भारत की संप्रभुता, अखंडता, रक्षा, सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रही गतिविधियों में संलग्न करने के लिए इन ऐप के बारे में जानकारी के आधार पर कार्रवाई की गई।
केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय ने मंगलवार को 43 और मोबाइल ऐप्स को बैन कर दिया है। इन ऐप्स को भारत की रक्षा, सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खतरा बताया गया है।
भारत के बाद अब अमेरिका ने भी चीन की कंपनी के मालिकाना हक वाले वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म TikTok और मैसेजिंग ऐप WeChat को बैन कर दिया है।
चायनीज़ एप्स पर पाबंदी के बाद चीन में मची खलबली
चुनयिंग ने कहा कि भारत समझदार लोगों की एक पुरातन सभ्यता है। उन्हें पता होना चाहिए कि अमेरिका ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में क्या किया है।
भारत के 118 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने पर चीन ने गुरुवार (3 सितंबर) को कहा कि इससे ना तो भारतीय उपयोक्ताओं और ना ही चीनी कंपनियों को लाभ होगा।
लोकप्रिय डेयरी ब्रांड अमूल ने अपनी नई कलाकृति में PUBG प्रतिबंध पर कटाक्ष करते हुए उसे जारी किया है। अमूल उसके मजाकिया डूडल के माध्यम से ज्वलंत मुद्दों पर कटाक्ष करता है। अब इस सूची में नई फीचर PUBG है।
भारत की चीनी ऐप्स पर कार्यवाही सही रास्ते पर है जिसके परिणाम में चीन घुटनों पर आता दिख रहा है। चीन ने भारत से प्रतिबंध हटाने की गुहार लगाई है। भारत स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने भारत से प्रतिबंधों को हटाने का आग्रह किया है।
चीन की कंपनियों से संबंधित जिन ऐप पर भारत में प्रतिबंध लगाया गया है, उनकी संख्या बढ़कर अब 224 हो गयी है।
भारत सरकार अभी तक कुल 224 चाइनीज मोबाइल एप को बैन कर चुकी है। आपको बता दें कि PUBG मोबाइल एप गेम की वजह से भारत में कई लोगों की जान भी गई है। आप भी जानिए अपने फोन से पबजी गेम को कैसे हटाएं।
देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए केंद्र सरकार ने PUBG और WeChat मोबाइल ऐप पर रोक लगा दी है।
ED द्वारा चीनी ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप चलाने में शामिल कंपनियों पर छापे के बाद एचएसबीसी बैंक के चार खातों में लेनदेन पर रोक लगायी गयी जिनमें 46.96 करोड़ रुपये की रकम रखी हुई है।
भारत सरकार ने SHAREit Lite और TikTok Lite सहित 47 चीनी 'क्लोन' ऐप पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। उपयोगकर्ता गोपनीयता और राष्ट्रीय सुरक्षा मानदंडों के उल्लंघन के कारण इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि जिन 47 नई चीनी एप पर अब रोक लगाई गई है वह पहले बंद की गई एप के ही प्रतिरूप अथवा भिन्न रूप हैं। सूत्र ने बताया कि इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी किया गया था।
सरकार ने पहले से प्रतिबंधित 59 चीनी ऐप के अलावा 47 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है।
दूरसंचार एवं सूचना प्रसारण मंत्रालय ने सुरक्षा नियमों और डाटा प्रोटोकॉल का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इन एप्स पर प्रतिबंध लगाया है।
शाओमी की जिली, अलीबाबा की अलीएक्सप्रेस के साथ ही टिकटॉक की मालिकाना कंपनी बाइटडांस की रेसो और यूलाइक जैसे एप इस लिस्ट में शामिल हैं।
सरकार ने 29 जून को चीन से संबद्ध टिकटॉक, कैमस्कैनर और यूसी ब्राउजर समेत 59 ऐप पर पाबंदी लगा दी। सरकार का कहना था कि ये ऐप देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिये खतरा हैं।
यूसी वेब भारत में 2009 से काम कर रही है और यहां वह मोबाइल ब्राउजर यूसी ब्राउजर और न्यूज एग्रीगेशन सर्विस यूसी न्यूज का परिचालन कर रही थी।
सरकार ने 29 जून को टिक-टॉक, शेयरइट और वीचैट समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाते हुए इसे संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये जरूरी कदम बताया था।
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