42 वर्ष पहले ब्रिटेन में हुई भारतीय मूल के आठ वर्षीय स्कूली बच्चे के मामले की फिर से जांच शुरू हो गई है। अब तक मृतक के हत्यारे को खोजा नहीं जा सका है, लिहाजा पुनः तहकीकात शुरू कर दी गई है। वह चार दशक पहले घर लौटते समय लापता हो गया था। विशाल मेहरोत्रा नामक यह बच्चा 29 जुलाई, 1981 को दक्षिण लंदन से गायब हो गया था।
यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने कहा, ‘‘महामारी के चरम पर, वैज्ञानिकों ने तेजी से ऐसे टीके विकसित किए, जिन्होंने अनगिनत लोगों की जान बचाई, लेकिन इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बावजूद, सभी प्रकार के टीकों के बारे में भय और गलत सूचना वायरस की तरह प्रसारित हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये आंकड़े चिंताजनक चेतावनी संकेत हैं।
बेंगलुरु में पानी की पाइप लाइन बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरकर 2.5 साल के बच्चे की मौत हो गई है।इसके बाद इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पाकिस्तान में अफगानिस्तान की सीमा से लगे खाली पड़े एक मकान में खेल रहे बच्चों की बम फटने से दर्दनाक मौत हो गई। दरअसल यह बच्चे खाली मकान में पड़े बम को लेकर खेल रहे थे। इसी दौरान अचानक बम फट गया और मौके पर मौजूद तीनों बच्चों की मौत हो गई।
यूक्रेन के एक बचाव संगठन के प्रमुख माइकोला कुलेबा ने कहा कि वह युद्ध के दौरान रूस ले जाए गए 31 बच्चों को वापस लेकर आए हैं। कुलेबा ने शनिवार को कीव में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। वह ‘सेव यूक्रेन’ संगठन के कार्यकारी निदेशक हैं।
बच्ची की मौत 12 मार्च को हुई है और इसी दिन उसका बर्थडे भी था। परिवार ने उसी दिन बच्ची का अंतिम संस्कार भी कर दिया। परिवार बच्ची का पहला बर्थडे नहीं मना पाया था इसलिए दूसरा बर्थडे धूमधाम के साथ मनाने की तैयारी कर रहा था और इस बीच यह हादसा हो गया।
संजय राउत और राघव चड्ढा ने अपने ट्विटर हैंडल पर ऐसी तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें आम आदमी पार्टी नेता एवं राज्य के तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया स्कूलों में नाबालिग बच्चों के साथ दिख रहे हैं।
नायर ने बताया कि एक ऐप पर ऑनलाइन फंड इकट्ठा करने के लिए पेज शुरू करने के बाद से ही डोनेशन आने शुरू हो गए लेकिन 15.31 करोड़ रुपये देने वाले ‘फरिश्ते’ की पहचान गुप्त है।
आरोपी ने 9 फरवरी को गुजरात के डुंगरा थाना क्षेत्र से 6 साल की एक बच्ची का अपहरण कर लिया था।
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के वीडियो और तस्वीरें बेहद डरावने हैं। एक बड़े पत्थर के मलबे में दबी 7 वर्षीय एक बच्ची की तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसने अपने नन्हें भाई को आगोश में छुपाए रखा है। ताकि मौत उसका बाल बांका न कर सके। इस पत्थर के नीचे अपने भाई के समेत यह बच्ची 17 घंटे तक दबी रही।
असम में बाल विवाह के खिलाफ 3 फरवरी को शुरू किए गए अभियान में सोमवार तक राज्य में कम से कम 2,441 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस अभियान के कारण असम की बराक घाटी में हैलाकांडी, कछार और करीमगंज जिलों में कई नाबालिग लड़कियों की कई शादियां रद्द करनी पड़ी हैं।
लड़की की शादी जुलाई 2022 में लड़की की परिवार व अन्य रिश्तेदारों द्वारा की गई थी। इस बात की जानकारी तब हुई जब लड़की गर्भवती हो गई। पुलिस ने कन्नन देवन कंपनी के चेक्किनाड एस्टेट के ग्राहम लैंड डिवीजन के मणिमारन के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को कहा था कि राज्य पुलिस द्वारा बाल विवाह के खिलाफ शुरू किया गया अभियान 2026 में अगले विधानसभा चुनाव तक जारी रहेगा।
असम में बाल विवाह के खिलाफ सरकार का एक्शन जारी है. अबतक 2200 से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, तो 3500 से ज्यादा लोगों को अभी अरेस्ट किया जाना है. इस बीच सरकार के इस एक्शन का विरोध भी शुरू हो गया है.
Assam में BJP की सरकार एक्शन मोड में है. सीएम Himanta Biswa Sarma बाल-विवाह के खिलाफ कार्रवाई किया है.
ब्रह्म मुहूर्त के रहस्य, प्रकृति से जुड़े हुए हैं। साथ ही सूर्य और ईश्वरीय आशीर्वाद का इस मुहूर्त में खास महत्व रहा है। तो, आइए जानते हैं इस मुहूर्त में जन्मे बच्चे कैसे होते हैं।
महाराष्ट्र के धुले जिले में एक बच्चे की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना बुधवार रात 9 बजे की है जो CCTV में कैद हो गई।
इस साल अगर आपका बच्चा सुबह 5 से 7 के बीच पैदा हुआ है तो उसके लिए यह साल कैसा होगा, इस बारे में बता रहे हैं, आचार्य इंदु प्रकाश।
Father Of 102 Children: क्या आप कभी सोच सकते हैं कि एक व्यक्ति 100 से भी अधिक बच्चे पैदा कर सकता है। वह भी मात्र 67 साल की उम्र में?...शायद नहीं, लेकिन युगांडा के एक किसान ने ऐसा कर दिखाया है। मूसा हसाह्या नाम के एक व्यक्ति ने अब तक 102 बच्चे पैदा कर नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है। किसान के इस कारनामे से हर कोई हैरान है।
High Court on Child Physical abuse: बच्चों के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न के एक मामले की सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट ने बेहद दर्द भरी टिप्पणी की है। उच्च न्यायालय ने कहा कि स्कूल जाने वाले बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलों में पीड़ितों की मानसिक स्थिति पर प्राथमिकता से ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
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