कोरोना संक्रमण के मामलों में बीते कुछ दिनों में कमी आई है। ऐसे में कई बार लोग कोविड गाइडलाइन्स को फॉलो करने के प्रति लापरवाह हो जाते हैं। यही वजह है कि सरकार की ओर से लोगों को लागातार इसे लेकर सचेत किया जा रहा है।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर में पहले के मुकाबले ज्यादा बच्चे संक्रमित पाए जा रहे हैं लेकिन राहत की बात यह है कि अधिकतर मामलों में संक्रमण मामूली है और मृत्युदर काफी कम है।
दिल्ली में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा।
डॉ. वीके पॉल ने बताया कि '2 से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन (COVAXIN) के क्लीनिकल ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की अनुमति मिल गई है।
इंडिया टीवी पर मेंटल हेल्थ कॉन्फ्रेंस जारी है। इस स्पेशल शो में हमारे साथ तमाम जाने-माने मनोचिकित्सक जुड़े जिन्होंने इस बात पर चर्चा की कि कोरोनाकाल में बच्चों की मेंटल हेल्थ पर कितना और किस तरह से असर पड़ा है।
देश में कोरोना वायरस को लेकर अभी दूसरी लहर खत्म भी नहीं हुई थी कि लखनऊ के सिविल अस्पताल के डॉक्टर ने बच्चों पर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बड़ी आशंका जताई है।
मध्य प्रदेश में कोरोना सक्रमण की वजह से अपने माता-पिता को खो चुके अनाथ बच्चों और आजीविका का सहारा खोनेवाले परिवारों को पांच हजार रुपए का पेंशन, निशुल्क राशन, बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी।
DCGI की मंजूरी के बाद देशभर में Covaxin ट्रायल 525 स्वस्थ बच्चों पर किया जाएगा। ट्रायल के लिए बच्चों को वैक्सीन की 2 डोज दी जाएगी, पहली डोज के बाद दूसरी डोज 28वें दिन दी जाएगी।
कॉमेडिन कपिल शर्मा और उनकी पत्नी गिन्नी चतरथ ने इसी साल 1 फरवरी को अपने दूसरे बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के बाद से ही फैंस इस बात का इंतजार कर रहे थे कि कब उनके बच्चे का नाम सामने आएगा। आखिरकार, कपिल ने सिंगर नीति मोहन के पूछने पर अपने बेटे का नाम बता ही दिया।
यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डाटा के मुताबिक, बुधवार सुबह तक अमेरिका में लगभग 6.6 करोड़ लोगों को कोविड-19 टीका लग चुका है।
एक नई रिसर्च में ऐसा चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जिसे जानने के बाद आप सैनिटाइजर का इस्तेमाल थोड़ा संभलकर करेंगे।
दिल्ली सरकार एक ऐसी योजना लागू करने जा रही है जिसके अंतर्गत उन बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी जिनके माता-पिता जेल में बंद हैं। इस योजना के अंतर्गत उन बच्चों की मदद की जाएगी, जिनके माता-पिता सजा काट रहे हैं और उनके पास बच्चों के लिए कोई वित्तीय व्यवस्था नहीं है।
पूर्वी अफगानिस्तान के गजनी प्रांत में शुक्रवार को रिक्शा में छिपाकर रखे गए बम में विस्फोट होने से उसकी चपेट में आकर 15 लोगों की मौत हो गई जिसमें 11 बच्चे शामिल हैं।
अपने बच्चों को स्कूल में पढ़ाने के लिए पैरंट्स क्या-क्या जतन नहीं करते, लेकिन कुछ लोग ऐसा करने के लिए हद से गुजर जाते हैं।
मथुरा जिले के एक गांव में मंदिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पूजा के फल चुराकर खाने पर दो बच्चों को एक स्कूल में कथित रूप से रस्सी से बांधकर पीटा गया।
सर्वे में यह सामने आया है कि लॉकडाउन के दिनों में हाई स्क्रीन एक्सपोजर वाले 70.70 प्रतिशत छात्रों को व्यवहार संबंधी समस्याएं आई हैं।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक दुखद घटना में 4 बच्चों ने गलती से खुद को कार में बंद कर लिया। इन बच्चों में से 2 की दम घुटने से मौत हो गई, जबकि दो अन्य बच्चों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्पेन में 14 साल से कम उम्र के बच्चों को अपने माता या पिता के साथ एक घंटे के लिए बाहर निकलकर खेलने की अनुमति दी गई।
अफ्रीकी देश कैमरून के उत्तर में स्थित एक गांव में हथियारबंद लोगों ने 22 लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
कड़ी मशक्कत के बाद बच्चों को छुड़ा लिया गया और क्रॉस फायरिंग में आरोपी की भी जान चली गई। आइए, आपको बताते हैं दहशत के उन 11 घंटों की पूरी कहानी।
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