देश भर में व्यापारी कैट के भारतीय सामान - हमारा अभिमान एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल एवं आत्मनिर्भर भारत को जमीनी स्तर तक सफल बनाने में भारतीय सामानों को प्रमुखता से बेचे जाने के लिए स्टॉक का संग्रह कर रहे हैं।
दीयों के अलावा, आयेग गोबर, गौमूत्र और दूध से बने अन्य उत्पादों जैसे कि एंटी-रेडिएशन चिप, पेपर वेट, गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियों, अगरबत्ती, मोमबत्तियों और अन्य चीजों के उत्पादन को बढ़ावा दे रहा है।
इमरान हाशमी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और फैंस को खूब पसंद भी आ रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच की अपील पर अब तक 13 लाख से अधिक लोग चाइनीज वस्तुओं के बहिष्कार की मुहिम से जुड़े हैं।
भारत और चीन के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर गुजरात के अहमदाबाद शहर के सबसे बड़े मोबाइल फोन बाजार के दुकानदारों ने कहा कि उन्होंने आगे से चीनी गैजेट नहीं बेचने का फैसला किया है।
भारत और चीन में चल रही तनातनी के बीच सोनू निगम ने वीडियो शेयर कर पूछा है कि क्या हम अपने देश के जवानों का साथ नहीं सकते?
चीन की अर्थव्यवस्था को कैसे नुकसान पहुंचाएगा भारत? बीते 15 जून को गलवान वैली के LAC में हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद होने के बाद से चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम तेज हो गई है।
लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद बुधवार को गुजरात में लोग चीन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। इस दौरान उन्होंने चीन-निर्मित इलैक्ट्रॉनिक सामान तोड़कर चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया।
अधिकांश देशों को अब चीन के प्रॉडक्ट्स पर भरोसा नहीं रहा और खराब क्वॉलिटी के चीनी सामान को लेकर दुनिया के तमाम देशों में नाराजगी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के ओसाका में चल रहे जी20 शिखर सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ द्विपक्षीय मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों के बीच अटकी पड़ी व्यापार वार्ता फिर शुरू करने पर सहमति बनी।
बाबा रामदेव ने अपने ट्विटर हेंडल पर लिखा ’’#मसूदअजहर समर्थक #China सहित जो भी देश और देश के अंदर लोग हैं उनका हमें राजनैतिक, सामाजिक. आर्थिक तौर पर बहिष्कार करना चाहिए, चीन तो विशुद्ध रूप से व्यवसायिक भाषा ही समझता है, आर्थिक बहिष्कार युद्ध से ज्यादा ताकतवर है।’’
सस्ते और कम गुणवत्ता वाले चीनी माल की देश में बढ़ती डंपिंग और उससे घरेलू उद्योग को होने वाले नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए संसद की एक स्थायी समिति ने सरकार से किसी भी तरह के अवैध, संरक्षणवादी और अनुचित व्यापार व्यवहार के समक्ष घरेलू उद्योगों को पूर्ण सुरक्षा देने की सिफारिश की है।
सिर्फ मेड इन इंडिया सामान को खरीदने शपथ लेनी होगी और साथ में वेबसाइट के माध्यम से अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल पता, शहर का नाम और पता भरना होगा
पिछले कुछ दिनों से चीन के सामान को बायकॉट करने का कैम्पेन बड़े जोर-शोर से चल रहा है। शुरू में तो ये कैंपेन सोशल मीडिया पर ही चल रहा था लेकिन अब ये सड़क पर उतर आया है। कुछ जगहों पर चीन के ब्रांड वाले शोरूम्स निशाने पर आ गए। ये सब ऐसे समय में हो रहा है
भारत में चीन के उत्पादों की मांग लगातार घट रही है और आगामी महीनों में चीन से आयात में भारी गिरावट आ सकती है। देसी प्रोडक्ट्स के प्रति बढ़ रहा है आकर्षण।
चीन के सामान को भारतीय बाजारों से दूर करने के लिए मोदी सरकार ने नया नायाब तरीका अपनाया है। अब चीन को सामान पर मिलने वाली ड्यूटी फीस में छूट कम होगी।
भारत में चाइनीज प्रोडक्ट के खिलाफ हो रहे जोरदार विरोध के बीच चौंकाने वाली खबर सामने आई है। चीनी कंपनियां कीमतों में बढ़ोतरी करने की तैयारी में हैं।
1978 के बाद China में तेजी से आर्थिक सुधार India के मुकाबले ज्यादा प्रभावी साबित हुए और 2015 में चीनी, भारतीयों के मुकाबले 5 गुना अधिक अमीर हो गए।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार भारत के विनिर्माण क्षेत्र की तेज रफ्तार से निवेशक मोटा मुनाफा कमाएंगे और वहां से दूर रहना एक गलत फैसला होगा।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने 20 शहरों के बाजारों से जुटाए डेटा के आधार पर अब तक चाइनीज सामान की बिक्री दिवाली के सीजन पर 45% गिरने का अनुमान है
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