बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होकर चुनाव लड़ने वाली लोक जनशक्ति पार्टी इन दिनों संकट के दौर से गुजर रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से संकट के दौर से गुजर रही लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को फिर से मजबूत करने के लिए पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कवायद तेज कर दी है।
बिहार में लोजपा के इकलौते विधायक राजकुमार सिंह ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली है। बिहार विधानसभा में उन्हें बतौर जदयू विधायक दल के सदस्य मान्यता भी मिल गयी है। बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा में लोजपा विधायक दल के जेडीयू विधायक दल में विलय को मंजूरी दे दी है।
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग राह पकड़ चुकी लोकजनशक्ति पार्टी (LJP) अपने ही विधायक से विधानसभा में राजग उम्मीदवार को समर्थन देने से नाराज हो गई है।
बिहार की राजनीति में अपनी खास पहचान बना चुके लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके पुत्र और जमुई के सांसद चिराग पासवान सियासत में तन्हा नजर आने लगे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर सी पी सिंह ने चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के 208 नेताओं के जेडीयू में शामिल होने का दावा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी समाजवादी विचारधारा पर चलने वाली देश की एकमात्र पार्टी है जिसमें परिवारवाद और वंशवाद की कोई जगह नहीं।
पिछले साल हुए बिहार विधानसभा चुनाव में केवल एक सीट जीतने वाली लोक जनशक्ति पार्टी (LGP) में अब बागवत के सुर तेज होने लगे हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) अध्यक्ष चिराग पासवान को NDA और सहयोगी दलों की बैठक के लिए आमंत्रित किया गया था। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद पटेल ने उन्हें इस संबंध में चिट्ठी भेजी थी।
लोजपा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आभार जताते हुए कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पापा की अंतिम सांस तक उनके साथ खड़े थे। पापा के जाने के बाद भी प्रधानमंत्रीजी ने पापा को हमेशा सम्मान दिया। पद्मभूषण पुरस्कार के लिए मेरे परिवार और लोक जनशक्ति पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार।''
लोजपा के एक मात्र विधायक ने जदयू के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र मंत्री अशोक चौधरी के आवास पर उनसे मुलाकात की।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने युवा नेताओं और विपक्षी पार्टियों के उतराधिकारियों पर जमकर कटाक्ष किया है।
बिहार विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने राज्य की प्रदेश समिति और सभी जिला इकईयों को भंग कर दिया।
आरजेडी ने एलजेपी को प्रस्ताव दिया था कि अगर चिराग राज्यसभा चुनाव के लिए रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान को उतारती है तो आरजेडी समर्थन देने को तैयार है। बता दें कि एलजेपी के संस्थापक व पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट पर चुनाव होना है।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की निश्चित समय के पहले भी हो सकते हैं।
लोकजन शक्ति पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद बधाई दी है। चिराग पासवान ने कहा कि आदरणीय नीतीश कुमार जी को फिर से मुख्यमंत्री बनने की बधाई।
बिहार चुनावों के सबसे बड़े गेमचेंजर पीएम मोदी ने यूं बचाई सीएम नीतीश की कुर्सी.
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बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम सबके सामने है। बिहार की सत्ता में एकबार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने वापसी की है। हालांकि बिहार में इस बार नीतीश कुमार की पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचा है। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को महज 43 सीटें नसीब हुई। बिहार में जदयू को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया चिराग पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी के उम्मीदवारों ने। चिराग पासवान की पार्टी के उम्मीदवार बहुत सारी सीटों पर एनडीए के वोटों में सेंध लगाने में सफल रहे, जिस वजह से जदयू के प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा।
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA से अलग होकर चुनाव लड़ने वाली लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) को सिर्फ एक सीट मिली लेकिन वोटकटवा के तौर पर चिराग पासवान ने एनडीए को बड़ा नुकसान पहुंचाया।
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की जीत के बाद जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रवक्ता केसी त्यागी का बड़ा बयान आया है। केसी त्यागी ने चिराग पासवान पर सीधा हमला किया और कहा कि चिराग पासवान एनडीए के सबसे बड़े दुश्मन रहे।
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