चीन ने भूटान की सीमा में शाही जमीन पर कब्जा कर लिया है। किसी भी देश की विवादित सीमा में चीन की ओर से किया गया यह सबसे बड़ा अतिक्रमण है। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन ने भूटानी क्षेत्र में 200 से अधिक इमारतों का निर्माण कर दिया है और सड़कें बना दी हैं। चीन ने इसे अपनी एक चीन नीति बताया है।
म्यांमार की सेना ने दुश्मनों के सामने हथियार डाल दिया है। म्यांमार की सरकार ने बताया है कि चीन सीमा से लगे उसके एक शहर पर दुश्मनों ने कब्जा कर लिया है। इसके बाद उसने अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है।
चीन ने एलएसी पर सड़कों, हवाई अड्डों और हेलीपैड का बड़ा नेटवर्क तैयार कर दिया है। चीन ने इस बुनियादी ढांचे का विकास नियंत्रण रेखा पर गलवान और तवांग में भारतीय सैनिकों के साथ झड़प के बाद किया है। साथ ही सैनिकों की तैनाती भी बढ़ा दी है। पेंटागन की रिपोर्ट में दावा है कि चीन ने भारत सी लगी सीमा पर नए गांव बसाए हैं।
भारत अभी तक बॉर्डर एरिया के डेवेलपमेंट में चीन से बहुत पीछे था लेकिन अब मोदी सरकार, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल तक पहुंचने के लिए टनल्स, रोड, ब्रिज और बेस बनाने पर ज़ोर दे रही है. हालांकि इतनी ऊंचाई पर टनल बनाना आसान काम नहीं होता.
जम्मू-कश्मीर से लेकर लद्दाख और अरुणाचल से लेकर हिमाचल प्रदेश तक बीआरओ की ओर से रिकॉर्ड समय में 90 परियोजनाओं को पूरा किया गया है। ये परियोजनाएं आधुनिक तकनीक, कम लागत और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पूरी की गई है।
मिग-29 का निर्माण तत्कालीन सोवियत यूनियन यानी वर्तमान रूस ने किया था। तकनीक में उन्नत इस विमान ने करगिल युद्ध में भी अपने कौशल की छाप छोड़ी थी।
भारतीय सेना के जवान लद्दाख में दुनिया के सबसे ऊंचे दर्रे 19,024 फुट की ऊंचाई पर साइकिल दौड़ाते दिखाई देंगे। यह ऐसी जगह है, जहां हेलीकॉप्टर से भी पहुंच पाना मुश्किल होता है, लेकिन भारतीय सेना का दल पूरे जत्थे के साथ 400 किलोमीटर की यात्रा कर इस ऊंचाई तक पहुंचेगा।
गोवा में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन(एससीओ) सम्मेलन में भारत-चीन सीमा पर तनाव प्रमुख मुद्दा बना हुआ है। इस बीच एससीओ में चीन के विदेश मंत्री छिन कांग ने दोहराया कि भारत-चीन सीमा पर स्थिति सामान्यत: स्थिर है और दोनों पक्षों को मौजूदा प्रयासों को मजबूत करना चाहिए।
वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगे जिस तवांग क्षेत्र में भारत और चीन के बीच हिंसक संघर्ष हुआ था। अब वहां तक भारत ने 4जी नेटवर्क पहुंचा दिया है। इससे ड्रैगन को चिंता होने लगी है। पीएम मोदी की मह्तवाकांक्षी योजना वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज के तहत यह कार्य किया गया है।
भारत और चीन सीमा से लगे गलवान घाटी और तवांग में सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद अब ड्रैगन ने डेमचोक व देपसांग क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। चीन की आपत्तिजनक गतिविधियों पर भारतीय सेना की पैनी नजर है। आपको बता दें कि डेमचोक और देपसांग भारत-चीन सीमा विवाद के नए पिन प्वाइंट बन गए हैं।
सरकार ने शनिवार को यहां 254 मोबाइल नेटवर्क टावरों को चालू किया है। सरकार ने 2,675 करोड़ रुपये से अरुणाचल प्रदेश के 3,721 से ज्यादा गांवों में 2,605 मोबाइल 4जी टावर स्थापित करने की परियोजना को मंजूरी दी है।
चीन ने जब से अरुणाचल प्रदेश के कई गांव का अपने नक्शे में नाम बदला है, तब से भारत सीमा पर पूरा नक्शा बदलने में ही जुट गया है। ताकि चीन को यह एहसास हो सके कि यह 1962 का नहीं, बल्कि 2022 का भारत है।
हाल ही में चीन द्वारा अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के कई गांवों का नाम बदलकर चीनी भाषा में कर दिया गया था। एक तरह से चीन की यह हरकत अरुणाचल प्रदेश के इन गांवों पर अपना अधिकार जमाने के लिए थी। भारत ने चीन की इस हरकत का कड़ा विरोध करते हुए उसे खारिज भी कर दिया था। इसके बाद अमेरिका भी भारत के पक्ष में खड़ा नजर आया।
भारतीय सेना के जवानों ने चीन की सीमा से लगे लद्दाख क्षेत्र में 14 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर और शून्य से नीचे डिग्री तापमान में क्रिकेट खेलकर दुश्मन को भी हक्का-बक्का कर दिया है।जिस बर्फीले पहाड़ पर कुछ सेकेंड और मिनट तक खड़े रह पाना मुश्किल होता है और जहां रगों का खून भी सर्द होने लगता है,जहां सांसें बर्फ बनने लगती हैं।
वर्ष 2020 में गलवान घाटी की हिंसा के बाद से भारत और चीन में तनाव चरम पर है। रही सही कसर चीन ने तवांग में नवंबर 2022 में घुसपैठ का प्रयास फिर से करके पूरा कर दिया था। लिहाजा अब दोनों देशों में दुश्मनी का स्तर हाईटेंशन पर चल रहा है।
अरुणाचल प्रदेश से लेकर लद्दाख तक लगने वाली भारत-चीन की सीमा पर अब शी जिनपिंग की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) कदम तक नहीं रख सकेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को कड़ा जवाब देने के लिए भारत के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा फैसला लिया है। इस निर्णय के बारे में सुनते ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खेमे में खलबली है।
चीन से लगी सीमा पर ड्रैगन की घेराबंदी करने के लिए भारत ने पिछले 8 वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर का इतना बड़ा जाल बिछा दिया कि जिसे देखकर चीन भी दंग रह गया है। सीमा पर भारतीय सेना की सतर्कता और तैयारियों को देखकर घुसपैठ करने की चीन की हिम्मतें भी जवाब देने लगी हैं।
America ने China के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया। जिसके बाद तिलमिलाए चीन ने उसे धमकी दी है। ये Spy Balloon पहले अलास्का फिर कनाडा होते हुए अमेरिका के आसमान पर दिखाई दिया था। देखिए क्या होता है ये स्पाई बैलून, कैसे करता है काम।
भारत-चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) विवाद पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी को करारा जवाब दिया है। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग चीन मुद्दे पर गलत जानकारी दे रहे हैं। ड्रैगन ने भारत की जमीन पर 1962 में कब्जा किया था।
Indian Army Day: दुनिया की सबसे बड़ी चौथी सेना के रूप में भारत अब पाकिस्तान और चीन के लिए ही नहीं, बल्कि विश्व के लिए चुनौती बन गया है। भारतीय सेना की लगातार बढ़ती ताकत को देखते हुए पाकिस्तान और चीन ही नहीं परेशान है, बल्कि अमेरिका भी हैरान है।
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