चीन ने एक बार फिर दक्षिण चीन सागर में अपनी ताकत दिखाई है। चीन के जहाजों ने फिलीपींस के जहाज को खाद्य एवं अन्य सामान की आपूर्ति करने से रोक दिया है। चीन की तरफ से इस तरह की हरकतें पहले भी की जाती रही हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका की कार्रवाई एकदम एकतरफा प्रतिबंध और लांग आर्म ज्युरिसडिक्शन है, जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था और नियमों को ख़त्म करती है।
चीन ने यह बात स्वीकार ली है कि उसके दुश्मन अब काफी ताकतवर हो चुके हैं। लिहाजा चीनी राष्ट्रपति ने दुश्मनों पर हर हाल में जीत हासिल करने के लिए अपनी नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। दुश्मनों को मात देने के लिए चीन ने युद्ध का पुराना सिद्धांत बदलने का भी फैसला किया है।
भारत और अमेरिकी की रणनीतिक साझेदारी अब व्यापक वैश्विक ग्लोबल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप में बदलने जा रही है। इसके तहत दोनों देश मिलकर मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही बड़े पैमाने पर रक्षा उत्पादन करेंगे। भारत में बने हथियार अब पूरी दुनिया पर राज करेंगे। अमेरिका भारत का साथ पाकर चीन को काउंटर करने में भी सक्षम होगा।
अमेरिका ने तिब्बत के अधिकारों को लेकर एक बड़ा ऐलान करके चीन को बड़ा झटका दिया है। इस वक्त तिब्बत के अध्यात्मिक नेता दलाईलाम न्यूयॉर्क में हैं। इस बीच अमेरिका ने तिब्बत के मानवाधिकारों और अन्य विरासतों के संरक्षण की प्रतिबद्धता दोहराई है।
चीन ने एक बार फिर अपनी नई चाल चल दी है। दरअसल चीन ने एंटीमनी के एक्सपोर्ट पर पाबंदी लगा दी है। बता दें कि एंटीमनी एक प्रकार का स्ट्रैटेजिक मेटल होता है, जिसका इस्तेमाल हथियार बनाने तक में होता है।
संथानम सुब्रमण्यन ने एक्सपर्ट्स के साथ बातचीत में कहा, ''चीन प्लांट के वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही से शुरू होने और चौथी तिमाही से उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।'' उन्होंने कहा कि इस प्लांट में वित्त वर्ष 2025-26 में पूरी तरह से प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा।
चीन और फिलिपींस के बीच एक बार फिर नया विवाद उठ खड़ा हुआ है। चीन का आरोप है कि फिलिपींस के जहाजों ने उसके जहाज में टक्कर मारी है। फिलिपींस की तरफ से इस मामले में किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
चीन के एक विमानवाहक पोत में आग लगने से हड़कंप मच गया। घटना जिग्यांसू प्रांत में यांग्त्जे नदी के पास हुई। हालांकि आग लगने से कोई सदस्य हताहत नहीं हुआ। कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
चीन में आपको राह चलते कुत्तों का मीट बिकते हुए या पकते हुए दिखा जाएगा। इसी नजारे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो एक इंडियन इंफ्लूएंसर ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से शेयर किया है।
वरिष्ठ एनालिस्ट सौमेन मंडल ने कहा कि दोपहिया मार्केट मैच्योरिटी की तरफ बढ़ रहा है, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ विशेषकर 2025 के बाद लोगों का रुझान बढ़ने वाला है।
चीन के एक बड़े बंदरगाह में उस वक्त हड़कंप मच गया जब मालवाहक पोत में जोरदार विस्फोट हुआ और उसके बाद आग लग गई। जिस बंदरगाह में यह घटना हुई है वह दुनिया के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक है।
दोनों युवक जड़ी-बूटी की तलाश में जंगल की ओर गए थे। इसके बाद वह वापस घर नहीं आए। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने दोनों युवकों को आखिरी बार चीन बॉर्डर पर की ओर देखा गया था। 2 साल के बाद परिजनों ने चीनी सेना पर बड़ा आरोप लगाया है।
जून, 2020 में गलवान घाटी में हुई भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी खटास आई है। भारत हमेशा से कहता रहा है कि सीमा क्षेत्रों पर शांति से पहले उसके चीन के साथ संबंध सामान्य नहीं हो सकते हैं।
चीन में के उत्तर-पश्चिमी शांक्सी प्रांत में एक राजमार्ग पुल के आंशिक रूप से ढहने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है और करीब दो दर्जन लोग अभी भी लापता हैं। सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने शुक्रवार शाम को यह जानकारी देते हुए बताया कि 19 जुलाई को हुई इस दुर्घटना में दो दर्जन वाहन तेज बहाव वाली नदी में गिर गए थे
जयशंकर ने कहा कि हिंद महासागर बदलाव और अशांति के बड़े तूफान से गुजरने वाला है। ‘‘भारत की प्राथमिक चिंताएं और चुनौतियां भी उस परिवर्तन को प्रतिबिंबित करती हैं। हम प्रतिस्पर्धा के नए रूपों पर विचार कर रहे हैं जो उच्च स्तर पर पहुंच और अंतर-निर्भरता का लाभ उठाते हैं।’
नेपाल के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली भी अब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की राह पर हैं। वह भी भारत के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि केपी ओली परंपरा तोड़ते हुए भारत की बजाए थाईलैंड का दौरा करेंगे।
फिलिपींस के मनीला में भीषण आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई है। यह आग मनीला के सबसे पुराने चाइन टाउन में लगी। राहत और बचाव टीमों को 14 घंटे तक आग बुझाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
चीन की दीवार पर इतना लंबा जाम लग गया कि पैर रखने तक की भी जगह नहीं बची। इस नजारे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन) के देश वियतनाम का दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद है। भारत के पास दक्षिण चीन सागर में वियतनामी जलक्षेत्र में तेल अन्वेषण परियोजनाएं हैं। भारत और वियतनाम पिछले कुछ वर्षों में साझा हितों की रक्षा के लिए अपने समुद्री सुरक्षा सहयोग को बढ़ा रहे हैं।
संपादक की पसंद