पिछले दिनों CNBC का Squawk Box' शो आयोजित किया गया था। इस शो में आने वाले रिपोर्टर Eunice Yoon ने चीनी चैटबॉट Ernie bot से दो सवाल पूछे थे। सवाल अंग्रेजी और चाइनीस भाषा में किए गए थे। पहला सवाल कोरोना और दूसरा सवाल राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर था।
ओपनएआई ने गुरुवार को एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, चैटजीपीटी ऐप उपयोग करने के लिए मुफ्त है और आपके हिस्ट्री को सभी डिवाइस पर सिंक करता है। माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाली फर्म ने अमेरिका में ऐप का रोलआउट शुरू कर दिया है।
Indian AI Chatbot: आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लोग अपना काम आसानी से करने लगे हैं। बाजार में चैटजीपीटी और बार्ड ने अपना धाक जमाना शुरू कर दिया है। इसी बीच एक नए भारतीय AI Chatbot की एंट्री हुई है।
India Framework to Regulate AI: दुनिया भर के नियामक ऐसी तकनीकों की बढ़ती लोकप्रियता से चिंतित हैं, क्योंकि उनमें लोगों को गुमराह करने, झूठी और नकली खबरें फैलाने, कॉपीराइट कानूनों का उल्लंघन करने और यहां तक कि लाखों नौकरियां खत्म करने की क्षमता हो सकती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर एक AI फर्म के फाउंडर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है कि इसकी मदद से तैयार रोबोट भविष्य में मनुष्य को भी कंट्रोल कर सकते हैं।
फिलहाल गूगल बार्ड अभी सिर्फ 3 लैंगवेज को ही सपोर्ट कर रहा है। इसमें अंग्रेजी, जापानी और कोरिया भाषा का इस्तेमाल होगा, लेकिन जल्द ही 40 नई भाषाओं को जोड़ा जा सकेगा। गूगल बार्ड लेटेस्ट लैंग्वेज मॉडल PalM 2 पर काम करता है।
उत्तर पश्चिम गांसू प्रांत की पुलिस ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि हांग उपनाम वाले संदिग्ध को ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी' का इस्तेमाल कर फर्जी और झूठी सूचना’ गढ़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
Why AI is Acting of Information: कहा जा रहा है कि आने वाले समय में AI सबकुछ बदल कर रख देगा। लाखों नौकरियां जाएंगी, आदमी का काम AI करेगा, और भी बहुत कुछ बदलने की बाद हो रही है। भविष्य AI के हाथ में कितना जाएगा, ये समय तय करेगा, लेकिन अभी AI के 'एक्टिंग ऑफ इंफॉर्मेशन' पर बात करने की जरूरत है।
अब, कंपनी ने चैटजीपीटी और अन्य एआई सेवाओं जैसे माइक्रोसॉफ्ट के बिंग और गूगल के बार्ड को कंपनी में कंप्यूटर, टैबलेट और फोन पर प्रतिबंधित कर दिया है।
Artificial Intelligence TruthGPT: AI की दुनिया में जल्द क्रांति आने जा रही है। एलन मस्क ने अपना नया AI लॉन्च करने को कहा है। आइए जानते हैं कि इससे कितना कुछ बदल जाएगा।
अपने चैटबॉट को खामियों से दूर रखने के लिए ओपनएआई ने बग बाउंटी प्रोग्राम लॉन्च किया है। इस बग की गंभीरता के अनुसार प्राइज दिया जाएगा। अगर चैटजीपीटी में कोई छोटा बग निकलता है तो उसके लिए 200 डॉलर इनाम के तौर पर मिलेंगे जबकि गंभीर और बड़ा बग तलाशन पर 200 डॉलर दिए जाएंगे।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि ओपन एआई के चैटजीपीटी के साथ इसके एकीकरण की घोषणा के बाद से, बिंग के औसत दैनिक डाउनलोड में 1,000 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
ChatGPT ताबड़तोड़ कमाई का भी जरिया बन रहा है। एक शख्स ने इसकी मदद से महज 3 महीने के अंदर करीब 28 लाख रुपए कमा लिए हैं।
एक शख्स ने लोगों के ChatGPT इस्तेमाल करना सिखाकर, सिर्फ तीन महीनों में 28 लाख की कमाई कर ली। शख्स ने बताया कि सीखने ने लिए उन देशों से भी छात्रों ने पंजीकरण करवाया है जहां अभी ChatGPT उपलब्ध भी नहीं है।
इटली सहित कई देशों ने OpenAI के चैटबॉट ChatGPT पर बैन लगा रखा है। आइए जानते हैं इस लिस्ट में कौन-कौन से देश शामिल हैं।
AI News in India: जब से ChatGPT ने तकनीक की दुनिया में कदम रखा है, तब से AI को लेकर चर्चा तेज हो गई है। छोटी से लेकर बड़ी कंपनी और प्राइवेट से लेकर सरकारी संस्थान अब तो सरकार भी इसकी बात करने लगी है। आईटी मिनिस्ट्री ने इसको लेकर एक बयान जारी किया है।
Open AI ChatGPT पिछले कुछ महीनों से टेक्नोलॉजी की दुनिया में सुर्खियों में बना हुआ है। इसकी इंटेलीजेंस को लोग अलग अलग तरह से उपयोग कर रहे हैं। इस बीच एक शख्स ने इस AI टूल का फायदा उठाते हुए सिर्फ 3 महीने में 28 लाख से ज्यादा रुपये कमा लिए। शख्स ने कहा कि इसमें बहुत अधिक स्कोप है।
चैटजीपीटी की चर्चा इन दिनों भारत समेत पूरी दुनिया में हो रही है। हालांकि, मेरा मानना है कि अभी चैटजीपीटी पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है। इस एआई प्लेटफॉर्म को लंबे समय तक परखने की जरूरत है।
ChatGPT का इस्तेमाल लगभग हर डिवाइस में हो रहा है। इसे कंप्यूटर लैपटॉप स्मार्टफोन यहां तक की ऐपल वॉच में भी यूज करना आसान है। OpenAI की तरफ से जारी AI chatbot को अब वॉट्सऐप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए इन 3 आसान टिप्स और ट्रिक्स को फॉलो करें।
गूगल बहुत जल्द अपना एक नया AI टूल जारी कर सकता है। गूगल ने उन रिपोर्ट्स का खंडन किया है जिसमें बताया गया था गूगल बार्ड नामक अपने एआई चैटबॉट को बेहतर बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाले ओपनएआई के चैटजीपीटी की नकल कर रहा है।
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