कूनो नेशनल पार्क में तेंदुओं के अधिक संख्या चिंताजनक हो गई है। ये तेंदुए चीतों के लिए बेहद ही खतरनाक साबित होते हैं। 1,200 वर्ग किलोमीटर में फैले कूनो राष्ट्रीय उद्यान के कोर और बफर क्षेत्र में 70 से 80 तेंदुओं की मौजूदगी दर्ज की गई है।
भारत में बसाने की योजना के तहत नामीबिया से 17 सितंबर को चीतों को केएनपी लाया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इन चीतों को बाड़ों में छोड़ा था। पांच नवंबर को इनके यहां 50 दिन पूरे हो गए।
MP News: मिश्रा ने कहा, ये नाना पटोले के सिर की चंपी जरुरी है। अब ये चीते से क्या तुलना कर रहे हैं और कुछ तो भी बोल देते हैं।
Cheetah politics: ऐसे समय में जब देश मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए आठ चीतों के लिए जश्न मना रहा है, राजस्थान में वन्यजीव प्रेमी निराश हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि चीते राजस्थान में आएंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, यह राजस्थान का नुकसान है और एमपी का फायदा है।
चीतों का केएनपी तक का सफर आसान करने के लिए कस्टम विभाग के अफसरों की 15 सदस्यीय टीम ग्वालियर में तैनात थी। ग्वालियर में औपचारिकताएं पूरी करने के बाद चीतों को भारतीय वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों के जरिये केएनपी के निकट पालपुर गांव भेजा गया था।
Kuno National Park : भारत में 1952 में विलुप्त हो चुके इस जानवर को पुनः देश में बसाने के लिए प्रोजेक्ट चीता के तहत ये प्रयास किए जा रहे हैं।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Naredra Modi) ने पिछले दिनों मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए चीतों को विमुक्त करने के साथ उनकी तस्वीर खींची थी, प्रधानमंत्री द्वारा चीतों की तस्वीर खींचने वाली फोटो से छेड़छाड़ की गई है।
Cheetah in Kuno: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं ने नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को शनिवार सुबह केएनपी में बनाए गए विशेष बाड़ों में छोड़ा। भारत में 1952 में चीते विलुप्त हो गए थे, इसलिए भारत में उन्हें बसाने के लिए प्रोजेक्ट चीता के तहत ये चीते यहां लाए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों को छोड़ा।
अरविंद सावंत ने कहा कि मोदी देश में चीते लेकर आए हैं, जो कि पहले भी थे, लेकिन आदित्य ठाकरे तो पेंग्विन लेकर आए थे।
History of Cheetah: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के मौके पर आज कूनो नेशनल पार्क में 8 चीते छोड़े दिए। इन चीतों को अफ्रीका के नामबिया शहर से लाया गया था। सरकार की कड़ी मशक्कत के बाद अब फिर से भारत में चीते की प्रजातियां देखने को मिलेंगी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री शासन में निरंतरता को शायद ही कभी स्वीकार करते हैं।
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