चीन में पिछले साल वृद्धि दर तीन प्रतिशत तक घट गई थी, जो पिछले 50 वर्षों में दूसरी सबसे कम वृद्धि है।
देश के पूर्व वित्तमंत्री लद्दाख में भारत चीन संघर्ष के बाद चाइनीज सामान के बायकॉट अभियान को गैरजरूरी करार देते हुए कहा कि इससे चीन को कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
चीन को सैमसंग इलेक्ट्रानिक्स कॉरपोरेशन लिमिटेड ने बड़ा झटका देते हुए अपना कारोबार वहां से समेट लिया है। सैमसंग के इस फैसले से भारत को फायदा होना तय है क्यों कि सैमसंग समेत कई विदेशी कंपनियां अब भारत की ओर अपना रुख कर रही हैं।
अमेरिका ने इन उत्पादों पर लगने वाले 10 प्रतिशत शुल्क को बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच छिड़ी व्यापारिक जंग और तेज होने की संभावना बढ़ गई है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने देश की अर्थव्यवस्ता में अनिश्चितता की बात को स्वीकार किया है
अमेरिका के साथ व्यापार मोर्चे पर तनाव ने चीन के लक्ष्य को और जटिल बना दिया
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की एक नई स्टडी के मुताबिक चीन को पीछे छोड़कर भारत वैश्विक आर्थिक विकास की नई धुरी के तौर पर पर उभर चुका है।
सरकारी मीडिया का कहना है कि चीन के निवेशकों के लिए भारत की राह आसान नहीं होगी। चीन की कंपनियों को भारत में लेबर यूनियनों का सामना करना होगा।
चीन का औद्योगिक उत्पादन अप्रैल में पिछले माहीने के मुकाबले घटा है। आधिकारिक तौर पर जारी इन आंकड़ों में स्थिती में सुधार की बात भी की गई है।
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