उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को आई विनाशकारी आपदा में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की निघासन तहसील के रहने वाले करीब 34 लोग लापता हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 'टनल में फंसे लोग को सुरक्षित निकालने के लिए प्रयास जारी हैं।' रेस्क्यू टीम टनल में फंसे कई लोगों को अभी तक सुरक्षित बाहर निकाल चुकी है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के बाद आई आपदा के बाद अभी तक कुल 26 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार ने सोमवार रात को यह जानकारी ट्वीट कर दी।
उत्तराखंड के तपोवन में टनल में फंसी जिंदगी को बचाने की मुहिम जारी है। ढाई से तीन सौ मीटर लंबी टनल में 30 से 40 जिंदगी फंसी है, लेकिन रेस्क्यू टीम ने उम्मीद नहीं छोड़ी है, एक-एक जिंदगी को बचाने की जंग चल रही है।
तपोवन पर बड़ी टनल में फंसे 30 से 40 लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि लापता होने वाले मजदूरों में से ज्यादातर पूर्वी यूपी और बिहार से हैं।
तपोवन में बड़ी टनल से मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है। इस टनल में 30 से 40 मजदूरों के फंसे होने की बात कही जा रही है। रविवार को हुए हादसे में 200 से ज्यादा लोग लापता है।
तपोवन में एक बड़ी सुरंग के अंदर फंसे हुए एक अनुमान के मुताबिक 30-40 लोगों को बचाने के लिए एक मल्टी-एजेंसी ऑपरेशन किया गया, जिसके बाद एक ग्लेशियर के फटने के बाद उत्तराखंड के चमोली जिले में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 203 लोग लापता हैं।
चमोली के डीएम स्वाति भदौरिया ने बताया कि पुल टूटने से जो 13 गांव अलग हो गए हैं उनके लिए बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है और उन्हें राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। हमारी मेडिकल टीमें भी पहुंच गई हैं।
चमोली हादसे को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बयान दिया है जिसमें उन्होंने बताया है कि सैलाब के बाद अब तक 203 लोग लापता है जिनकी तलाश लगातार जारी है।
चमोली जिले में ग्लेशियर के फटने के बाद उत्तराखंड का तपोवन हाइड्रो-इलेक्ट्रिक पावर डैम पूरी तरह से धवस्त हो गया। धौली गंगा और ऋषि गंगा नदियों के संगम पर स्थित बांध पूरी तरह से नष्ट हो गया। यहां तक कि मलारी घाटी और तपोवन के पास के दो पुल बह गए हैं।
ITBP देहरादून के सेक्टर हेडक्वार्टर की DIG अपर्णा कुमार ने बताया कि बड़ी टनल को 70-80 मीटर खोला गया है, जेसीबी से मलबा निकाल रहे हैं। यहां कल से 30-40 कर्मी फंसे हुए हैं।
डीजीपी अशोक कुमार ने मीडिया को बताया कि तपोवन में कल छोटी टनल से कल 12 लोगों को बचाया गया है। ग्लेशियर टूटने से रैणी पावर प्रोजेक्ट पूरा बह गया और तपोवन भी क्षतिग्रस्त हुआ। पहले प्रोजेक्ट से 32 लोग लापता हैं और दूसरे प्रोजेक्ट से 121 लोग लापता हैं।
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चमोली में आई भीषण आपदा के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो चुका है। ये ऑपरेशन पूरी रात चलता रहा और सूरज की पहली किरण के साथ ही इसमें और तेजी आ चुकी है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इस हादसे में 100 से ज्यादा लोग लापता हैं।
धौली गंगा नदी का जलस्तर रविवार की रात एक बार फिर बढ़ गया। इसके चलते आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों में घबराहट पैदा हो गई। रविवार रात करीब आठ बजे अचानक धौली गंगा का जलस्तर बढ़ जाने के चलते अधिकारियों को एक परियोजना क्षेत्र में जारी राहत एवं बचाव कार्य को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा।
आईटीबीपी ने इस अभियान का एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में बचावकर्मी सुरंग से एक रस्सी के जरिये व्यक्तियों को सुरंग से बाहर निकालते हुए ‘दम लगाके हइशा’ बोलते नजर आ रहे हैं।
उत्तराखंड के चमोली ग्लेशियर हादसे पर अमेरिका और फ्रांस ने दुख प्रकट किया है। साथ ही उत्तराखंड चमोली ग्लेशियर आपदा के रेस्क्यू ऑपरेश को लेकर भारतीय वायुसेना ने कमान संभाल ली है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में नंदादेवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने के बाद केन्द्रीय जल आयोग के अधिकारियों ने कहा कि जोशीमठ में धौली गंगा नदी का जल खतरनाक रूप से उच्च स्तर पर बह रहा है।
उत्तराखंड चमोली ग्लेशियर आपदा पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस हादसे पर कहा कि संडे होने की वजह से बहुत लोगों की जान बच गई।
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