छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने को लेकर विपक्ष के नेताओं ने एकनाथ शिंदे सरकार को निशाने पर लिया हुआ है। विपक्षी नेताओं ने इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग की है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली के एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने छत्रपति शिवाजी की मूर्ति के ढहने पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया गया होता तो प्रतिमा नहीं गिरती।
सिंधुदुर्ग में शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर पीएम मोदी ने माफ़ी मांगी...कहा...शिवाजी के चरणों में सिर झुकाकर माफ़ी मांगता हूं
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र में जाकर शिवाजी महाराज के चरणों में सिर रखकर माफी मांगी....महाराष्ट्र की धरती पर खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी ने बिना लाग लपेट कहा कि सिर्फ छत्रपति शिवाजी महाराज से ही नहीं....जिन लोगों को भी शिवाजी महाराज की प्रतिमा खंडित होने से कष्ट पहुंचा....
अजित पवार शिवाजी की प्रतिमा ढहने के मामले को लेकर अपने ही सरकार के खिलाफ हो गए हैं। उनकी पार्टी आज इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन करने जा रही है।
सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के बाद से जमकर सियासत हो रही है। सिंधुदुर्ग PWD विभाग ने दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं, इस घटना को लेकर एक चिट्ठी सामने आई है जिसमें मूर्ति को लेकर पहले ही जानकारी दे दी गई थी।
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में पिछले साल पीएम मोदी द्वारा अनावरण की गई छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट की प्रतिमा सोमवार को ढह गई। सीएम शिंदे ने तेज हवाओं को इसका जिम्मेदार ठहराया है। देखें क्या कहा शिंदे ने-
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि छत्रपति शिवाजी द्वारा इस्तेमाल किया गया बाघ के पंजे के आकार का हथियार ‘वाघ नख’ बुधवार को लंदन के एक संग्रहालय से मुंबई लाया गया है।
देशभर में शिव जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इसी क्रम में नागपुर में छत्रपति शिवाजी महाराज की घुड़सवारी वाली प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस मौके पर ऑरेंज सिटी के नाम से मशहूर नागपुर केसरिया रंग की रोशनी से नहा उठा।
छत्रपति शिवाजी महाराज ने इसी वाघ नख की मदद से बीजापुर सल्तनत के दुर्दांत सेनापति अफजल खान को मारा था। इस कारण ब्रिटेन के विक्टोरिया एंड एल्बर्ट म्यूजियम में रखे गए इस वाघ नख के लिए लोगों में काफी आस्था है।
छत्रपति शिवाजी महाराज के खास हथियार 'बाघ नख' और 'जगदंबा तलवार' को इस साल के अंत तक भारत लाया जा सकता है। बता दें कि ये हथियार लंदन विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम में रखे हुए हैं।
संपादक की पसंद