भारत का स्पेस रिसर्च सेंटर इसरो अब एक और बड़ी छलांग की तैयारी कर रहा है...आने वाले दिनों में इसरो 6 बड़े प्रोजेक्ट लॉंच करने जा रहा है जिनमें एक मिशन अब से 9 दिन बाद शुरू होने वाला है।
जब तक प्रधानमंत्री मोदी इसरो के सेंटर में पहुंचेंगे तब तक चंद्रयान 3 के लैंडर विक्रम को लैंड किए हुए 60 घंटे से ज्यादा का वक्त हो जाएगा यानी प्रज्ञान रोवर की कुछ और तस्वीरें, कुछ और उपलब्धियां हमारे सामने होंगी।
26 अगस्त यानी शनिवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूरोपियन देश ग्रीस की यात्रा से सीधे बेंगलुरू आ रहे हैं... क्योंकि उन्हें चंद्रयान 3 की सफलता के लिए इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देनी है.
पाकिस्तान में भारत के चंद्रयान लैंडर पर लेकर सदमे जैसा माहौल है... चांद की जमीन पर भारत ने कदम क्या रखा , 24 करोड़ पाकिस्तानी अपनी फौज और अपनी सरकार से सवाल करने लगे हैं कि 76 साल में हम कहां पहुंचे...लेकिन पाकिस्तान को अभी इससे भी बड़ा सदमा लगने वाला है.
Haqiqat Kya Hai: पूरी दुनिया में इंडिया इंडिया का शोर है अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक..जापान से लेकर रशिया तक..दुनिया का ऐसा कोई मुल्क नहीं जहां हिंदुस्तान का नाम नहीं लिया गया। चंद्रयान और नरेंद्र मोदी की तस्वीर हर जगह छपी है। चुनाव में करीब 190 दिन बचे हैं। जनता का मूड क्या है तालियों की गूंज से
इसरो की ओर से जारी की गई जानकारी के अनुसार, चंद्रयान-3 के सभी सिस्टम सही तरीके से काम कर रहे हैं। रोवर की मोबिलिटी भी शुरू हो गई है।
Muqabla: हिंदुस्तान ने ऐसा इतिहास रच दिया है जिसके बाद हम गर्व से खुद को स्पेस में नंबर वन कह सकते हैं हम वहां पहुंचे जहां कोई नहीं पहुंचा था हमने वो किया जो कोई नहीं कर पाया था, हमने कामयाबी की नई इबारत लिख दी है...लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है.
चंद्रयान मिशन कम्प्लिट हो गया लेकिन...क्रेडिट किसका होगा ये सियासी लड़ाई जारी है. एक बार फिर मोदी बनाम नेहरू की राजनीति गरमा गई है. चंद्रयान-3 की कामयाबी को बीजेपी वैज्ञानिकों की मेहनत और पीएम मोदी का विजन बता रही है, तो वहीं कांग्रेस इसे आज की नहीं 6 दशक पुरानी दूरदर्शी सोच बता रही है.
चांद पर भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद अब लोगों में इस बात की जिज्ञासा है कि भारत अपना कोई इंसान चांद पर भेजेगा या नहीं? जानें इस बारे में क्या है जनता की राय।
भारत की कामयाबी पर पाकिस्तान भले खुश न हुआ हो, लेकिन दूसरा पड़ोसी बांग्लादेश में चांद फतह होने का जश्न मनाया जा रहा है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत की इस उपलब्धि को पूरे दक्षिण एशिया के लिए बड़ा बताते हुए ढाका में जश्न मनाने का ऐलान किया है। चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की बधाई दी है।
बुधवार को दुनिया ने अन्तरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत का लोहा माना और तय वक्त पर शाम 6 बजकर 4 मिनट पर जैसे ही विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह को छुआ, पूरे देश में मां भारती की जय के नारे गूंज उठे।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग कराकर ISRO ने देश का नाम सुनहरे अक्षरों में इतिहास में दर्ज करा दिया है। पर इस सफलता के पीछे इसरो की टीम का बड़ा योगदान है। इसी टीम में करनाल के 2 साइंटिस्ट भी है। दोनों ने अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया है।
चंद्रयान की सफलता के बाद भारत का झंडा पूरी दुनिया में बुलंद है। भारत में हर ओर लोगों के बीच इस कामयाबी पर उत्सव का माहौल है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के चेयरमैन एस सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान का चंद्रमा पर पहुंचना देश की बड़ी उपलब्धि है।
भारत ने बुधवार 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर लैंड करके इतिहास रच दिया। इस कारनामे के बाद पूरी दुनिया में भारत के चर्चे हो रहे हैं।
सीमा हैदर पर हिंदुस्तानी रंग पूरी तरीके से चढ़ा हुआ दिखाई दे रहा था। शाम को जैसे ही चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हुई, सीमा हैदर ने परिवार के साथ खुशी का इजहार करते हुए जमकर आतिशबाजी की और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
अमित मालवीय ने कहा, 2014 के बाद, प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने चंद्रमा मिशन को फास्ट ट्रैक पर रखा। चंद्रयान-2 को फंड किया और चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भेजा। भारत द्वारा लॉन्च किए गए सभी चंद्रमा मिशनों की कल्पना भाजपा प्रधानमंत्रियों के तहत की गई थी।"
शुरुआती कारोबार में अधिकतर कंपनियों के शेयर अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए।
सूरज के रहस्यों पर अभी भी पर्दा पड़ा हुआ है। यहां कई ऐसे राज दबे हुए हैं, जिससे हम सभी अंजान हैं। इन तमाम राज को उजागर करने के लिए भारत आदित्य-एल1 मिशन लॉन्च कर रहा है।
चांद पर चंद्रयान-3 से उतरा रोवर, लैंडर से निकलकर चांद पर रोवर की चहलकदमी
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