अपने चैटबॉट को खामियों से दूर रखने के लिए ओपनएआई ने बग बाउंटी प्रोग्राम लॉन्च किया है। इस बग की गंभीरता के अनुसार प्राइज दिया जाएगा। अगर चैटजीपीटी में कोई छोटा बग निकलता है तो उसके लिए 200 डॉलर इनाम के तौर पर मिलेंगे जबकि गंभीर और बड़ा बग तलाशन पर 200 डॉलर दिए जाएंगे।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि ओपन एआई के चैटजीपीटी के साथ इसके एकीकरण की घोषणा के बाद से, बिंग के औसत दैनिक डाउनलोड में 1,000 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
ChatGPT ताबड़तोड़ कमाई का भी जरिया बन रहा है। एक शख्स ने इसकी मदद से महज 3 महीने के अंदर करीब 28 लाख रुपए कमा लिए हैं।
एक शख्स ने लोगों के ChatGPT इस्तेमाल करना सिखाकर, सिर्फ तीन महीनों में 28 लाख की कमाई कर ली। शख्स ने बताया कि सीखने ने लिए उन देशों से भी छात्रों ने पंजीकरण करवाया है जहां अभी ChatGPT उपलब्ध भी नहीं है।
इटली सहित कई देशों ने OpenAI के चैटबॉट ChatGPT पर बैन लगा रखा है। आइए जानते हैं इस लिस्ट में कौन-कौन से देश शामिल हैं।
AI News in India: जब से ChatGPT ने तकनीक की दुनिया में कदम रखा है, तब से AI को लेकर चर्चा तेज हो गई है। छोटी से लेकर बड़ी कंपनी और प्राइवेट से लेकर सरकारी संस्थान अब तो सरकार भी इसकी बात करने लगी है। आईटी मिनिस्ट्री ने इसको लेकर एक बयान जारी किया है।
Open AI ChatGPT पिछले कुछ महीनों से टेक्नोलॉजी की दुनिया में सुर्खियों में बना हुआ है। इसकी इंटेलीजेंस को लोग अलग अलग तरह से उपयोग कर रहे हैं। इस बीच एक शख्स ने इस AI टूल का फायदा उठाते हुए सिर्फ 3 महीने में 28 लाख से ज्यादा रुपये कमा लिए। शख्स ने कहा कि इसमें बहुत अधिक स्कोप है।
चैटजीपीटी की चर्चा इन दिनों भारत समेत पूरी दुनिया में हो रही है। हालांकि, मेरा मानना है कि अभी चैटजीपीटी पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है। इस एआई प्लेटफॉर्म को लंबे समय तक परखने की जरूरत है।
ChatGPT का इस्तेमाल लगभग हर डिवाइस में हो रहा है। इसे कंप्यूटर लैपटॉप स्मार्टफोन यहां तक की ऐपल वॉच में भी यूज करना आसान है। OpenAI की तरफ से जारी AI chatbot को अब वॉट्सऐप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए इन 3 आसान टिप्स और ट्रिक्स को फॉलो करें।
गूगल बहुत जल्द अपना एक नया AI टूल जारी कर सकता है। गूगल ने उन रिपोर्ट्स का खंडन किया है जिसमें बताया गया था गूगल बार्ड नामक अपने एआई चैटबॉट को बेहतर बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाले ओपनएआई के चैटजीपीटी की नकल कर रहा है।
ChatGPT की तरह काम करन वाले इस टूल की टेस्टिंग में गूगल यूजर्स को ईमेल, बर्थडे इनविटेशन और इसके साथ नोवेल लिखने की इजाजत दे रहा है। 9टू5गूगल की रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल इसे उन यूजर्स को ही रोलआउट किया गया है जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक है।
सबसे तेज फॉलोअर्स जुटाने के मामले में Open AI ChatGPT ने रिकॉर्ड कायम कर दिया है। इसके अब तक 100 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स बन चुके हैं। सरकार ने इस पर बैन लगाने के साथ ही इसके खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है।
AI टूल ChatGPT सेक्टर में फिलहाल Google और Microsoft का बोलवाला है। इन दोनों ही कंपनी की मनमानी को खत्म करने के लिए सरकार जल्दी ही इंडियन ChatGPT लॉन्च करने की तैयारी में है। इससे सभी यूजर्स फ्री में AI Chatbots का इस्तेमाल कर सकेंगे।
बग को लेकर ओपन एआई की तरह से जो जानकारी दी गई उसमें बताया गया कि बग की वजह से कुछ यूजर्स की पेमेंट डिटेल्स दूसरे यूजर्स को नजर आ रही थी और इसी वजह से इसे बंद किया गया, हालांकि अब इसे पूरी तरह से ठीक कर लिया गया है।
Open AI द्वारा जारी ChatGpt का इस्तेमाल आप स्मार्टफोन में भी कर सकते हैं वह भी बिल्कुल मुफ्त। इसके लिए गूगल क्रोम एक्सटेंशन, बिंग सर्च इंजन डाउनलोड करें। क्या आप भी भी स्मार्टफोन में फ्री में ChatGpt यूज करने चाहते हैं? इसके लिए अपनाएं ये 3 टिप्स और ट्रिक्स।
कंपनी ने कहा कि ये दो नए फीचर्स विचार, सारांश और अनुवाद करने में मदद करेंगी, साथ ही उपयोगकर्ता इनकी मदद से कोड लिख सकते हैं, म्यूजिक सीख सकते हैं, गणित में मदद ले सकते हैं, पाठ का कंटेंट तैयार कर सकते हैं और बहुत कुछ कर सकते हैं।
चैट जीपीटी जब से दुनिया में आया है तब से वह धमाल मचाये हुए है, वहीं यूजर्स की बढ़ती संख्या देख करके Open AI सब्सक्रिप्शन प्लान ले आया है। बता दें कि भारत में भी Chat GPT Plus के सब्सक्रिप्शन प्लान को लॉन्च कर दिया गया है।
AI Chatbots और ChatGPT को लेकर इन दिनों खूब चर्चाएं हो रही है। कॉलेज के छात्र असाइनमेंट बनाने के अलावा कई ऑफिस गोइंग लोग भी इसकी मदद लेते हैं। दुनिया का पहला AI बेस्ड न्यूज चैनल NewsGPT है। यह कैसे काम करता है इसे जानना बेहद दिलचस्प होगा।
अगर मीट में मिलने वाले एआई फीचर्स की बात करें तो गूगल मीट में वीडियो कॉल के दौरान नए नए बैकग्राउंड को जेनेरेट किया जा सकेगा। चैट में, नई एआई विशेषताएं यूजर्स के काम को और अधिक प्रभावी बनाएंगी।
ChatGPT आने के बाद से ही लोग AI चैटबॉट को लेकर चर्चाएं कर रहे हैं। इसका इस्तेमाल ChatGPT की लॉन्चिंग से पहले से ही सरकारी ऐप्स में यूजर्स को जवाब देने के लिए हो रहा है। 7 ऐसे सरकारी ऐप्स हैं जो यूजर्स को जवाब देने के लिए AI Chatbots की मदद लेते हैं।
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