अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप पर हमला होते ही चीन की ऑनलाइन रिटेलर कंपनियों की मौज हो गई। चीनी कंपनी ताओबाओ ने ट्रंप पर हमले वाली तस्वीर को एक टी-शर्ट पर प्रिंट कराया। फिर उसे हमले के 3 घंटों के भीतर बिक्री पर लगा दिया। इसमें लिखा था कि "हमला हमें और मजबूत बनाता है।"
चीन ने ताइवान के द्वीप के पास मिसाइल परीक्षण करके उसकी चिंताओं को बढ़ा दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि ताइवान पर कब्जे की प्लानिंग के तहत यह सब किया जा रहा है। इस रणनीतिक की आशंका को भांपकर ताइवान की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और इलाके में वायुसेना की तैनाती कर दी गई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा कदम उठाते हुए तिब्बत विवाद का शांतिपूर्ण तरीके से हल निकालने के लिए रिजॉल्व तिब्बत एक्ट पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। चीन ने इसे लेकर अमेरिका को चेतावनी दी थी।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' संसद में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाए। भले ही 'प्रचंड' विश्वास मत हासिल करने में नाकाम रहे हों लेकिन जाते-जाते उन्होंने चीन के साथ बड़ी डील को मंजूरी दे दी है।
चीन में एक कंपनी का रॉकेट प्रक्षेपण विफल हो गया है। मिशन विफल होने की वजह से तीन उपग्रह भी नष्ट हो गए हैं। रॉकेट का पहला, दूसरा और तीसरा चरण सामान्य रूप से प्रक्षेपित हुआ, लेकिन चौथे चरण में गड़बड़ी आ गई थी।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद करने वाले चीन को खुली धमकी दी है। उन्होंने कहा कि रूस से संबंध रखने और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में मॉस्को की मदद करने के परिणाम चीन को भुगतने होंगे। बाइडेन पहली बार इस तेवर में चीन के खिलाफ नजर आए।
चीन एशिया में नाटो के बढ़ते प्रभाव से परेशान नजर आ रहा है। चीन ने नाटो से कहा है कि वह उसकी आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करना बंद कर दे और एशिया-प्रशांत के देशों के बीच अराजकता ना फैलाए।
यूक्रेन से छिड़ी जंग के बीच चीन के रिश्ते रूस से लगातार गहराते जा रहे हैं। इसे लेकर नाटो में चिंता भी बढ़ती जा रही है। बीजिंग पर कई बार मॉस्को को हथियारों की मदद करने का भी आरोप लगता रहा है। ऐसे वक्त में रूस-चीन के रिश्तों में गहराई बढ़ने पर नाटो देश अब सतर्क हो गए हैं।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में अहम मुलाकात हुई थी। दोनों नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात का असर अब दिखने लगा है।
चीन में एक कार से शख्स की टक्कर हो गई। खास बात यह थी कि कार को कोई चला ही नहीं रहा था। ऐसे में भी चीन के लोगों ने सड़क पार करने वाले शख्स की ही गलती बताई है।
चीन में अनोखी बंपर सेल लगी है। यहां के लोगों ने अपनी नौकरियों के तनाव से निपटने के लिए अनोखी तरकीब निकाल ली है। इनकी तरकीब सुनकर आप हैरत में पड़ जाएंगे और आपको हंसी भी आएगी।
चीनी अनुसंधान जहाज शि यान 6 अक्टूबर 2023 में श्रीलंका पहुंचा और कोलंबो बंदरगाह पर रुका था। इसके आगमन से पहले अमेरिका ने श्रीलंका के समक्ष चिंता व्यक्त की थी। अगस्त 2022 में चीनी नौसेना का पोत युआन वांग 5 दक्षिणी श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर पहुंचा था।
आपको शायद यह बात जानकर हैरानी होगी कि आज दुनिया के सबसे ज्यादा योग केंद्र चीन में खुल चुके हैं। इसकी बड़ी वजह यह भी है कि यहां के फिटनेस सेंटरों को भी योग क्लासेस में तब्दील कर दिया गया है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच अहम मुलाकात हुई है। दोनों नेताओं की मुलाकात कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में हुई है। दोनों नेताओं के बीच बातचीत सीमा विवाद पर केंद्रित रही।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में SCO समिट के दौरान अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की है। जयशंकर ने इससे पहले UN चीफ से भी मुलाकात की थी।
चीन की एक निजी कंपनी का रॉकेट अचानक अपने आप लॉन्च हो गया। उड़ान भरने के कुछ देर बाद यह रॉकेट पहाड़ी इलाके में जा गिरा। कंपनी का कहना है कि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।
दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस के तट पर चीन के विमान वाहक पोत को गश्त करते हुए देखा गया है। चीन की तरफ से इस तरह का कदम समुद्री इलाके में बढ़ते संघर्ष के मद्देनजर उठाया गया है।
जापान ने उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण का करारा जवाब दिया है। आज जापान ने अपना नया पृथ्वी निगरानी उपग्रह प्रक्षेपित किया है। जापान के एच3 नंबर 3 रॉकेट ने दक्षिण पश्चिमी के एक द्वीप पर तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी और करीब 16 मिनट बाद तय योजना के अनुसार अपना ‘पेलोड’ (उपग्रह) छोड़ा।
चीन की तरफ से धमकी मिलने के बाद ताइवान सतर्क हो गया है। ताइवान ने अपने नागरिकों से कहा है कि वो हांगकांग और मकाऊ जैसी जगहों की यात्रा करने से बचें। जानें पूरा मामला क्या है और क्यों ताइवान इस तरह के कदम उठाने को मजबूर हुआ है।
चीन के पूर्व रक्षामंत्री रहे ली शांगफू बड़ी मुसीबत में पड़ गए हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरने के बाद शांगफू पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बड़ी कार्रवाई कर दी है। उन्हें कम्युनिस्ट पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ अभियोजन की कार्यवाही भी आरंभ कर दी गई है।
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