संगठन ने विभिन्न भारतीय कंपनियों, स्टार्टअप और डिजिटल ऐप में चीन के निवेश पर चिंता जताते हुए कहा कि इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी ऑडिटर्स को अपने सभी दस्तावेज अमेरिकी सरकार के नियंत्रण वाले विशेष ऑडिट नियामक पब्लिक कंपनी एकाउंटिंग ओवरसाइट बोर्ड को सौंपने होंगे।
लगभग 600 शहरों में सामाजिक दूरी एवं सुरक्षा के सभी नियम का पालन करते हुए व्यापारी सार्वजनिक प्रदर्शन करेंगे।
भारतीय उद्योग जगत का मानना है कि रंगीन टेलीविजन सेटों के आयात पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के कदम से देश में घरेलू विनिर्माण और असेंबलिंग गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
भारत के साथ लद्दाख सीमा पर जारी संघर्ष के बीच चीन ने एक बार फिर अपने सरकारी मीडिया के जरिए प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश की है।
भारत सरकार ने SHAREit Lite और TikTok Lite सहित 47 चीनी 'क्लोन' ऐप पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। उपयोगकर्ता गोपनीयता और राष्ट्रीय सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघन के कारण इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि जिन 47 नई चीनी एप पर अब रोक लगाई गई है वह पहले बंद की गई एप के ही प्रतिरूप अथवा भिन्न रूप हैं। सूत्र ने बताया कि इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी किया गया था।
सरकार ने पहले से प्रतिबंधित 59 चीनी ऐप के अलावा 47 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।
दूरसंचार एवं सूचना प्रसारण मंत्रालय ने सुरक्षा नियमों और डाटा प्रोटोकॉल का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इन एप्स पर प्रतिबंध लगाया है।
शाओमी की जिली, अलीबाबा की अलीएक्सप्रेस के साथ ही टिकटॉक की मालिकाना कंपनी बाइटडांस की रेसो और यूलाइक जैसे एप इस लिस्ट में शामिल हैं।
चीन के सामान के खिलाफ भारत में बनते माहौल का असर स्मार्टफोन बाजार पर देखने को मिल रहा है।
लद्दाख बॉर्डर पर भारत के साथ उलझकर चीन ने जो गलती की है उसका खामियाजा उसकी कंपनियों को भुगतना पड़ रहा है। अब सरकार ने चीन की कंपनियों के लिए ऐसे नियम बना दिए हैं जिसके बाद उनके लिए देश में कोई भी सरकारी टेंडर आसानी से मिल पाना संभव नहीं होगा।
ह्यूस्टन में चीनी वाणिज्य दूतावास का 72 घंटों में बंद करने के आदेश के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर चीन पर पर करारा हमला बोला है।
सरकार ने 29 जून को चीन से संबद्ध टिकटॉक, कैमस्कैनर और यूसी ब्राउजर समेत 59 ऐप पर पाबंदी लगा दी। सरकार का कहना था कि ये ऐप देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिये खतरा हैं।
यूसी वेब भारत में 2009 से काम कर रही है और यहां वह मोबाइल ब्राउजर यूसी ब्राउजर और न्यूज एग्रीगेशन सर्विस यूसी न्यूज का परिचालन कर रही थी।
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की बातचीत में वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चीन ने पारस्परिक रूप से पैट्रोलिंग पॉइंट 14, 15 और 17 पर हर चीज को वापस लेने पर सहमति व्यक्त की है।
सरकार ने 29 जून को टिक-टॉक, शेयरइट और वीचैट समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाते हुए इसे संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये जरूरी कदम बताया था।
कैट का दावा है कि देशभर में 40,000 से अधिक व्यापारी संगठन और उनके सात करोड़ सदस्य उससे जुड़े हैं। चीनी सामान का बहिष्कार करने के लिए कैट ने देशभर में ‘भारतीय सामान हमारा अभिमान’ अभियान चलाया है।
इमरान हाशमी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और फैंस को खूब पसंद भी आ रहा है।
कैट ने कहा है कि भारतीय रेलवे की यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के आह्वान का एक हिस्सा है, इसलिए इस तथ्य और वर्तमान में चल रही परिस्थितियों को देखते हुए चीनी कंपनी को इस परियोजना में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
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