आम श्रद्धालुओं के लिए अगले आदेश तक चार धाम यात्रा स्थगित कर दी गई
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री को पवित्र चार धाम दर्शन करने के लिए आमंत्रित किया
हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम के कपाट मंगलवार सुबह खोल दिए गए।
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध धामों, बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं की अधिकतम सीमा में बढ़ोतरी करते हुए उसे अब प्रतिदिन तीन हजार कर दिया गया है।
चार धाम यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है। उत्तराखंड देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए राज्य के भीतर से तीर्थयात्रियों के लिए केवल यात्रा खोलने का निर्णय लिया है।
उत्तराखंड सरकार के नियंत्रण वाले चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने सोमवार (29 जून) को राज्य के निवासियों को 1 जुलाई से बदरीनाथ, केदारनाथ सहित सभी चार धामों के दर्शन की सशर्त अनुमति दे दी।
उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को कहा कि आठ जून से चारधाम यात्रा सीमित तरीके से शुरू हो जाएगी।
अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर रविवार को उत्तराखंड में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा का आरंभ हो गया। हालांकि, कोविड-19 के साये में शुरू हुई इस यात्रा से फिलहाल श्रद्धालुओं को दूर ही रखा गया है।
उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण के एक आदेश में सुधार के साथ उत्तराखंड के चार पवित्र नगरों को सभी मौसम में जोड़ने वाली 900 किलोमीटर लंबी महत्वाकांक्षी चारधाम राजमार्ग परियोजना को हरी झंडी दे दी है।
अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर मंगलवार को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखण्ड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधामों की यात्रा की शुरूआत हो जायेगी।
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में 5 साल पहले आई प्राकृतिक आपदा के चलते बुरी तरह प्रभावित हुई विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की पुरानी रंगत फिर लौट आई है।
उत्तराखंड के जंगल में लगी आग हाईवे तक पहुंची, चारधाम यात्रा पर पड़ सकता है असर
चंपावत से निकली चिंगारी पूरे जंगल को जलाकर ख़ाक कर देने पर आमादा है। बागेश्वर में भी मंज़र कुछ ऐसा ही है। यहां तो जंगल में लगी आग सड़क के किनारे तक पहुंच चुकी है जिससे आने जाने वाले लोगों को परेशानी होने लगी है। श्रीनगर में तो आग का तांडव और भी ज्यादा भयानक है।
उत्तराखंड के चमौली में बदल फटने से तबाही, चारधाम यात्रा पर पड़ सकता है असर
लांबागढ़ के पास बद्रीनाथ राजमार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया है। चमौली जिले में ही 50 से अधिक सड़कें बाधित हैं। मुलयागांव, ब्यासी और तोताघाट के पास ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग बाधित है। क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि अगले 48 घ
ऋषिकेश के उपजिलाधिकारी हर गिरि ने बताया कि मौसम विभाग की ओर से अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश में भारी बारिश के चेतावनी के चलते पहाडों में भूस्खलन की आशंका है। जिसके मद्देनजर आवागमन नियंत्रित रखे जाने की एडवाइजरी जारी की गयी है और चारधाम जाने वाले तीर
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