एक तय अवधि में लिए जाने वाले लोन की संख्या कम से कम रखने की कोशिश करें। सिबिल स्कोर को घटने से बचाने के लिए एक लोन चुकाएं और फिर दूसरा लें। अगर आप एक साथ कई लोन लेते हैं, तो यह दिखाएगा कि आप एक ऐसे चक्र में फंसे हुए हैं जहां आपके पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं।
एक हाई क्रेडिट स्कोर आपको अधिक बार्गेनिंग पावर देता है, यानी आप अपनी मनपसंद डील पाने के लिए मोलभाव कर सकते हैं। आप कम ब्याज दर पर लोन पा सकते हैं।
एक तय अवधि में लिए जाने वाले लोन की संख्या कम से कम रखने की कोशिश करें। सिबिल स्कोर को घटने से बचाने के लिए एक लोन चुकाएं और फिर दूसरा लें।
क्रेडिट स्कोर की मदद से ही बैंक ये पता लगाते हैं कि किसी ग्राहक को लोन देने में कितना रिस्क है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर कुछ ज्यादा ही खराब है तो बैंक आपको लोन देने से सीधा मना कर सकता है।
CIBIL score : हाई क्रिडिट स्कोर वाले आवेदकों के लिए ऋणदाता अक्सर अप्रूवल प्रोसेस को फास्ट करते हैं, क्योंकि उन पर जोखिम कम होता है।
आपको अच्छा क्रेडिट व्यवहार प्रदर्शित करना जारी रखना चाहिए और अपना स्कोर और बढ़ाना चाहिए। इसके लिए आपको और वित्तीय अनुशासन का पालन करना चाहिए। सिबिल स्कोर का लोन और क्रेडिट कार्ड से सीधा कनेक्शन होता है।
CIBIL, इक्विफैक्स, एक्सपीरियन और हाई मार्क क्रेडिट इंफॉर्मेशन सर्विसेज भारत में प्रसिद्ध क्रेडिट स्कोर देने वाली कंपनियां हैं।
RBI New Rule: केंद्रीय बैंक द्वारा कहा गया है कि अगर कोई क्रेडिट इंस्टीट्यूशन गलत क्रेडिट रिपोर्ट को सही करने में 30 से अधिक का समय लगता है तो उसे ग्राहक को मुआवजा देना होगा।
क्रेडिट स्कोर के कैलकुलेश में रीपेमेंट हिस्ट्री के साथ क्रेडिट यूटिलाइजेशन, क्रेडिट मिक्स और अवधि की बड़ी भूमिका होती है। क्रेडिट स्कोर किसी भी व्यक्ति की वित्तीय आदतों की जानकारी देता है।
देश में अधिकांश लोग आजकल डिजिटल पेमेंट के लिए गूगल पे और पेटीएम का इस्तेमाल करते हैं। इन दोनों ही ऐप्स में कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। आइए आपको बताते हैं कि कैसे आप गूगल पे और पेटीएम में अपना सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं।
CIBIL Score: अगर आप बार-बार अपना सिबिल स्कोर चेक करते हैं तो यह आपको किसी बड़े नुकसान में डाल सकता है। अलग-अलग ऐप से चेक करना तो एक मुसीबत को दावत देना है।
SBI की वेबसाइट के अनुसार, 750 या उससे अधिक के क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों के लिए, नियमित होम लोन की ब्याज दर न्यूनतम 9.15% (EBR+0%) है।
जब हम बैंक में लोन लेने जाते हैं तो हमें लोन हमेशा सिविल स्कोर को देखकर ही दिया जाता है। दूसरी ओर हमारा सिविल स्कोर कभी-कभी जीरो पर पहुंच जाता है, ऐसे में हम परेशानी में आ जाते हैं। आज हम आपको सिविल स्कोर से जुड़ी हर बात के बारे में बतलाने वाले हैं।
किसी भी बैंक से लोन लेने के लिए केवल आधार कार्ड और PAN card होना ही काफी है। इसे गलत हाथों में जाने से स्कैम करने वाले लोग आपके नाम पर फर्जी लोन ले सकते हैं। कहीं आपके नाम पर भी कोई फर्जी लोन तो नहीं ले रखा है? इसे ऑनलाइन घर बैठे चेक करने के लिए फॉलो करें ये स्टेप।
कम ब्याज दर पर होम लोन, कार या पर्सनल लोन लेने के लिए क्रेडिट और सिबिल स्कोर का सही होना जरूरी है। इन मामलों में महिलाएं पुरुषों से आगे निकलती हुई नजर आ रही है। क्या आपको इसके पीछे की वजह पता है? महिलाएं लोन लेने के बाद इसे समय पर चुकाने में आगे क्यों हैं।
दरअसल, डेटा एनालिटिक्स और क्रेडिट स्कोर मुहैया कराने वाली कंपनी, एक्सपीरियन इंडिया ने व्हाट्सएप के जरिये क्रेडिट स्कोर मुहैया कराने की सेवा शुरू करने की घोषणा की है।
Cibil Score: बैंक (Bank) सभी व्यक्ति को लोन नहीं देते हैं। वो सिबिल स्कोर (Cibil Score) के आधार पर लोन का आवंटन करते हैं।
सिबिल में 700 अथवा इससे अधिक स्कोर रखने वाले ग्राहकों के लिए 50 लाख रुपए तक के होम लोन पर ब्याज की दर 6.90 प्रतिशत से शुरू होगी।
बैंक ऑफ इंडिया (बीओआ ) कर्ज मामले में अच्छी साख के साथ ऊंचा सिबिल स्कोर (अंक) पाने वाले लोगों को 30 लाख रुपए और उससे अधिक के होम लोन कम ब्याज पर देगा।
क्रेडिट कार्ड हमारे लिए एक वरदान की तरह है, लेकिन यदि आपने इसका इस्तेमाल जिम्मेदारी के साथ नहीं किया तो यह आपके गले की फांस भी बन सकता है।
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