आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा कहा, अगर, वे (BJP) छठ पूजा पर गंदी राजनीति जारी रखेंगे तो पूर्वांचल के लोग उन्हें कभी क्षमा नहीं करेंगे।
8 नवंबर से छठ महापर्व की शुरुआत हो रही है। ये पर्व चार दिन तक चलता है। जानिए इन चार दिनों में किस दिन किस तरह से पूजा अर्चना की जाती है।
पूर्वी यूपी और बिहार के पूर्वाचल के मतदाता, जो राजधानी शहर के कुल मतदाताओं का 36 प्रतिशत से अधिक है, किसी भी पार्टी का राजनीतिक भाग्य तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि वह छठ का पर्व यमुना के घाट पर ही मनाएंगे। तिवारी ने एक बयान जारी करके कहा कि वह यह जान कर ‘‘स्तब्ध’’ हैं कि श्रद्धालुओं को छठ पर्व यमुना नदी के किनारों पर मनाने की अनुमति नहीं है।
डीडीएमए ने बताया कि 1 नवंबर से दिल्ली में सिनेमा हॉल, थिएटर, मल्टीप्लेक्स को 100 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति होगी। वहीं 1 नवंबर से 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ऑडिटोरियम और सभा भवन की भी अनुमति दी गई है। वहीं यमुना नदी के किनारों को छोड़ कर दिल्ली में निर्दिष्ट स्थानों पर छठ पूजा की अनुमति होगी।
छठ पूजा पर प्रतिबंध के मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के विरोध की पृष्ठभूमि में केजरीवाल ने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए उपराज्यपाल अनिल बैजल से डीडीएमए की यथाशीघ्र बैठक बुलाने और छठ पूजा की अनुमति देने का आह्वान किया था।
पिछले सप्ताह दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने एक आदेश में कोविड-19 स्थिति को देखते हुए नदी किनारे, जलाशयों और मंदिरों सहित सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा समारोह पर रोक लगा दी थी।
वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अन्य दलों के नेताओं से अपील की कि वे छठ पूजा को लेकर राजनीति नहीं करें। उन्होंने साथ ही कहा कि नदियों के किनारों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा करने पर रोक कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लोगों की सुरक्षा के लिए लगाई गई है।
बुलेटिन के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार तक 14,38,868 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है जिनमें से 14.13 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बुधवार को कुल 72,386 नमूनों की जांच की गई।
डीडीएमए ने एक आधिकारिक आदेश में कहा, दिल्ली में त्योहारों के दौरान प्रदर्शनी, मेला, खाने-पीने की दुकानें, झूला, रैली और जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी।
जुहू बीच और सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा और लोगों को इकट्ठा होने पर पाबंदी लगने की वजह से कई जगहों पर कृतिम तालाब की व्यवस्था की गई। ताकि लोग सूर्य को अर्ध्य दे सके। ऐसे ही कृत्रिम तालाब की व्यवस्था कुर्ला के कमानी इलाके में किया गया।
लोक आस्था का पर्व छठ को लेकर पटना सहित पूरा बिहार भक्तिमय हो गया है। शुक्रवार की शाम व्रती गंगा के तट और विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य अर्पित करेंगे।
छठ पूजा की शुरुआत में ही मुंबई के जुहू बीच पर जबरदस्त तैयारियां शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते हर त्योहार का रंग फीका पड़ गया है।
इसबार कोरोना महामारी की वजह से राज्य सरकारों ने लोगों से घरों पर या घर के नजदीक ही छठ मनाने का आग्रह किया है। पटना के काली घाट पर भी शुक्रवार सुबह घाट पर बड़ी संख्या में लोग छठ पर्व की वजह से जुटे।
आज सूर्य षष्ठी व्रत का तीसरा और महत्वपूर्ण दिन है। इसे डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है। आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
खरना के दिन व्रती अपने कुलदेवता और छठ माइया की पूजा करती हैं। इस दिन गन्ने के रस या फिर गुड़ से बनी खीर का प्रसाद भी अर्पित करते हैं।
छठ महापर्व के मौके ठेकुआ के साथ विभिन्न तरीके के पकवान बनाए जाते हैं। इन्हीं में से एक है गन्ने के रस की खीर। जनाने बनाने की सिंपल विधि।
4 दिनों तक चलने वाले इस छठ महापर्व में विधि-विधान से पूजा करने के साथ कुछ नियमों का भी पालन करना होता है। यह व्रत जितना कठिन होता है उतने ही कड़े इसके नियम होते हैं।
भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के छठ पर आधारित कई गानें रिलीज हुए हैं।
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