पाकिस्तानी सैनिकों ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के कमलकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया जिससे तीन नागरिकों की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया।
भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर आम नागरिकों को निशाना बनाए जाने को लेकर बुधवार को पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी थी और कहा था कि भड़कावे की इस प्रकार की भावी कार्रवाई या दुस्साहस का ‘‘गंभीर परिणाम’’ होगा।
भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।
भारत के जवाब को देखते हुए पाकिस्तान ने सुबह 7 बजे गोलीबारी बंद कर दी।
पाकिस्तान ने रात करीब ढाई बजे संघर्ष विराम को तोड़ते हुए उकसावे की कार्रवाई की और भारी मात्रा में गोलाबारी शुरू कर दी।
पाकिस्तान के सैनिकों ने सुबह करीब 8.15 बजे गुलपुर और खारी करमारा इलाकों में भारतीय चौकियों पर अकारण गोलीबारी की जिसका भारतीय बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
पाकिस्तान ने रविवार को भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह को समन किया और नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैनिकों द्वारा संघर्ष विराम के कथित उल्लंघन में एक नागरिक की मौत की निंदा की।
बता दें कि पाकिस्तान की ओर से पिछले कुछ समय में सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं में काफी तेजी आई है। पाक रेंजर्स के जवानों ने शनिवार को भी अखनूर के परगवाल सेक्टर में भारी गोलाबारी की थी जिसके कारण बीएसएफ के दो जवान जवाबी कार्रवाई में शहीद हो गए थे।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि सुरक्षा बल रमजान में जम्मू एवं कश्मीर में व पाकिस्तान के साथ सीमा पर संघर्षविराम का सम्मान करेंगे, लेकिन किसी भी 'अकारण' हमले का जवाब दिया जाएगा।
दोनों ही पक्षों के कमांडरों ने दोनों सेनाओं के बीच विश्वास पैदा करने के लिए बातचीत को हर स्तर पर जारी रखने पर सहमति दी। मीटिंग में तय कुछ हुआ था और पाकिस्तान ने किया कुछ और।
पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे भारतीय गांवों और सीमा चौकियों पर मोर्टार से गोले दागने और गोलीबारी की घटना में पांच लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए हैं।
पाकिस्तान के हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय सीमा के आर एस पुरा, अरनिया, रामगढ़ और अन्य सेक्टरों से भारी संख्या में ग्रामीणों का पलायन जारी है। पाकिस्तान की गोलाबारी में मंगलवार को आर एस पुरा और रामगढ़ सेक्टरों में 18 नागरिकों की जान चली गई थी।
पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा अंधाधुंध गोलाबारी के कारण सीमांत गांवों के निवासियों के बीच मंगलवार को भय का वातावरण बना रहा। पुलिस ने कहा कि मंगलवार को आर.एस. पुरा और अरनिया सेक्टरों में गोलाबारी में कम से कम आठ नागरिक घायल हो गए।
पिछले 70 साल में एक बार नहीं कई बार मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। रात भर पाकिस्तानी तोपें अरनिया और आरएसपुरा सेक्टर में गरजती रहीं। देर रात शुरू हुई फायरिंग अब भी जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई इलाकों में सीमा पार से गोलीबारी की गई जिसका भारतीय सैनिकों ने माकूल जवाब दिया। आठ महीने का नितिन कुमार नियंत्रण रेखा पर पल्लनवाला सेक्टर में अपने घर के बाहर अपने परिवार के साथ सो रहा था जब पाकिस्तान की गोलीबारी में उसकी मौत हो गयी
जम्मू के नौशेरा सेक्टर में बुधवार को ही पाकिस्तान की तरफ से कम से कम तीन बार सीजफायर का उल्लंघन किया। पाकिस्तानी सैनिकों ने एलओसी पर राजौरी के नौशेरा सेक्टर पर भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर जबरदस्त शेलिंग की जिसका असर बॉर्डर के आसपास के गांवों पर भी
सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को कहा था कि पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन का मकसद ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसाना है।
पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर ‘बिना किसी भड़कावे’ के भारतीय जवानों द्वारा की गई गोलीबारी की निंदा करने के लिए गुरुवार को भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह को तलब किया...
घाटी में आतंकियों का सफाया करने के लिए पिछले साल शुरू किए ऑपरेशन ऑल आउट में 220 आतंकी मारे गए थे और 82 आतंकवादियों ने सरेडर किया था।
गौरतलब है कि रविवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिलें में LoC पर पाकिस्तान ने ऐंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का इस्तेमाल करते हुए भारी गोलीबारी की...
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़