Chhath Puja 2023: छठ पूजा पर रेलवे की ओर से बिहार के लिए कई स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया है। ये ट्रेनें दिल्ली के आंनद विहार टर्मिनल से बिहार के प्रमुख शहरों के लिए चलेंगी।
Indian Railways Special Trains For Diwali and Chhath Puja: दिवाली और छठ पूजा के मद्देनजर स्पेशल ट्रेनों के संचालन को शुरू कर दिया गया है। अगर आपने अबतक अपने टिकट की बुकिंग नहीं की है तो आप फौरन टिकट की बुकिंग कर लें। स्पेशल ट्रेनों के संचालन की घोषणा रेलवे मंत्री अश्विन वैष्णव ने की है।
उत्तर रेलवे ने दशहरा, दिवाली और छठ जैसे प्रमुख त्योहारों के मौके पर अपने घर जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए 34 स्पेशल ट्रेनें चलवाने और मौजूदा ट्रेनों में एक्स्ट्रा कोच जोड़ने का एलान किया है।
इस साल छठ पूजा 17 नवंबर से 20 नवंबर तक मनाई जाएगी। चार दिवसीय त्योहार नहाय खाय अनुष्ठान के साथ शुरू होता है जिसके बाद लोहंडा और खरना होता है।
दिल्ली सरकार ने छठ पूजा के लिए अपनी तैयारियों को लेकर कमर कस ली है। राजस्व मंत्री आतिशी ने बताया है कि इस मौके पर राजधानी में एक हजार से अधिक घाट तैयार किए जाएंगे, जहां स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
Chaiti Chhath 2023: चैती छठ आने में अब कुछ दिन ही बाकी है। उससे पहले चैती छठ पूजा की महत्वपूर्ण तिथियां जान लिजिए। मालूम हो कि साल में 2 बार महापर्व छठ का त्यौहार मनाया जाता है।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली के बीजेपी कार्यालय में पूर्वांचल मोर्चा के छठ पूजा आयोजन समिति के प्रमुखों के साथ अभिनंदन समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनका जन्म बिहार में हुआ है तो इस राज्य की छाप स्वाभाविक रूप से उन पर है।
हिंदू धर्म में छठ पूजा का महत्व काफी अधिक है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी से शुरू होने वाले इस व्रत को छठ पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा और डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है।
Chhath Puja Usha Arghya: छठ के चौथे और आखिरी दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। इस पावन अवसर पर सुबह से घाटों पर भक्तों की भीड़ नजर आई। बता दें कि छठ में ढलते और उगते सूर्य की उपासना का खास महत्व है। आज के दिन को छठ का पारण कहा जाता है। व्रती 36 घंटे के निर्जला उपवास के बाद जल और अन्न ग्रहण करेंगी।
छठ महापर्व के दौरान आज गुजरात में एक पुल गिर गया। मोरबी जिले में ये पुल केबल का था और भारी भीड़ के कारण अचानक टूट कर नदी में जा गिरा। लेकिन छठ महापर्व के दौरान ये कोई पहला हादसी नहीं है। इससे पहले भी छठ के दौरान कई बड़ा हादसे हो चुके हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गृहनगर ठाणे में छठ महापर्व धूम धाम से मनाया। सीएम शिंदे के गृहनगर ठाणे में उपवन झील पर बड़ी संख्या में व्रती महिलाएं छठ के लिए पहुंचीं।
Gujarat: गुजरात के मोरबी में बड़ा हादसा हो गया। यहां मच्छु नदी में बना केबल ब्रिज टूटने से कई लोग नदी में गिर गए। शाम के समय ये हादसा हुआ, जब लोग छठ मना रहे थे। इस हादसे में अब तक 143 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है।
Chhath Puja 2022: लोक आस्था के महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान का आज तीसरा दिन है। छठ व्रतियों ने रविवार 30 अक्टूबर को शाम के समय अलग अलग राज्यों में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया।
CChhath Puja 2022: छठ पूजा में संध्या अर्घ्य देते समय इन कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान देना होता है। चलिए आपको बताते हैं सूर्य को अर्घ्य देते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
तिवारी ने कहा, ''जैसे-जैसे प्रदूषण बढ़ना शुरू हुआ, सीएम केजरीवाल को छठ पूजा की तैयारी के लिए दिल्ली में रुकना चाहिए था।
Chhath Puja 2022 Wishes: आज यानी रविवार को छठ के तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन छठ पर्व मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि जो कोई भी श्रद्धा भाव से छठी मईया और सूर्यदेव की उपासना करता है उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है।
Chhath 2022: आज महापर्व छठ के तीसरे दिन व्रती महिलाएं डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी। इसके बाद कल यानी छठ के चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। महिलाएं छठ का व्रत परिवार संतान की खुशहाली के लिए करती हैं। छठ में भगवान सूर्य और छठी मईया की उपासना का खास महत्व है।
Chhath Puja 2022 Sharda Sinha Geet: शारदा सिन्हा के गानों के बिना छठ महापर्व अधूरा है। आज भी जब कहीं उनकी आवाज में जब 'केलवा के पात पर' पर बजता है तो हर कोई भावुक हो जाता है।
Bihar: घटना के वक्त घर में कई लोग मौजूद थे। महिलाएं छठ के लिए प्रसाद बन रही थीं कि तभी सिलेंडर के फटने से आग लग गई। जिसमें वहां मौजूद लोग आग की चपेट में आ गए। घटना के बाद आग बुझाने के लिए पुलिसकर्मी भी पहुंचे। वे भी आग में झुलसकर घायल हो गए।
Chhath Puja 2022 Kharna: छठ के दूसरे दिन खरना मनाया जाता है। इसमें व्रती महिलाएं भगवान सूर्य को शाम के वक्त दूध, गुड़ और चावल वाली खीर का भोग लगाएंगी छठ पूजा में खरना का विशेष महत्व है, क्योंकि आज से व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है।
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