भारत सरकार ने कुछ ही दिनों पहले चीन की 59 एप को बैन किया है। इसके बाद चीन के तेवर नरम पड़ गए हैं। OMG में देखिए पीएम मोदी की चीन पर डिजिटल स्ट्राइक।
अमेजन ने कर्मचारियों को उनके फोन से टिकटॉक को हटाने को कहा है। कंपनी ने ऐसा सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए कहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस खबर की पुष्टी की है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने आज भारत को धमकाते हुए कहा है कि वह अपने देश की कंपनियों के हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कानूनी कदम उठाएगा।
इससे पहले यह एप महज 10 दिनों में 30 लाख डाउनलोड पर पहुंच गया और करीब 72 घंटों में 500,000 बार डाउनलोड हो चुका है।
हमने देशवासियों के डेटा की सुरक्षा के लिए चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया; रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह एक डिजिटल स्ट्राइक है |
चीन की 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध से मोबाइल एप चलाने वाली कंपनियों को भारी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। चीनी मीडिया के मुताबिक अकेले TikTok पर प्रतिबंध से TikTok की पेरेंट कंपनी बाइटडांस को 6 अरब डॉलर यानि लगभग 45000 करोड़ रुपए का घाटा हो सकता है।
भारत सरकार द्वारा चीन की 59 ऐप्स पर बैन लगाने के फैसले का अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने स्वागत किया है। उन्होंने इस फैसले पर कहा कि भारत का एप्स को हटाने का दृष्टिकोण भारत की संप्रभुता को बढ़ावा देगा
चीन के 59 ऐप पर प्रतिबंध लगाने के भारत सरकार के फैसले के बाद प्रधानमंत्री ने चाइनीज ऐप WEIBO का एकाउंट छोड़ दिया है।
बिहार के युवा सिर्फ चीन की सीमाओं पर ही नहीं, तकनीक पर भी चीन को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। देश में चल रहे चाइनीज एप्स के बहिष्कार के अभियान और केंद्र सरकार द्वारा 59 चायनीज एप्स को बंद किए जाने के बाद 'मेड इन इंडिया' एप की मांग बढ़ी है।
भारत ने देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुये सोमवार को चीन से जुड़े 59 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें बेहद लोकप्रिय टिकटॉक और यूसी ब्राउजर शामिल हैं।
ये चाइनीज ऐप युवाओं को पसंद आने वाले कंटेट परोस रहे थे। चीन के ऐप्स पर प्रतिबंध सरकार द्वारा भारत में चीनी व्यापारिक हितों पर चोट करने के लिए जवाबी कार्रवाई के रूप में उठाया गया पहला बड़ा कदम है।
अमेरिका, जापान और फ्रांस स्मार्टफोन, दवा और अन्य उत्पाद बनाने के लिए अपने देश की कंपनियों से चीन पर निर्भरता कम करने के लिए कह रहे हैं, लेकिन इन कंपनियों के लिए ऐसा करना आसान नहीं है।
भारत ने सोमवार को चीन से संबंध रखने वाले 59 मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें लोकप्रिय टिकटॉक और यूसी ब्राउजर जैसे एप भी शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कृषि कल्याण योजना के तहत दिया जाने वाला चावल खराब क्वालिटी का हैजबकि पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से जो चावल दिया जाता है वह किसानों से खरीदा जाता है जो कि अच्छी क्वालिटी का है।
टिकटॉक, लाईकी, केम स्कैनर, शेयर इट, हेलो जैसे मोबाइल एप जो कल तक हर युवा वर्ग और कामकाजी वर्ग की जरूरत हुआ करती थी अब वो खुलकर अपने मोबाइल से डिलीट करने लगे है।
जन्नत जुबैर के टिकटॉक पर 27 मिलियन फॉलोवर्स हैं, टिकटॉक के बैन पर जन्नत ने क्या कहा, आइए जानते हैं।
ये सभी चीनी कंपनियां अपनी सरकार के निर्देशों के तहत इस डाटा का भी इस्तेमाल करती थीं।
क्राइम साइबर एक्सपर्ट प्रशांत माली ने भारत द्वारा चीन के 59 मोबाइल एप को बैन करने को लेकर अपनी राय दी। उन्होनें बताया कि सरकार ने आईटी अधिनियम, 2000 के S69 (ए) के तहत यह कर्रवाई की है।
सरकार ने इन Apps को देश की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पूर्वाग्रह रखने वाला बताते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया।
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