प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा में चूक पर सुप्रीम कोर्ट ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। जांच कमेटी की अध्यक्ष जस्टिस इंदु मल्होत्रा करेंगी।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को बुधवार को जांच में शामिल होने के लिए पुलिस के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया गया था।
बताया जा रहा है कि इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने हर की पौड़ी पर मां गंगा जी की पूजा अर्चना भी की। जब वह हरकी पैड़ी पर पहुंचे तब हर की पौड़ी पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों को पता चलने पर उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई। उनके यहां पहुंचने का कोई कार्यक्रम जिला प्रशासन या पुलिस महकमे के पास नहीं था।
मालविका को कांग्रेस में शामिल कराने का कार्यक्रम पंजाब के मोगा जिले में उनके आवास पर हुआ। अभिनेता सूद ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि उनकी बहन राजनीति में शामिल होंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'सुरक्षा में चूक' मामले पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई खत्म हो चुकी है। सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार का कहना था कि राज्य के अधिकारियों को 7 कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
बीजेपी IT सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने चरणजीत सिंह चन्नी पर हमला किया है और बताया है कि PM मोदी की सुरक्षा चूक की जानकारी प्रियंका गांधी वाड्रा को दी जा रही है। इंडिया टीवी से ख़ास बातचीत करते हुए उन्होंने पूछा कि किस प्रावधान के अंतर्गत उन्होंने प्रियंका को जानकारी दी।
पीएम का प्लेन सुबह 10.20 बजे बठिंडा एयरपोर्ट पर उतरा और मौसम खराब होने के कारण सड़क के रास्ते जाने का फैसला किया गया।
चरणजीत सिंह चन्नी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की फोटो के साथ उनके एक उद्धरण को ट्वीट किया। चरणजीत सिंह चन्नी ने ट्वीट कर लिखा- 'जिसे कर्त्तव्य से ज़्यादा जान की फ़िक्र हो, उसे भारत जैसे देश में बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए ! - सरदार वल्लभभाई पटेल'
‘आज की बात’ में हमने दिखाया कि जब प्रधानमंत्री का काफिला फ्लाईओवर पर पहुंचा तो स्थानीय पुलिस ने जानबूझकर किस हद तक लापरवाही की।
शिरोमणि अकाली दल के नेता ने फिरोजपुर रैली में कम लोगों की उपस्थिति का भी मसला उठाया जैसा कि पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कहा था।
जाखड़ ने बुधवार को कहा था, भारत के प्रधानमंत्री के लिए फिरोजपुर में भाजपा की राजनीतिक रैली को संबोधित करने जाने के दौरान एक सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जाना चाहिये था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले की जांच के लिए पंजाब सरकार ने एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है। साथ ही किसान नेता ने रास्ता रोकने वालों को बधाई दी है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बीजेपी को आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई।
बादल ने आरोप लगाया कि पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह ने मुख्यमंत्री को पूरी तरह निष्प्रभावी कर दिया है और दावा किया कि कानून-व्यवस्था मशीनरी पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पंजाब सरकार से इस चूक के लिए एक रिपोर्ट मांगी है।
कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाने वाले अमरिंदर सिंह ने आगामी चुनाव लड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन किया है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज एक ऐसी घटना हुई है जो कि भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है।
पंजाब के फिरोजपुर जिले में हुसैनीवाला के पास पीएम नरेंद्र मोदी की के काफिले के सामने बड़ी तादाद में लोग जमा हो गए। बाद में पीएम की सुरक्षा में तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप ने मोर्चा संभाला और भीड़ को हटाया। प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर पंजाब सरकार सवालों के घेरे में है।
सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा, प्रधानमंत्री पर कोई हमला नहीं हुआ, उन्हें किसी तरह का कोई खतरा नहीं था।
पीएम मोदी बठिंडा से हुसैनीवाला होते हुए फिरोजपुर जा रहे थे लेकिन रास्ते में प्रदर्शनकारियों ने रास्ता ब्लॉक कर दिया था। पीएम का काफिला फ्लाईओवर पर करीब 15 से 20 मिनट तक रुका रहा बाद में पीएम वापस लौट गए।
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