पूरा देश चंद्रयान-3 की सफलता के जश्न में डूबा हुआ है। चंद्रयान-3 की यह सफलता कई मायनों में अहम है। इस लेख में हम इसे विस्तार से समझने की कोशिश करेंगे।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद राजस्थान सरकार के खेल मंत्री अशोक चांदना ने अपने बयान से अपनी फजीहत करवा ली। मंत्री के अजीबो-गरीब बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो को देखने के बाद यूजर्स तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं।
अगले 13 दिनों तक प्रज्ञान लैंडर से 500 मीटर दूर तक चांद की सतह पर चलते हुए सारे परीक्षण करेगा और सारी जानकारी लैंडर के जरिए बेंगलुरु में इसरो कमांड सेंटर में बैठे वैज्ञानिकों को मिलेगी।
चांद पर जब भारत के चंद्रयान 3 की सफलतापूर्व लैंडिंग हुई, तो पूरी दुनिया में भारत की तारीफ होने लगी। विदेशी मीडिया ने भी भारत की इस उपलब्धि पर अलग अलग रिएक्शन दिए। जानिए सऊदी अरब, पाकिस्तान, चीन से लेकर अन्य बड़े देशों ने किस तरह दिया रिएक्शन?
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चांद पर लैंडिंग के बाद लैंडर ने चंद्रमा की पहली तस्वीर भी भेज दी है। वहीं, प्रज्ञान रोवर लैंडर विक्रम से बाहर आकर चंद्रमा की जमीन पर पहुंच गया है। अब 14 दिनों तक लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चांद की सतह पर अलग-अलग लेवल पर रिसर्च करेंगे।
चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई की दोपहर श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी थी। 40 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के बाद 23 अगस्त को शाम करीब 6 बजे चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर लैंड किया।
चांद की सतह पर पहुंचने के बाद रोवर प्रज्ञान भी लैंडर विक्रम से बाहर आ चुका है। अब प्रज्ञान और विक्रम अगले 14 दिनों तक चांद के सतह की स्टडी करेंगे।
चांद के दक्षिणी हिस्से पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश है। भारत की इस सफलता पर दुनियाभर के नेताओं को इसे ऐतिहासिक कदम बताया है।
भारतीय टीम ने 2019 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हार के साथ अपना सफर खत्म किया था। उसी साल चंद्रयान 2 की असफलता भी देश के हाथ लगी थी। वहीं अब साल 2023 में चंद्रयान 3 तो सफल हो गया अब नजरें हैं टीम इंडिया पर।
भारत के मिशन चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त की शाम को चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर उतरकर रिकॉर्ड बना दिया है। विक्रम लैंडर के चांद पर लैंड होने के समय दुनियाभर की निगाहें भारत और ISRO पर टिकी हुई थीं।
प्रज्ञान रोवर के पहिए चांद की मिट्टी पर भारत के राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ और इसरो के लोगो की छाप छोड़ रहे हैं। प्रज्ञान रोवर में दो पेलोड्स हैं जिनमें पहला लेजर इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप। यह चांद की सतह पर मौजूद केमिकल्स की मात्रा और गुणवत्ता की स्टडी करेगा।
आज हिंदुस्तान के सुपरपावर बनने की मुनादी है. आज हिंदुस्तान ने वो कर दिया जो पूरी दुनिया कर ही नहीं पाई. अब हिंदुस्तान जो कहेगा उसे पूरी दुनिया सुनेगी, मानेगी. जिस तस्वीर का इंतज़ार आप कर रहे थे वो तस्वीर भी आ गई है.
Chandrayaan-3 Landing: चाँद की सतह पर कैसे होगा विक्रम लैंड़, 1 घंटे बाद भारत को क्या दिखेगा ?
भारत ने जिस चांद पर आज अपना परचम फहराया है, उसे अमेरिका ने कभी न्यूक्लियर बम से उड़ाने की प्लानिंग कर डाली थी। अगर तब अमेरिका ने चांद पर परमाणु बम विस्फोट कर दिया होता तो आज चांद किस दशा में होता, इसकी कल्पना कर पाना भी मुश्किल होता। अमेरिका का यह सीक्रेट प्लान कामयाब हो गया होता तो इससे पूरी मानवता को खतरा हो सकता था।
चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर ने जैसे ही सॉफ्ट लैंडिंग की, वैसे ही भारत ने स्पेश मिशन के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया और देश के साथ-साथ पूरी दुनिया इसकी साक्षी बनी।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर Uttar Pradesh के Chief Minister Yogi Adityanath ने देश और वज्ञानिकों को दी बधाई.
Ireland में टी 20 सीरीज खेल रही Team India ने Chandrayaan 3 की सफल लैंडिंग को लाइव देखा। BCCI ने इस दर्शय का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया साथ ही कई खिलाड़ियों ने भी ISRO को बधाई दी।
सोमनाथ ने कहा कि एक समय ऐसा आएगा, जब मंगल ग्रह पर सॉफ्ट लैंडिंग होगी और हो सकता है कि भविष्य में शुक्र ग्रह और अन्य ग्रहों पर भी यह कोशिश हो।
Chandrayaan-3: भारत के चंद्रयान 3 ने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करके अंतरराष्ट्रीय इतिहास रच दिया है। इसका भरोसा निवेशकों को पहले से ही था। आइए समझते हैं।
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