उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री को पवित्र चार धाम दर्शन करने के लिए आमंत्रित किया
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात कर राज्य में कोरोना संक्रमण से बने हालात के बारे में जानकारियां दीं. तीरथ सिंह रावत ने ट्वीट का बताया की उन्होंने पीएम मोदी को कोविड महामारी की स्थिति ठीक होने के पश्चात उचित समय पर देवभूमि उत्तराखण्ड पधारकर पवित्र चार धाम दर्शन करने के लिए भी आमंत्रित किया है।
हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम के कपाट मंगलवार सुबह खोल दिए गए।
चार धामों में से एक बदरीनाथ के कपाट आज सुबह ब्रह्ममुहूर्त में विधि-विधान के साथ खोल दिए गए है। बीत 17 मई को केदारनाथ के कपाट खोले गए थे।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा को स्थगित करने का फैसला लिया है।
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्वप्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट—गोवर्द्धन पूजा के पावन पर्व पर रविवार को शीतकाल के दौरान श्रद्धालुओं के लिए बंद हो गए।
बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 19 नवंबर को बंद किए जाएंगे। इसके साथ ही, उत्तराखंड में इस वर्ष की चारधाम यात्रा का समापन हो जाएगा।
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध धामों, बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं की अधिकतम सीमा में बढ़ोतरी करते हुए उसे अब प्रतिदिन तीन हजार कर दिया गया है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने चारधाम परियोजना को गति प्रदान करने के उद्देश्य से शुक्रवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से भूमि अधिग्रहण तथा पर्यावरण मंजूरी संबंधी प्रक्रिया तेज करने को कहा।
चार धाम यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है। उत्तराखंड देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए राज्य के भीतर से तीर्थयात्रियों के लिए केवल यात्रा खोलने का निर्णय लिया है।
उत्तराखंड सरकार के नियंत्रण वाले चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने सोमवार (29 जून) को राज्य के निवासियों को 1 जुलाई से बदरीनाथ, केदारनाथ सहित सभी चार धामों के दर्शन की सशर्त अनुमति दे दी।
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया की अध्यक्षता मे सोमवार को हुई एक बैठक में मंदिर व्यवस्था से जुड़े लोगों ने एकमत से यह निर्णय लिया।
उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को कहा कि आठ जून से चारधाम यात्रा सीमित तरीके से शुरू हो जाएगी।
अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर रविवार को उत्तराखंड में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा का आरंभ हो गया। हालांकि, कोविड-19 के साये में शुरू हुई इस यात्रा से फिलहाल श्रद्धालुओं को दूर ही रखा गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण यात्रा और पर्यटन को पहुंचे नुकसान के बारे में मंत्री ने कहा कि इस झटके से उबरने के लिए एक कार्ययोजना बनायी जा रही है।
उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण के एक आदेश में सुधार के साथ उत्तराखंड के चार पवित्र नगरों को सभी मौसम में जोड़ने वाली 900 किलोमीटर लंबी महत्वाकांक्षी चारधाम राजमार्ग परियोजना को हरी झंडी दे दी है।
Chandra Grahan 2019: शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण का सूतक ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। जिसके साथ भी कोई भी शुभ काम करने के अलावा मंदिरों की पूजा होना बंद हो जाती है।
चार धाम यात्रा: आज बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे। मान्यता है कि आज जहां ये धाम स्थित है। केदारनाथ के कपाट 9 मई को सुबह पूरी विधि विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद खोल दिए गए थे। पहले ही गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाट खुल चुके है। जिसके साथ ही चारधाम की यात्रा शुरु हो चुकी है। सुबह 4 बजकर 15 मिनट के शुभमहूर्त पर भगवान बद्री नाथ के कपाट खोले दिए गए है।
भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित भगवान शिव का यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में सर्वोच्च माना जाता है। इस बार 15 कुंतल फूलों से शिव जी के दरबार को सजाया गया है। देखें तस्वीरें।
Kedarnath temple: भोलेनाथ के भक्तों के लिये आज बेहद खास दिन हैं क्योंकि आज श्री केदारनाथ धाम के कपाट सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर खुल चुके हैं। श्री केदारनाथ के मंदिर को बड़े ही भव्य तरीके से सजाया गया है। जानें पौराणिक कथा।
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