संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच बाजवा ने कहा कि सरकार को अहमदियों के लिए मानवीय कदम उठाने की जरूरत है, जिन्हें लगातार प्रताड़ना के कारण पाकिस्तान से भागना होगा।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि मुस्लिम बहुल देशों में उन्हें मिल रहे जबर्दस्त समर्थन से कांग्रेस और उसके सहयोगी परेशान है और इसीलिए वे भ्रम और अफवाह फैला रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख साथियों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत है। ये रियायत तब की भारत की सरकार के वादे के मुताबिक है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम भारत के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि नया कानून लाकर राजग सरकार मुसलमानों के साथ कोई नाइंसाफी नहीं कर रही है।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मोदी का पुतला निकालकर जितने जूते मारना है मारो, पुतला फूंकना है फूंको मगर देश की संपत्ति मत जलाओ, गरीब का रिक्शा मत फूंको।
एक अनुमान के मुताबिक भारत में 40,000 रोहिंग्या रह रहे हैं। इनमें से ज्यादातर देशभर में शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर कथित धार्मिक प्रताड़ना के चलते भारत आए हिंदू शरणार्थियों ने संशोधित नागरिकता कानून (CAA) का स्वागत करते हुए भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का रविवार को सम्मान किया।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमेन ने कहा कि CAA और NRC भारत के ‘आंतरिक मुद्दे’ हैं, लेकिन उन्होंने साथ ही चिंता जताई कि देश में ‘अनिश्चितता’ की कोई भी स्थिति पड़ोसी मुल्कों पर असर डाल सकती है।
मुंबई और बेंगलुरु में भी CAA के समर्थन में लोगों की भारी भीड़ जुटी है और लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि संशोधित नागरिकता काननू (CAA) केवल मुसलमानों के लिए नहीं बल्कि सभी भारतीयों के लिए चिंता का विषय है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शनिवार को पुणे में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को आशंका जताई है कि भारत घरेलू परिस्थितियों से ध्यान भटकाने के लिए उसके खिलाफ ‘छद्म कार्रवाई’ कर सकता है।
भारत ने नागरिकता कानून पर की गई मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद की टिप्पणी पर सख्त तेवर दिखाया है।
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने शनिवार को 'भाषा' को बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई हिंसा में अब तक 16 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें से मेरठ में चार, फिरोजाबाद में तीन, कानपुर और बिजनौर में दो-दो, वाराणसी, संभल, रामपुर और लखनऊ में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
इंडिया गेट पर शनिवार को सैकड़ों छात्रों, पेशेवरों और नागरिक समाज संस्थाओं के कार्यकर्ताओं ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन किया। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने शनिवार को लगातार सातवें दिन विश्वविद्यालय परिसर के बाहर प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हिंसा की वारदात में 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से 57 को गोलियां लगी हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने कानपुर में यतीमखाना पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया।
खान ने पीटीआई-भाषा से कहा कि पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन में कथित रूप से 20 लोगों की मौत हुई। उन्होंने मृतकों की कथित सूची भी साझा की।
देश के 62 प्रतिशत लोग नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का समर्थन करते हैं। वहीं असम के 68 प्रतिशत लोग इस कानून के खिलाफ हैं। आईएएनएस-सीवोटर सर्वेक्षण में शनिवार को इस बात की जानकारी सामने आई।
सूत्रों के अनुसार इस धरने में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के भाग लेने की संभावना है।
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