ChatGPT बनाकर तहलका मचाने वाली कंपनी OpenAI एक बार फिर से चर्चा में है। इस बार चर्चा का कारण कंपनी के द्वारा भारतीय शख्स से डोमेन खरीदना है। ओपनएआई ने धर्मेश शाह से करीब 126 करोड़ रुपये में Chat.com को खरीद लिया है। इसे सबसे पहले 1996 में रजिस्टर्ड किया गया था।
OpenAI ने गूगल की बादशाहत हिलाने की तैयारी कर ली है। कंपनी ने अपने ChatGPT AI टूल में सर्च फीचर को इंटिग्रेट कर दिया है। OpenAI का यह टूल रियल टाइम में इंटरनेट पर मौजूद जानकारी उपलब्ध कराएगा।
पिछले कुछ समय में टेक्नोलॉजी सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमकर इस्तेमाल बढ़ा है। अपने यूजर्स की सहूलियत के लिए OpenAI ने ChatGPT में एक नया एआई टूल दे दिया है। इस टूल की मदद से यूजर्स के कई सारे कठिन काम बेहद आसानी से हो पाएंगे।
अगर आप OpenAI के चैटबॉट ChatGPT का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए गुड न्यूज है। हाल ही में कंपनी ने अपने पेड यूजर्स के लिए Advanced Voice Mode फीचर को रोलआउट किया था। लेकिन, अब कंपनी ने इसे सभी यूजर्स के लिए फ्री कर दिया है।
OpenAI की CTO मीरा मुराती ने कंपनी का साथ छोड़ने का फैसला लिया है। पिछले साल सैम ऑल्टमैन के इस्तीफा देने के बाद मीरा मुराती को कंपनी के CEO की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि, बाद में सैम वापस आ गए और मीरा को कंपनी के CTO की जिम्मेदारी दी गई।
Facebook के CEO मार्क जुकरबर्ग ने अपने सबसे एडवांस AI मॉडल की घोषणा की है। कंपनी के मुताबिक, यह दुनिया का सबसे एडवांस AI मॉडल होगा, जो 405 बिलियन पैरामीटर पर काम करेगा।
AI Hallucination: चैटजीपीटी जैसे जेनरेटिव एआई चैटबॉट के जरिए गलत और भ्रामक जानकारियां फैलाए जाने वाले कई मामले सामने आए हैं। टेक कंपनियों के लिए यह एक चिंता का विषय बनती जा रही है। कई मामलों में गलत जानकारी फैलाए जाने की वजह से कंपनियों पर जुर्माना भी लगाया गया है।
पिछले कुछ समय में टेक्नोलॉजी की दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमकर इस्तेमाल और क्रेज बढ़ा रहा है। एआई ने लोगों के कई सारे काम को बेहद आसान बना दिया है। आज हम आपको 4 ऐसे एआई ऐप्लिकेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आप अपने एंड्रॉयड और आईओएस डिवाइस में इंस्टाल कर सकते हैं।
Global IndiaAI Summit 2024 में ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI के वाइस प्रेसिडेंट श्रीनिवास नारायण ने भारत के AI मिशन को लेकर बड़ी बात कही है। OpenAI भारत के AI मिशन के लिए हर तरह से मदद करने के लिए तैयार है।
Elon Musk ने एप्पल CEO टिम कुक की टेंशन को बढ़ाते हुए कहा है कि वो अपनी कंपनी में apple के डिवाइसेज को बैन करने की तैयारी में है। अगर, एप्पल OpenAI के साथ मिलकर ऑन डिवाइस AI फीचर देता है, तो यूजर का डेटा OpenAI के हाथ लग जाएगा, जो उसे बर्दाश्त नहीं है।
AI Agents के आने के बाद हमारे कई काम आसान हो सकते हैं। ये एजेंट्स इंसानों की तरह मल्टी लैंग्वेज मॉडल पर रिस्पॉन्स कर सकते हैं, लेकिन ये हमारी प्राइवेसी के लिए भी बड़ा खतरा बन सकते हैं।
OpenAI ने एक बार फिर से ChatGPT-4o लॉन्च करके धूम मचा दिया है। यह AI टूल मल्टीमॉडल पर काम करता है, जिससे यूजर्स टेक्स्ट, इमेज, वीडियो और ऑडियो के जरिए सवाल पूछ सकता है। इसे भविष्य के AI सर्च इंजन के तौर पर देखा जा रहा है।
GPT-4o Launched: OpenAI ने एक ऐसा एडवांस टूल लॉन्च किया है, जो Google, Microsoft जैसी दिग्गज टेक कंपनियों की टेंशन बढ़ा सकता है। यह AI टूल इंसानों और मशीन के बीच इंटरेक्शन करने में सक्षम है। यह AI टूल टेक्स्ट, इमेज और ऑडियो विजुअल्स के जरिए इंटरेक्ट कर सकता है।
ChatGPT AI Search Engine: गूगल के सर्च इंजन को चुनौती देने के लिए नए AI सर्च इंजन लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है। अपने जेनरेटिव AI टूल ChatGPT की वजह से दुनिया में लोकप्रिय हो चुकी कंपनी OpenAI इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले सर्च इंजन को लॉन्च करने वाली है।
Nothing ने दो तगड़े ईयरबड्स लॉन्च किए हैं। ये ईयरबड्स ट्रांसपैरेंट डिजाइन के साथ आते हैं और इनमें स्मार्ट ANC के साथ-साथ ChatGPT AI का सपोर्ट मिलता है।
ChatGPT को प्रशिक्षित करने के लिए OpenAI ने YouTube की मदद ली है। सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसके लिए 10 लाख घंटे से ज्यादा वीडियो को ChatGPT को दिखाया गया है। ओपनएआई ने गूगल से बिना परमिशन के वीडियो का इस्तेमाल किया है।
ChatGPT को टक्कर देने के लिए नया AI टूल आ गया है, जो किसी सॉफ्टवेयर इंजीनियर की तरह कोडिंग भी कर सकता है। AI स्टार्ट-अप फर्म Cognition ने इस टूल को पेश किया है, जो नए सॉफ्टवेयर डिजाइन करने से लेकर उसमें आई तकनीकी दिक्कतों को भी दूर कर सकता है।
Anthropic ने Claude 3 AI चैटबॉट लॉन्च किया है। यह चैटबॉट तीन तरह के वेरिएशन्स के साथ आता है और कंपनी का दावा है कि Google Gemini और ChatGPT से बेहतर है। स्टार्ट-अप कंपनी का कहना है कि रिस्पॉन्स टाइम से लेकर समझ तक यह इंसानों की तरह प्रॉब्लम सॉल्व करने की समझ रखता है।
टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर डिजाइन करने वाली कंपनी Adobe के सर्वे में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। भारतीय यूजर्स इंसानों से ज्यादा AI चैटबॉट से बात करना पसंद करते हैं। यूजर्स को नए प्रोडक्ट और सर्विस के बारे में जानकारी के लिए इंसानों से ज्यादा चैटबॉट पर भरोसा है।
BharatGPT Hanooman: चैटजीपीटी एआई टूल को टक्कर देने के लिए 'हनुमान' आ गया है। भारतजीपीटी इकोसिस्टम पर बेस्ड यह AI टूल 22 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करेगा। इसके अलावा यह टेक्स्ट-टू-टेक्स्ट, टेक्स्ट-टू-वीडियो कॉन्टेंट भी जेनरेट कर सकता है।
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