हाजीपुर को स्वर्गीय रामविलास पासवान की कर्मभूमि माना जाता है और इंडिया टीवी को मिली जानकारी के अनुसार चिराग पासवान ने अपनी आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत के लिए हाजीपुर को ही चुना है।
बिहार में सियासी हलचल तेज है। आज चिराग पासवान ने अपने गुट की तरफ से दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की कार्यकारिणी की बैठक बुलाई। इस बैठक में आए एलजेपी सदस्यों को चिराग पासवान ने शपथ दिलाई, ''मैं शपथ लेता हूं कि मैं आजीवन पार्टी के प्रति समर्पित रहूंगा तथा पार्टी के सिद्धांतों को आम लोगों तक पहुंचाने का काम करूंगा, मैं आजीवन दलितों पिछड़ों अल्पसंख्यकों और समाज के गरीब वर्ग के उत्थान के लिए संघर्ष करता रहूंगा, मैं कभी भी ऐसा कोई काम नहीं करूंगा जिससे मेरे दल को आघात लगे, मैं कभी भी पार्टी के झंडे को झुकने नहीं दूंगा, पार्टी नेतृत्व द्वारा जो भी निर्णय लिया जाएगा मैं उसका पूर्ण रूपेण पालन करूंगा।''
चिराग पासवान ने अपने गुट की तरफ से दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की कार्यकारिणी की बैठक बुलाई। इस बैठक में आए एलजेपी सदस्यों को चिराग पासवान ने शपथ दिलाई
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में नेतृत्व संकट के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोजपा संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान की योजना इन दिनों अक्सर लीक होती दिख रही है।
लोक जनशक्ति पार्टी में चाचा-भतीजा के बीच जारी वर्चस्व की लड़ाई हर गुजरते दिन के साथ और तेज होती जा रही है...आज पशुपति पारस गुट ने पटना में पार्टी कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है, जिसमें उनकी तरफ से एलजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा....पशुपति गुट ने एलजेपी के वर्तमान अध्यक्ष चिराग पासवान को हटा दिया है...
लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के नेता चिराग पासवान ने पार्टी में चल रही खींचतान के बीच दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि पापा ने पार्टी भरोसे और विश्वास के साथ बनाई थी लेकिन आज भरोसा टूट रहा है।
लोजपा के अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर चिराग ने कहा, "मुझे (पार्टी अध्यक्ष के रूप में) हटाने का अधिकार किसी के पास नहीं है। और इसलिए मैं लंबी कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हूं।"
चिराग के समर्थन में उनके सपोर्टर भी सड़कों पर हैं...इस वक्त चिराग के समर्थक पशुपति पारस के घर के बाहर प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे हैं
पशुपति कुमार पारस ने मंगलवार को चिराग पासवान को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से भी बेदखल कर दिया।
चिराग पासवान ने मंगलवार को अपने चाचा पशुपति कुमार पारस और 4 अन्य सांसदों को पार्टी से निष्कासित कर दिया, यह संकेत देते हुए कि लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की बागडोर खत्म नहीं हुई है।
अपने निष्कासन के तुरंत बाद, चिराग पासवाना ने चाचा पशुपति कुमार पारस और उनके खिलाफ विद्रोह करने वाले चार अन्य सांसदों को "निष्कासित" करके जवाबी कार्रवाई की, जिससे यह लोजपा के दो गुटों के बीच लड़ाई बन गई।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के जमुई से सांसद चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस समेत 5 सांसदों को एलजेपी से निकाल दिया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक से पहले पटना में चिराग के समर्थकों ने चाचा पशुपति कुमार पारस के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा किया।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के जमुई से सांसद चिराग पासवान ने आखिरकार एलजेपी में संग्राम का ऐलान कर दिया है। चिराग ने ट्विट किया कि पशुपति अध्यक्ष पद के लिए रामविलास के सामने ही बागी तेवर दिखा चुके थे।
बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए के राजनीतिक संदेश को उलझाने के महीनों बाद, चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी के भीतर से फूट पड़ी, उनके पांच लोकसभा सांसदों ने उन्हें अपनी संसदीय इकाई में फ्लोर लीडर के रूप में हटा दिया।
LJP में जमकर बवाल चल रहा है। रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस पासवान ने पार्टी के चार अन्य सांसदों के साथ मिलकर चिराग पासवान के खिलाफ 'बगावत' कर दी है।
LJP में जमकर बवाल चल रहा है। रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस पासवान ने पार्टी के चार अन्य सांसदों के साथ मिलकर चिराग पासवान के खिलाफ 'बगावत' कर दी है। पार्टी में हुए इस घटनाक्रम के बाद चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति पारस पासवान के घर पहुंच गए हैं। चिराग खुद गाड़ी चलाकर पशुपति पारस के घर पहुंचे, लेकिन काफी देर तक पशुपति पारस के घर का दरवाजा नहीं खुला।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस से भी आज युवा भी अलग हो रहे हैं। इधर, लोजपा में टूट की खबरों के बीच जदयू के प्रमुख सिंह ने कहा कि जो जैसा बोएगा वैसा काटेगा।
पार्टी में हुए इस घटनाक्रम के बाद चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति पारस पासवान के घर पहुंचे। चिराग खुद गाड़ी चलाकर पशुपति पारस के घर पहुंचे, लेकिन काफी देर तक पशुपति पारस के घर का दरवाजा नहीं खुला।
पशुपति पारस पासवान ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी को तोड़ा नहीं, पार्टी को बचाया है। वो बिहार के सीएम नीतीश कुमार को विकास पुरुष मानते हैं और एनडीए गठबंधन में बने रहना चाहते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इन पांचों सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मांग की है कि उन्हें LJP से अलग मान्यता दी जाए। अगर ऐसा होता है तो इनका ये कदम चिराग पासवान के लिए बिहार की राजनीति में मुश्किल खड़ी करने वाला होगा।
संपादक की पसंद