चंद्रयान के चंद्रमा पर पहुंचते ही अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा।
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली सहित कई क्रिकेटरों ने भारत के दूसरे चंद्रमा अभियान चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो टीम को बधाई दी है।
भारत के सपनों की उड़ान का जीएसएलवी एमके3एम1 से चंद्रयान-2 का सोमवार को यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से सफल प्रक्षेपण किया गया । सपनों को आकार देने में इसरो की दो महिला वैज्ञानिकों के रूप में नारी शक्ति का एक नया रूप देखने को मिला।
‘चंद्रयान-2’ के प्रक्षेपण के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की 2020 की पहली छमाही में सूरज के परिमंडल के अध्ययन के लिए सूर्य मिशन ‘आदित्य एल-1’ को अंजाम देने की योजना है। ‘आदित्य एल-1’ का लक्ष्य सूर्य के परिमंडल का अध्ययन करने का होगा जिसम
चांद पर मिशन चंद्रयान-2 को श्रीहरिकोटा से सबसे शक्तिशाली रॉकेट GSLV-मार्क III-M1 (बाहुबली) के जरिए लॉन्च कर दिया गया। 16 मिनट बाद यह पृथ्वी की ध्रुवीय कक्षा में स्थापित हो गया। बॉलीवुड सितारों ने ISRO को बधाई दी है।
चांद पर भारत के दूसरे महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 को श्रीहरिकोटा से सबसे शक्तिशाली रॉकेट GSLV-मार्क III-M1 (बाहुबली) के जरिए लॉन्च कर दिया गया है। जिसे लेकर पूरी दुनिया की नजरें भारत पर हैं। ऐसे में जानिए कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग पर दुनिया का मीडिया क्या कह रहा है।
लोकसभा ने चंद्रयान -2 के सफल लॉन्च के लिए इसरो को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान -2 के सफल लॉन्च के लिए इसरो को दी बधाई
चंद्रयान-2 का सफल लॉन्चिंग के बाद इसरो चीफ़ ने सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी
इसरो के चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण पर राज्यसभा में दी गयी बधाई
चंद्रमा के अनछुए पहलुओं का पता लगाने के लिए चंद्रयान-2 सोमवार को यहां स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से शान के साथ रवाना हो गया।
पीएम मोदी ने ISRO को बधाई देते हुए कहा कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग हमारे बैज्ञानिकों का कौशल दिखाती है।
इसरो ने चंद्रयान 2 को किया सफलतापूर्वक लॉन्च
चंद्रयान 2 ने श्रीहरिकोटा केंद्र इसरो से भरी उड़ान
चांद पर भारत के दूसरे महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 को सोमवार को श्रीहरिकोटा से सबसे शक्तिशाली रॉकेट GSLV-मार्क III-M1 (बाहुबली) के जरिए लॉन्च कर दिया गया।
चंद्रयान 2 को लॉन्च होने में 15 मिनट का समय बाकि
चंद्रयान -2 प्रक्षेपण: चंद्रमा पर रोवर भेजने के लिए इसरो के दूसरे प्रयास पर सभी की निगाहें
अनुसंधान ने स्पेस में भी युवाओं के लिए करियर के रास्ते खुल गए हैं।
इसरो के मुताबिक इस अभियान का उद्देश्य चंद्रमा की उत्पत्ति और क्रमिक विकास को समझने के लिये विस्तृत अध्ययन करना है। आइए आपको बताते हैं चंद्रयान-2 से भारत को होंगे क्या फायदे।
स्पूतनिक ने कहा, "चंद्रयान-2 की कुल लागत करीब 12.4 करोड़ डॉलर है जिसमें 3.1 करोड़ डॉलर लांच की लागत है और 9.3 करोड़ डॉलर उपग्रह की। यह लागत एवेंजर्स की लागत की आधी से भी कम है। इस फिल्म का अनुमानित बजट 35.6 करोड़ डॉलर है।"
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