पूर्वी चंपारण में एक छात्र स्कूल में गन लेकर पहुंच गया। इस गन से ये छात्र दूसरे छात्रों को डराने लगा। फिल्मी स्टाइल में वह दूसरे बच्चों की कनपटी पर इस गन को सटाता फिर रहा था। इससे पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया।
दूल्हा बने पवन कुमार बारात लेकर जब लड़की के दरवाजे पर पहुंचे, तब बारात का जोरदार स्वागत हुआ। वरमाला के बाद अन्य रस्म रिवाज निभाया गया। इस दौरान जब सिंदूर दान का समय आया तब दूल्हे ने सोने की चेन और हनीमून टिकट की डिमांड कर दी।
इस घटना के बाद पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से एक की गिरफ्तारी कर ली गई है। इसके साथ ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
युवक ने शालिग्राम पत्थर की यात्रा का वीडियो बनाते हुए राम जन्म भूमि पर फिर से बाबरी मस्जिद को बनाने की बात कही थी। यह वीडियो वायरल होने के बाद सुरक्षा एजेंसी हरकत में आ गई थीं और आज NIA ने 3 युवकों को हिरासत में लिया है।
Bihar gang rape: पीड़िता ने पुलिस को शिकायत में बताया कि कंडक्टर और खलासी ने पटना ले जाने की बात कहकर उसे बेतिया बस स्टैंड पर बिठाया था। इसके बाद वे बस को बाईपास रोड पर ले गए और वहां उसको पेय पदार्थ में नशीली दवा मिलाकर दी। जिसके बाद वह बेहोश हो गई तब ड्राइवर, खलासी और कंडक्टर ने बारी-बारी से उसके साथ रेप किया।
चंपारण सत्याग्रह पहला सत्याग्रह आंदोलन था जिसे महात्मा गांधी ने 1917 में ब्रिटिश भारत में शुरू किया था। चंपारण सत्याग्रह बागान मालिकों द्वारा प्रयूक्त तिनकठिया पद्धति के विरोध में किया गया एक अहिंसक आंदोलन था।
ग्रामीणों ने कड़ी मशक्क्त के बाद अंतिमा को किसी तरह बचा लिया लेकिन बच्चों का अब तक कोई पता नहीं चल सका है।
उल्लेखनीय है कि इस योजना के तहत स्कूली बच्चों को राज्य के ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों को दिखाया जाता है, ताकि वे अपनी संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत को जान सकें।
इस क्षेत्र में चर्चा है कि विकास बिना भेदभाव के धरातल पर पहुचेंगे तो निस्संदेह विकास पहुंचाने वाली सरकार की जनता दीवानी होगी ही...
बिहार के ऐतिहासिक क्षेत्र चंपारण के नाम पर यह तीसरी ट्रेन सेवा शुरू की गई है। इससे पहले इस क्षेत्र के लिए चंपारण एक्सप्रेस और चंपारण सत्याग्रह ट्रेन है...
नई दिल्ली: बिहार के मोतिहारी में चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ लोग गरीब को मजबूत होते नहीं देख पा रहे हैं। ऐसे लोग सड़क से संसद तक सरकार के काम में रोड़े अटका रहे हैं। कुछ लोग जन-जन को तोड़ने का काम कर रहे हैं। इस माहौल में मैं नीतीश जी के धैर्य की तारीफ करता हूं। पीएम ने कहा कि अटकाने, लटकाने और भटकाने का काम अब नहीं होगा।
नेपाल की सीमा से लगे बिहार इस उत्तरी जिले में सैलाब का कहर टूटा है। सैलाब के विकराल रुप के आगे न इंसानों का बस है और न सरकार का और न इंसानों की बनाई मशीनों का ।
बाद में तेजस्वी ने यहां आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "हमने नीतीश कुमार के साथ महागठबंधन बनाकर गलती की थी। हम गांधी जी के सिद्घांत पर चलने वाले लोग हैं। हम नहीं जानते थे कि नीतीश जी खुद को गांधी जी का भक्त बता कर उन्हीं के हत्यारे की गोद में बैठ
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