Chaar Dham में सबसे पहले किस Dham के करें दर्शन? जानें क्या है यात्रा का सही क्रम | Chaar Dham yatra
हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए चारधाम यात्रा का बड़ा महत्व है। आज हम आपको बताएंगे कि इस यात्रा के मुख्य कारण क्या हैं।
हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए चार धाम यात्रा का बड़ा महत्व है। यह यात्रा किस धाम से शुरू की जानी चाहिए और कौन सा धाम इस यात्रा का अंतिम पड़ाव होता है, लेख में जानें विस्तार से।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर इस बार यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। यही वजह है कि रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख पार हो गया है। अभी से ही होटल, हेली टिकट और वाहन बुक हो गए हैं।
आसिम रियाज और हिमांशी खुराना ने कुछ सालों तक डेटिंग करने के बाद हाल ही में ब्रेकअप कर लिया है। इस बीच बिग बॉस फेम हिमांशी खुराना अपनी मां के साथ चार धाम यात्रा पर निकली हैं।
उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में पिछले 5 दिन से भी ज्यादा समय से फंसे मजदूरों के जल्द रेस्क्यू की उम्मीदें बढ़ गई हैं क्योंकि नई ऑगर मशीन ने शुक्रवार सुबह तक 21 मीटर मलबा भेद दिया था।
मुंबई में चार धाम यात्रा के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ने चार धाम यात्रा कराने के नाम पर 35 लोगों से पैसे ले लिए। इसके बाद आरोपी पैसे लेकर फरार हो गया। हालांकि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।
इस साल 27 अप्रैल की तारीख से श्रद्धालुओं के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए थे। जारी की गई जानकारी के मुताबिक, अब तक 16 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं।
शरद ऋतू के दौरान यहां भीषण ठंड पड़ती है। इस वजह से चारों धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। इस बार चार धाम की यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हुई थी।।
इस बार चार धाम पर आने वाले तीर्थयात्रियों ने पवित्र धाम में जिस तरह से गंदगी फैलाई है, वह निराशजनक है। धाम पहुंचे तीर्थयात्रियों ने नदियों में भारी मात्रा में कपड़े छोड़ गए।
चारधाम यात्रा के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आंकड़े के अनुसार अब तक 20 लाख तीर्थयात्री चारधाम की यात्रा कर चुके हैं। वहीं सबसे ज्यादा भक्त केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
केदारनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सर्विस लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है और इसी का फायदा उठाकर ठग टिकट बुकिंग के नाम पर ठगी कर रहे हैं।
यात्रा में बच्चे हों या फिर बुजुर्ग सभी पहुंच रहे हैं। लेकिन इस बार यात्रा में कुछ ऐसे आंकड़े सामने आ रहे हैं जो की चिंता का विषय है। पिछले 34 दिन की बात करें तो इन 34 दिनों में करीब 75 यात्रियों की मौत हो चुकी है।
चारधाम यात्रा को रोकने का अहम कारण उत्तराखंड में खराब मौसम को बताया जा रहा है। दरअसल अबतक 10 लाख से अधिक लोग चारधाम की यात्रा कर चुके हैं। चारों धामों पर भीड़ और सुरक्षा के लिहाज से कैमरे लगाए गए हैं।
प्रशासन और पशुपालन विभाग इस बार यात्रा में पशुओं के लिए काफी व्यवस्थाएं की हैं। वहीं, अब तक नियमों के खिलाफ काम करने वाले 100 घोड़े खच्चर संचालकों का चालान किया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दावा किया कि अभी यात्रा चल रही है और पूरे देशभर और विदेशों से यहां यात्री आ रहे हैं तो पिछले साल का रिकॉर्ड इस बार टूटेगा।
इस वीडियो को न्यूज एजेंसी ANI ने शेयर किया है। पुलिस ने इस घटना के बाद गौचर, कर्णप्रयाग और लंगासू में बैरियर लगा दिया है। साथ ही बद्रीनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को रुकने को कहा गया है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि वह श्रद्धालुओं से भी अपील कर रहे हैं कि केदारनाथ सहित अन्य धामों में जब तक बारिश हो रही है तब तक उन्हें अपनी यात्रा स्थगित करनी चाहिए।
एहतियातन यदि केदारनाथ यात्रा को रोका नहीं गया होता तो बुधवार शाम आए बर्फीले हिमस्खलन के समययात्रियों के आवागमन के कारण कोई भी बड़ी जनहानि होने की संभावना थी।
बर्फबारी के बाद केदारनाथ धाम में लगातार तापमान में गिरावट देखी जा रही है, जिससे यहां पर ठंड काफी बढ़ गई है, जिसका असर बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। केदारनाथ धाम में अभी तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
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