उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं। वहीं कई जगहों पर भूस्खलन की भी समस्या देखने को मिली है। इस बीच गढ़वाल कमिश्नर ने चार धाम यात्रा को लेकर निर्देश जारी किए हैं।
इस साल केदारनाथ धाम की यात्रा ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। मात्र 18 दिन में 5 लाख श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए केदारनाथ धाम पहुंचे। इस रिकॉर्ड ने केदारनाथ के पिछले सभी रिकॉर्ड्स को तोड़ दिया।
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर लोगों की भीड़ इस कदर इकट्ठा हुई कि वहां जाम लग गया। सोशल मीडिया पर माउंट एवरेस्ट पर जुटी भीड़ का वीडियो इन दिनों खूब वायरल हो रहा है।
Chardham Yatra : चारधाम यात्रा पर जानेवाले ऋद्धालुओं के लिए उत्तराखंड सरकार ने रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य कर दिया है। बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा पर जानेवाले लोगों को एंट्री प्वाइंट पर रोक दिया जाएगा।
पहले 13 दिनों में 8,52,018 तीर्थयात्री चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं। वहीं, हरिद्वार और ऋषिकेश में 'ऑफलाइन' पंजीकरण बंद कर दिया गया है और अब 'ऑनलाइन' पंजीकरण के बाद ही श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ सकते हैं।
चार धाम यात्रा पर जा रहे 50 साल से ज्यादा उम्र के श्रद्धालुओं के लिए अब अपना स्वास्थ्य जांच कराना जरूरी होगा। यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की जगह-जगह पर नियमित स्वास्थ्य जांच भी की जाएगी।
Char Dham Yatra 2024 Video Reels ban: चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्री ध्यान दें कि चारधाम मंदिर के 50 मीटर के दायरे में वीडियो या रील्स बनाने पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही मंदिर में वीआईपी दर्शन पर भी रोक लगा दी गई है।
चारधाम की यात्रा फिलहाल करनी चाहिए या नहीं। चारधाम की यात्रा पर पहुंची भीड़ प्रशासन के लिए मुश्किल का कारण बन चुकी है। व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। 11 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है। ऐसे में श्रद्धालुओं की जिम्मेदारी क्या है। उन्हें क्या करना चाहिए यात्रा पर जानें से पहले। चलिए बताते हैं।
गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने यात्रा शुरू होने के पहले ही 6 दिनों में पिछले सालों के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं और चारधाम यात्रा के लिए लोगों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है।
चारधाम में इस समय भक्त भारी तदाद में पहुंच रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को स्थिति संभालना मुश्किल हो रहा है।
उत्तराखंड में गंगोत्री धाम की तरफ जा रही ट्रैवलर दुर्घटना का शिकार हो गई, जिसमें 8 लोग घायल हो गए हैं। ट्रैवलर में ड्राइवर समेत 18 लोग सवार थे जिनमें 2 बच्चे भी थे। सभी गुजरात के अहमदाबाद शहर के रहने वाले हैं।
चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। 10 मई को तीन मंदिरों के कपाट खोले गए और 12 मई को बदरीनाथ के कपाट खोले गए। इस बीच उत्तरकाशी पुलिस ने लोगों से खास अपील की है। पुलिस ने कहा कि आज की यात्रा को श्रद्धालु स्थगित कर दें।
बद्रीनाथ के कपाट 12 मई को खोल दिए गए हैं। बता दें कि इस दौरान मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। बता दें कि इससे पहले केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट 10 मई को खोले गए थे।
शिल्पा शेट्टी अपने परिवार संग केदारनाथ धाम और मां वैष्णो देवी के दरबार दर्शन करने पहुंची हैं। बॉलावुड एक्ट्रेस शमिता शेट्टी ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर की है, जिसमें उनका पूरा परिवार साथ में नजर आ रहा है।
चारधाम यात्रा में कितने श्रद्धालु एक दिन में दर्शन कर पाएंगे और चारों धामों के मौसम का हाल क्या है, इसके बारे में विस्तार से जानें हमारे लेख में।
चारधाम यात्रा के तहत बाबा केदारनाथ के धाम के कपाट को खोल दिया गया है। इस बीच भारी संख्या में श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान केदारनाथ धाम में पहली पूजा पीएम नरेंद्र मोदी के नाम से की गई। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस बाबत बयान भी दिया है।
10 मई की सुबह केदारनाथ के कपाट को खोल दिया गया। वहीं गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट को कुछ देर मे खोला जाएगा। 12 मई को बदरीनाथ के भी कपाट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। ऐसे में चार धाम की यात्रा से पूर्व रजिस्ट्रेशन जरूर करवा लें, वरना अगर कहीं फंस गएं तो रोना पड़ सकता है।
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा आज से शुरू हो रही है। 4050 श्रद्धालुओं को लेकर 135 वाहन ऋषिकेश से चारधामों के लिए रवाना हुए। वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि इस वर्ष चारधामों के दर्शन के लिए रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे।
Char Dham में कौन से देवी-देवता हैं विराजमान? जानें किन भगवान के दर्शन के लिए आतुर रहते हैं भक्त!
चारधाम यात्रा से पहले आपका ये जान लेना बहुत जरूरी है कि इन धामों में किन देवी-देवताओं की पूजा होती है। साथ ही, यहां आरती का समय कब से तक रहता है। अगर आप इस विषय में नहीं जानते तो हमारे लेख में पाएं पूरी जानकारी।
संपादक की पसंद