Chhath Puja 2019: छठ पूजा और सूर्य की आराधना का प्रारंभ कब हुआ। इसके बारे में इन 4 पौराणिक कथाओं में बताया गया है।
लोक आस्था के महापर्व छठ में गंगा तट पर उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर और व्रतियों को भगवान भास्कर के अघ्र्य देने की सुविधा के लिए प्रशासन छठ घाटों को तैयार करने में जुटा है।
चार दिनों का महापर्व छठ दिवाली के छठे दिन मनाया जाता है। दिवाली खत्म होते ही लोग छठ की तैयारी में लग जाते हैं। जानें शुभ मुहूर्त और विधि।
Chhath Puja 2018: छठ पर्व के तीसरे दिन भगवान सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है। इस दिन डूबते हुए सूर्. को अर्ध्य देने की मान्.ता है। जानें किस शुभ मुहूर्त में दें अर्ध्य और साथ पूजा विधि।
छठ पूजा के दिन बहुत ही विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। छठ पूजा 11 नवंबर से शुरु होकर 14 नवंबर की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के बाद ही समाप्त होगा। इस दिन पूजा में अगर विधि-विधान न होगी, तो आपकी एक गलती छठ माना को नाखुश कर सकते है। जानिए इन दिन पूजा करते समय ये गलतियां न करें।
Chhath 2018: सबसे ज्यादा ये बिहार और झारखंड में बनाई जाती है। छठ पूजा जैसे महापर्व में आप भी इस रेसिपी को बनाकर सूर्य भगवान की आराधना करें। जानिए ठेकुआ कैसे बनाएं।
Chhath Puja 2018: आम्रपाली दुबे ने 'चले के बाटे छठी घाट ऐ पिया' गीत गाया था। भोजपुरी सिनेमा की यूट्यूब क्वीन के नाम से मशहूर आम्रपाली दुबे की फिल्म 'लागल रहा बताशा' का छठ गीत रिलीज हो गया है।'
कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि और रविवार के साथ ही छठ पूजा का विधान शुरु हो जाएगा। इसे सूर्य षष्ठी व्रत भी कहते है। 11 नवंबर से छठ पूजा का ये पर्व शुरु हो रहा है। जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
बिहार में छठ पूजा के दौरान अलग-अलग जिलों में विभिन्न नदियों और तालाबों में डूबने से कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई
पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने एक बार फिर कट्टरपंथी मौलवियों को चुनौती दे डाली है. कैफ़ ने छठ पूजा के मौक़े पर सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दी है.
सुबह 6 बजकर 41 मिनट पर सूर्योदय के साथ ही नदी और जलाशयों पर श्रद्धालु सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर उनकी उपासना करेंगे। सुबह भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ सूर्य उपासना का महापर्व छठ व्रत संपन्न हो जाएगा।
पटना सहित पूरे बिहार में गंगा तट से लेकर विभिन्न नदियों के किनारे और जलाशयों के तटों पर लाखों छठ व्रतधारियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया और भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की।
सूर्योपासना और लोकआस्था के महापर्व छठ की कल्पना कर्णप्रिय और सुमधुर गीत के बिना नहीं की जा सकती। इन पारंपरिक गीतों के जरिए न केवल भगवान की अराधना की जाती है, बल्कि इन गीतों के जरिए कई संदेश भी देने की कोशिश की जाती है।
गांव के घरों से लेकर शहरों के मोहल्लों तक में मनभावन लोक गीतों और पारंपरिक प्रसादों की खुशबू के बीच लोग सूर्य भगवान की अराधना में डूबे हुए हैं। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी भी परिवार के संग छठ पूजा कर रह
आज शाम के समय डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अगली सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा और इसके बाद व्रत का पारण किया जायेगा। अपनी राशि के अनुसार आपको आज छठ पूजा के दिन कौन-से उपाय करने चाहिए। जिसे आपको काम में सफलता मिलेे। जानिए
आज छठ पूजा के दिन सूर्य संबंधी कुछ उपायों को करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है, आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है और आपकी लंबे समय से चली आ रही परेशानियां खत्म हो सकती हैं।
लोक आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन बुधवार को व्रतियों ने दिनभर उपवास रखकर शाम को 'खरना' किया।
ये रेसिपी मुख्य रुप से छठ पूजा में बना ई जाती है। जो कि एक पारंपरिक डिश है। जिसका कोई जवाब ही नहीं है। यह मीठे, खस्ता और कुरकुरे होते है। ऐसे बनाएं....
छठ पूजा आज से शुरु होकर 27 अक्टूबर की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के बाद ही समा्प्त होगा। इस दिन पूजा में अगर विधि-विधान न होगी, तो आपकी एक गलती छठ माना को नाखुश कर सकते है। जानिए इन दिन पूजा करते समय ये गलतियां न करें।
छठ पूजा को लेकर मान्यता है कि इस दिन बहुत ही विधि-विधान के साथ पूजा की जानी चाहिए, नहीं तो उसका इसी जन्म अशुभ फल मिलता है। जानिए इस दिन किन चीजों को साथ रखना नहीं भूलना चाहिए...
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