झारखंड विधानसभा के एग्जिट पोल सभी के सामने आ गए हैं। इस पर सरकार व विपक्ष भी अब खुलकर अपनी बात रख रहे हैं। एक ओर जहां इंडिया गठबंधन अपनी सरकार आने का दावा कर रही तो वहीं, एनडीए भी सरकार बनाने की बात कही रही हैं।
झारखंड विधानसभा चुनावों के तहत सूबे की 81 में से 43 सीटों पर मतदान खत्म हो गया है। ईवीएम मशीनों को अब सील किया जा रहा है।
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों में से 43 सीटों पर बुधवार (13 नवंबर) को पहले चरण की वोटिंग होगी। मतदान सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा। इस चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। जानिए किन सीटों पर होगी वोटिंग?
Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड की सरायकेला विधानसभा सीट से चंपई सोरेन ने गणेश महली को 2019 और 2014 के चुनावों में मात दी थी। अब दोनों ही नेता पार्टी बदलकर आमने-सामने हैं।
झारखंड में दो चरणों में विधानसभा के चुनाव हैं। पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर और दूसरे चरण की वोटिंग 20 नवंबर को है। चुनावी नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
Jharkhand Assembly Election 2024: सरायकेला सीट आदिवासी बहुत इलाका है। यहां से जेएमएम लगातार चुनाव जीतती रही है लेकिन इस बार चंपई सोरेन बीजेपी के पाले में हैं और राजनीतिक परिदृष्य बदल गया है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। अब जल्द ही महाराष्ट्र और झारखंड में भी विधानसभा चुनाव का आयोजन किया जाना है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने भी भाजपा की जीत पर बयान दिया है।
चंपई को ब्लड शुगर की से जुड़ी समस्याओं के कारण शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब उनकी हालत ठीक है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि चंपई सोरेन को ब्लड सुगर संबंधित बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
चंपई सोरेन ने कहा कि हमारे लिए यह राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दा है। अगर हम इस विषय पर खामोश रहे, तो आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी। उन्होंने गुरुवार को कोल्हान प्रमंडल के धालभूमगढ़ इलाके का दौरा कर जगह-जगह लोगों को संबोधित किया।
चंपई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का बयान आया है। उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन आंदोलन की भट्टी में तपकर निकले ऐसे नेता हैं, जिसने JMM को खड़ा किया।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व JMM नेता चंपई सोरेन भाजपा में शामिल हुए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी मौजूद रहे।
चंपई सोरेन को लेकर शिवराज ने कहा कि उनके शामिल होने से भारतीय जनता पार्टी और मजबूत होगी। यह झारखंड की राजनीति में बेहद अहम पल होने वाला है।
चंपई सोरेन ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर अपमान का आरोप लगाया था और कहा था कि वे जल्द ही अपने अगले राजनीतिक कदम को लेकर कोई फैसला लेंगे।
हेमंत सोरेन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और उनकी गिरफ्तारी होने पर चंपई सोरेन को झारखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि, जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को लेकर बड़ी खबर है। उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से त्याग-पत्र दिया।
चंपई सोरेन के आज ही मंत्री पद और जेएमएम से इस्तीफा देने की चर्चा है। सोरेन ने 18 अगस्त को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर कहा था कि झामुमो में उनका अपमान हुआ।
मरांडी ने इसे सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का उदाहरण बताते हुए कहा, "यह प्रकरण प्रमाणित करता है कि चंपई जी के झामुमो छोड़ने से हेमंत सोरेन कितने असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। हेमंत सोरेन डरे हुए हैं।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की जासूसी हो रही है? यह सवाल इसलिए कि आज असम के मुख्यमंत्री हेमंता विश्व शर्मा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा खुलासा किया है।
झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने बुधवार को राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा खुलकर उठाया है। उन्होंने कहा है कि आदिवासियों का अस्तित्व बचाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।
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