ति प्राप्त नहीं है क्योंकि इसे संविधान की सातवीं अनुसूची की संघ सूची के तहत लाया गया है।
नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश के कई शहरों में आज भी हिंसक प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों में 6 लोगों की मौत हो गई। वहीं मेरठ में हिंसा कर रहे प्रदर्शनकारियों को काबू करने के दौरान दो पुलिसकर्मियों को प्रदर्शनकारियों ने गोली मार दी।
राजधानी नई दिल्ली के दरियागंज में चल रहा प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है। यहां प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ पुलिसकर्मियों पर पत्थर बरसाए बल्कि एक वाहन में आग भी लगा दी।
नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ जगह-जगह हो रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर सरकार ने प्रदर्शनकारियों से सुझाव मांगा है।
जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए। पुलिस ने बताया कि नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के लिए लोग मस्जिदों में नमाज के बाद सड़कों पर आ गये।
उत्तर प्रदेश के कई शहरों से जुम्मे की नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन की खबरें हैं। सीएम योगी के गृह जिले गोरखपुर, बहारइच और यूपी वेस्ट के मुजफ्फरनगर से उग्र प्रदर्शन देखने को मिला है।
राज्य के कई शहरों में भी हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे। इतिहासकार रामचंद्र गुहा भी बेंगलुरू के टाउन हॉल इलाके में प्रदर्शन करने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
उत्तर प्रदेश में हिंसक संघर्ष हुआ जहां 12 से अधिक वाहनों को जला दिया गया। हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गयी।
रंधावा ने कहा कि शहर में सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस को ‘‘पड़ोसी राज्यों से जन आंदोलनों के बारे में सूचना मिली थी और समुचित प्रबंध किये गये है।’’
संभल के जिलाधिकारी अविनाश के सिंह ने कहा, ‘‘जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं। यहां भीड़ ने एक बस को आग लगा दी जबकि एक अन्य को क्षतिग्रस्त कर दिया।’’
CAA पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर, 2014 तक धार्मिक उत्पीड़न के चलते आने वाले हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए है।
पटना में, एआईएसएफ और एआईएसए जैसे वाम समर्थित छात्र संगठनों के कार्यकर्ता सुबह राजेंद्र नगर टर्मिनस में प्रवेश कर पटरियों पर बैठ गए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार हर संस्था की सुरक्षा व सम्मान की रक्षा के लिए प्रतिबद्घ है, लेकिन गुंडागर्दी किसी की भी नहीं चलने दी जाएगी।
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के सुनियोजित विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ओखला अंडरपास और मथुरा रोड का एक हिस्सा आज यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
नागरिकता कानून को लेकर मंगलवार को दिल्ली का जाफराबाद सुलग उठा। दोपहर में अचानक जाफराबाद की तस्वीर बदल गई। सैंकड़ों की संख्या में पत्थरबाज़ अचानक सड़कों पर उतरे और पुलिस पर पत्थराव करने लगे। जवाब में पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागे।
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