चीन के महावाणिज्य दूत कोंग शिन्हुआ ने कहा कि भारत और चीन दोनों में सुदृढ़ आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध है। इस कारण भारत और चीन को कोई अलग नहीं कर सकता। जानिए उन्होंने दोनों देशों के बारे में और क्या कहा?
चीन ने भारत के दो राज्यों-अरुणाचल प्रदेश और अक्सा चिन पर अपना दावा ठोका है। अब राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम मोदी को इस मामले में बोलना चाहिए। मैं तो कई सालों से ये बात कह रहा हूं कि चीन हमारी जमीन हथिया रहा है।
चीन साल 2021 से माबजा जांगबो नदी पर एक विशाल बांध बना रहा है, जो ट्राइजंक्शन से मात्र कुछ ही किमी की दूरी पर है। इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तराखंड के पास बन रहे चीन के इस बांध से भविष्य में ड्रैगन इस इलाके में पानी पर पूरा नियंत्रण स्थापित कर सकता है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ''2005 में जब हम विपक्ष में थे और बॉर्डर के विषय को उठाया था तब प्रणब दादा और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुझे बुलाकर कहा था कि भारत-चीन सीमा के मुद्द संवेदनशील होते हैं। उसे उजागर न करके आंतरिक रूप से निपटना चाहिए।''
India China Tawang: चीन ने एक बार फिर तवांग पर बुरी निगाहें डाली हैं। वह इस जगह को काफी समय से कब्जाने की कोशिश करता रहा है।
Vostok 2022 Military Exercise: रूस में वोस्तोक-2022 सैन्य अभ्यास में भारतीय सैनिकों की भागीदारी पर नई दिल्ली में भारतीय सेना या रक्षा मंत्रालय की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
India China: जयशंकर ने कहा, ‘वे हमारे पड़ोसी हैं और हर कोई अपने पड़ोसी के साथ मैत्री के साथ रहना चाहता है. मुझे आपका और आपको मेरा सम्मान करना चाहिए। हमारा दृष्टिकोण बहुत स्पष्ट है कि अगर आपको बेहतर संबंध बनाने है, तो एक-दूसरे के प्रति सम्मान होना चाहिए।’
China: चीन सीमा विवाद को सुलझाने के मूड में लग नहीं रहा है। एक ओर वह भारत से सीमा विवाद सुलझाने के लिए बातचीत पर जोर देता है, तो वहीं दूसरी ओर चोरी छिपे डोकलाम में नए गांव बसा रहा है।
पेंगोंग झील क्षेत्रों में हिंसक झड़प के बाद पिछले साल 5 मई को भारत और चीन की सेनाओं के बीच सीमा गतिरोध शुरू हो गया था।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार चीन के सामने झुक गई और भारत की जमीन चीन को सौंप दिया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत की जमीन फिंगर चार तक है लेकिन भारतीय सेना को अब फिंगर तीन पर वापस जाने को कहा गया है।
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की आठवें दौर की बातचीत आज होगी। भारत और चीन के बीच सातवें दौर की सैन्य वार्ता 12 अक्टूबर को हुई थी जिसमें पूर्वी लद्दाख में टकराव के बिंदुओं से सैनिकों के पीछे हटने को लेकर कोई नतीजा नहीं निकला था।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि ताइवान को 60 करोड़ डॉलर मूल्य के सैन्य ड्रोन की बिक्री ‘‘ चीन के आंतरिक मामलों में घोर हस्तक्षेप है और चीन की संप्रभुता व सुरक्षा हितों की गंभीर अनदेखी है।’’
चीन ने सोमवार (17 अगस्त) को कहा कि वह आपसी राजनीतिक भरोसा बढ़ाने, अपने मतभेदों को उचित तरीके से सुलझाने और द्विपक्षीय संबंधों की रक्षा के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है।
व्यापार निकाय ने कहा है कि रक्षाबंधन त्योहार के दौरान करीब 6,000 करोड़ रुपये के राखी उत्पाद बेचे जाते हैं, जिसमें से अकेले चीन का योगदान 4,000 करोड़ रुपये का होता था।
जीईएफ परिषद के अधिकांश सदस्यों ने भूटान के विचार का समर्थन किया और मसौदे को परिषद द्वारा मंजूर किया गया। चीनी परिषद के सदस्य की आपत्ति के बावजूद कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया था।
हिमालयन टाइम्स में गुरुवार को प्रकाशित खबर के अनुसार नेपाल सरकार ने कहा है कि जब्त की गयी 1,73,072 किलोग्राम लाल चंदन की लकड़ी भारत नब्बे दिन के भीतर वापस ले जा सकता है।
चीन अगले दो साल के दौरान नेपाल को उसके विकास कार्यक्रमों तथा उसे जमीनी संपर्क मार्ग से जुड़ा देश बनाने के लिये 56 अरब नेपाली रुपये की सहायता देगा।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दो दिवसीय यात्रा पर कल भारत आएंगे। शी शुक्रवार को दोपहर में करीब 1.30 बजे चेन्नई पहुचेंगे।
विदेश मंत्रालय ने चीन को एक महत्वपूर्ण सहयोगी बताते हुए शुक्रवार को कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 11 अगस्त से पड़ोसी देश की तीन दिवसीय यात्रा पर जाएंगे।
चीन और अमेरिका के बीच बढ़ रहे व्यापार युद्ध के बीच चीन ने भारत सहित 5 देशों को बड़ा गिफ्ट दिया है। चीन ने भारत से आयात होने वाली 8500 वस्तुओं पर आयात शुल्क घटाने का फैसला किया है।
संपादक की पसंद