लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 400 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने शनिवार को यह बयान दिया है।
लोजपा के स्थापना दिवस के मौके पर वीणा देवी सांसद और स्व. रामविलास पासवान के पुत्र चिराग के साथ मंच पर पहुंची थी। इसके बाद यह बड़ा फैसला लिया गया है।
चिराग ने कहा है कि पहले भी JDU के कई नेता उनकी पार्टी में आए हैं और आगे जाकर भी आएंगे। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी का भविष्य ही नहीं है वहां कोई क्यों रहेगा।
दिवंगत रामविलास पासवान द्वारा स्थापित लोजपा उनके निधन के कुछ महीनों बाद 2021 में उस समय विभाजित हो गई थी, जब पशुपति कुमार पारस ने पार्टी के अन्य सांसदों के समर्थन से चिराग के खिलाफ विद्रोह कर दिया था।
पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि वह अपने भतीजे चिराग पासवान के लिए हाजीपुर लोकसभा सीट नहीं छोड़ेंगे। पारस ने कहा कि हम हर साल 28 नवंबर को लोजपा का स्थापना दिवस मनाते हैं। हम इस साल भी ऐसा करेंगे, लेकिन समारोह पटना की जगह हाजीपुर में आयोजित किया जाएगा।
चिराग पासवान ने हाजीपुर सीट पर महिला कार्ड खेलने की कोशिश की है। उन्होंने अपनी मां (रीना पासवान) को हाजीपुर से चुनाव लड़वाने की बात कही है। इसी पर जब पशुपति पारस से सवाल किया गया तो उन्होंने बता दिया कि हाजीपुर सीट पर दावेदारी मेरी ही है।
अब चिराग पासवान का पशुपति पारस के साथ एक नया विवाद शुरू होने की आशंका है। पारस के नेतृत्व वाले समूह को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के रूप में जाना जाता है, वहीं चिराग के नेतृत्व वाले समूह को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) कहा जाता है।
चिराग पासवान ने कहा है कि गठबंधन में किसी भी विषय को लेकर घटक दलों से बातचीत करनी चाहिये। इस बारे में मीडिया से बात करने का सही मंच नहीं है। मीडिया के कैमरे और माइक आपको टिकट नहीं देंगे।
बिहार में लोकजनशक्ति के दोनों गुटों के चीफ यानी चाचा-भतीजे के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। एक तरफ चाचा पशुपति पारस ने भतीजे चिराग को लेकर तीखा बयान दिया है तो वहीं चिराग ने चाचा को हिदायत दे दी है। देखें वीडियो-
चिराग पासवान ने वैसे तो एनडीए का दामन थाम लिया है लेकिन असली जंग उनके अपने घऱ में होने वाली है। चाचा पशुपति पारस ने एलान कर दिया है कि मैं तो हाजीपुर सीट से ही चुनाव लड़ूंगा।
इंडिया टीवी के शो 'सवाल तो बनता है' में चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर कई खुलासे किए। उन्होंने NDA में शामिल होना और बिहार विधानसभा चुनाव के समय गठबंधन से अलग होने को लेकर कई बड़ी बातें कहीं।
लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने बताया, हम बिहार के सभी 40 सीट पर जीत हासिल करेंगे और हमारा एनडीए गठबंधन 40 सीटों पर जीतेगा। उन्होंने कहा, हम इस लोकसभा में जमुई और हाजीपुर दोनों जगह से लड़ेंगे इससे कोई समझौता नहीं होगा।
एनडीए की बैठक में चिराग पासवान शामिल हो गए। इस दौरान उन्होंने अपने चाचा पारस के पैर छुए तो केंद्रीय मंत्री ने उन्हें गले लगा लिया।
एनडीए की बैठक शुरू होने से पहले ही पीएम मोदी और चिराग पासवान का एक वीडियो सुर्खियों में छा गया है। बैठक से पहले चिराग पासवान ने पीएम मोदी के पैर छुए तो प्रधानमंत्री ने भी उनको गले से लगा लिया।
चिराग के पिता और दिवंगत दलित नेता रामविलास पासवान के नेतृत्व में अविभाजित लोजपा ने 2019 में छह लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था और भाजपा के साथ सीट के बंटवारे के तहत उसे राज्यसभा की एक सीट भी मिली थी। युवा नेता चिराग चाहते हैं कि उनकी पार्टी में विभाजन के बावजूद भाजपा, उसी व्यवस्था पर कायम रहे।
लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों व बिहार के पदाधिकारियों संग बैठक की। इस बैठक में लोकसभा चुनाव में किसके साथ गठबंधन किया जाए, इसपर निर्णय लिया गया है।
लोकसभा चुनाव से पूर्व जहां विपक्ष एकता अपनी शक्ति को मजबूती देने का प्रयास कर रहा है। वहीं अब नित्यानंद राय की मुलाकात चिराग पासवान के बाद ऐसा लग रहा है कि चिराग फिर से एनडीए गठबंधन का भाग बन सकते हैं।
Seema Singh Join Chirag Paswan party: भोजपुरी फिल्मों में अपने 'आइटम क्वीन' के तौर पर मशहूर रहीं सीमा सिंह का पर्दे पर डांस देखकर लोग सिनेमाघरों में नाचने और सीटियां बजाने के लिए मजबूर हो जाया करते थे।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हुए गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। गौरतलब है कि बिहार के सासाराम और नालंदा में हालातों को देखते हुए राज्यभर में तनाव बना हुआ है।
बिहार में एक बार फिर से राजनीति तेज हो गई है। लोजपा के विभाजन के बाद केंद्र सरकार में मंत्री बने पशुपति नाथ पारस ने फिर से भतीजे चिराग पासवान पर हमला बोला है। पशुपति पारस ने कहा है कि मैं बड़े साहेब का असली उत्तराधिकारी हूं, चिराग बस वारिस हैं।
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