छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए बसपा अध्यक्ष मायावती का चुनाव प्रचार अभियान अगले सप्ताह 25 अक्तूबर से शुरु होगा।
छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे), बहुजन समाज पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महागठबंधन ने फैसला किया है कि उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी किसी भी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ेंगे।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने पहले चरण के मतदान के लिए 12 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है
क्रिकेटर नवजोद सिंह सिद्धू और अजहरुद्दीन को राज्य के वोटरों को कांग्रेस के पक्ष में मोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है।
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव संपन्न होगा। प्रथम चरण में 12 नवंबर को 18 विधानसभा क्षेत्रों में तथा दूसरे चरण में 20 नवंबर को शेष 72 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा।
Chhattisgarh Assembly Elections 2018: नवंबर-दिसंबर में 5 राज्यों में होने वाले चुनावों में सिर्फ छत्तीसगढ़ एक मात्र राज्य है जहां 2 चरणों में मतदान होना है।
अधिसूचना के मुताबिक छत्तीसगढ़ की 18 में से 8 विधानसभा सीटों के लिए मतदान का समय सुबह 8 बजे से लेकर शाम को 5 बजे रखा गया है
अधिसूचना जारी होते ही नामांकन दाखिले की भी शुरूआत हो जाएगी
5 राज्यों में 12 नवंबर से लेकर 7 दिसंबर के दौरान मतदान होगा और वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि एक बार फिर राम मंदिर निर्माण का मुद्दा जोर पकड़ रहा है लेकिन इससे भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को लाभ होने वाला नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे छत्तीसगढ़ में बड़ी जीत हासिल कर अन्य राज्यों में कार्यकर्ताओं के बलिदान का बदला लें।
राजनंदगाव से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह चुनाव लड़ते हैं और उनके खिलाफ कांग्रेस ने अभी उम्मीदवार का चुनाव नहीं किया है
Assembly Election in 5 States: नजरें मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर टिकी हुई हैं क्योंकि तीनों में फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार है तथा BJP और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर रहती है
Chhattisgarh Assembly Elections 2018: छत्तीसगढ़ में पिछली बार कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी को मिले वोटों का अंतर 1 प्रतिशत से भी कम था, कुछ कम वोट मिलने की वजह से कांग्रेस चुनाव हार गई थी।
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