भारत की कामयाबी पर पाकिस्तान भले खुश न हुआ हो, लेकिन दूसरा पड़ोसी बांग्लादेश में चांद फतह होने का जश्न मनाया जा रहा है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत की इस उपलब्धि को पूरे दक्षिण एशिया के लिए बड़ा बताते हुए ढाका में जश्न मनाने का ऐलान किया है। चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की बधाई दी है।
बुधवार को दुनिया ने अन्तरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत का लोहा माना और तय वक्त पर शाम 6 बजकर 4 मिनट पर जैसे ही विक्रम लैंडर ने चंद्रमा की सतह को छुआ, पूरे देश में मां भारती की जय के नारे गूंज उठे।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग कराकर ISRO ने देश का नाम सुनहरे अक्षरों में इतिहास में दर्ज करा दिया है। पर इस सफलता के पीछे इसरो की टीम का बड़ा योगदान है। इसी टीम में करनाल के 2 साइंटिस्ट भी है। दोनों ने अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया है।
चंद्रयान की सफलता के बाद भारत का झंडा पूरी दुनिया में बुलंद है। भारत में हर ओर लोगों के बीच इस कामयाबी पर उत्सव का माहौल है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के चेयरमैन एस सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान का चंद्रमा पर पहुंचना देश की बड़ी उपलब्धि है।
भारत ने बुधवार 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर लैंड करके इतिहास रच दिया। इस कारनामे के बाद पूरी दुनिया में भारत के चर्चे हो रहे हैं।
सीमा हैदर पर हिंदुस्तानी रंग पूरी तरीके से चढ़ा हुआ दिखाई दे रहा था। शाम को जैसे ही चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हुई, सीमा हैदर ने परिवार के साथ खुशी का इजहार करते हुए जमकर आतिशबाजी की और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट किया।
अमित मालवीय ने कहा, 2014 के बाद, प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने चंद्रमा मिशन को फास्ट ट्रैक पर रखा। चंद्रयान-2 को फंड किया और चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भेजा। भारत द्वारा लॉन्च किए गए सभी चंद्रमा मिशनों की कल्पना भाजपा प्रधानमंत्रियों के तहत की गई थी।"
शुरुआती कारोबार में अधिकतर कंपनियों के शेयर अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए।
सूरज के रहस्यों पर अभी भी पर्दा पड़ा हुआ है। यहां कई ऐसे राज दबे हुए हैं, जिससे हम सभी अंजान हैं। इन तमाम राज को उजागर करने के लिए भारत आदित्य-एल1 मिशन लॉन्च कर रहा है।
चांद पर चंद्रयान-3 से उतरा रोवर, लैंडर से निकलकर चांद पर रोवर की चहलकदमी
पूरा देश चंद्रयान-3 की सफलता के जश्न में डूबा हुआ है। चंद्रयान-3 की यह सफलता कई मायनों में अहम है। इस लेख में हम इसे विस्तार से समझने की कोशिश करेंगे।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद राजस्थान सरकार के खेल मंत्री अशोक चांदना ने अपने बयान से अपनी फजीहत करवा ली। मंत्री के अजीबो-गरीब बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो को देखने के बाद यूजर्स तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं।
अगले 13 दिनों तक प्रज्ञान लैंडर से 500 मीटर दूर तक चांद की सतह पर चलते हुए सारे परीक्षण करेगा और सारी जानकारी लैंडर के जरिए बेंगलुरु में इसरो कमांड सेंटर में बैठे वैज्ञानिकों को मिलेगी।
चांद पर जब भारत के चंद्रयान 3 की सफलतापूर्व लैंडिंग हुई, तो पूरी दुनिया में भारत की तारीफ होने लगी। विदेशी मीडिया ने भी भारत की इस उपलब्धि पर अलग अलग रिएक्शन दिए। जानिए सऊदी अरब, पाकिस्तान, चीन से लेकर अन्य बड़े देशों ने किस तरह दिया रिएक्शन?
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चांद पर लैंडिंग के बाद लैंडर ने चंद्रमा की पहली तस्वीर भी भेज दी है। वहीं, प्रज्ञान रोवर लैंडर विक्रम से बाहर आकर चंद्रमा की जमीन पर पहुंच गया है। अब 14 दिनों तक लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चांद की सतह पर अलग-अलग लेवल पर रिसर्च करेंगे।
चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई की दोपहर श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी थी। 40 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के बाद 23 अगस्त को शाम करीब 6 बजे चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर लैंड किया।
चांद की सतह पर पहुंचने के बाद रोवर प्रज्ञान भी लैंडर विक्रम से बाहर आ चुका है। अब प्रज्ञान और विक्रम अगले 14 दिनों तक चांद के सतह की स्टडी करेंगे।
चांद के दक्षिणी हिस्से पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश है। भारत की इस सफलता पर दुनियाभर के नेताओं को इसे ऐतिहासिक कदम बताया है।
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