इजरायल और हिजबुल्लाह में युद्ध विराम समझौते ने लेबनान में मौतों का तांडव थाम दिया है, लेकिन गाजा में अभी यह बदस्तूर जारी है। इजरायली हमले में रोजाना काफी फिलिस्तीनी मारे जा रहे हैं।
इजरायल और हिजबुल्लाह में विराम से पहले देखें लेबनान में तबाही की तस्वीरें
इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच अमेरिकी मध्यस्थता के बाद युद्ध विराम की घोषणा हो गई है। भारत ने इस कदम का स्वागत किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी 13 महीने से चल रही इस जंग को खत्म करने के लिए इसे बड़ा कदम बताया है।
गाजा में इजरायल के हाथों मारे जाने के बाद भी याह्या सिनवार के संगठन हमास ने हौसला नहीं तोड़ा है। हमास ने आखिरी दम तक इजरायली सैनिकों से लड़ने का ऐलान किया है। हमास ने कहा कि वह इजरायली बंधकों को युद्ध विराम से पहले रिहा नहीं करेगा।
इजरायल की सेना लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जबरदस्त बमबारी कर रही है। इजरायल ने साफ तौर पर कह दिया है कि वह तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि उसके लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते।
पाकिस्तान ने बुधवार को सुबह-सुबह बिना किसी उकसावे के अखनूर इलाके में सीजफायर का उल्लंघन किया है। भारतीय जवानों की ओर से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया गया है।
इजरायल-हमास युद्ध में शांति का प्रयास लगातार विफल हो रहा है। इस बीच अमेरिकी वार्ताकारों की ओर से गाजा में युद्ध विराम को लेकर नया मसौदा तैयार किए जाने की बात सामने आई है। इसे इसी हफ्ते या अगले सप्ताह पेश किया जा सकता है।
इजरायल का एक प्रतिनिधिमंडल वार्ताओं के लिए काहिरा जाएगा, जबकि सोमवार को ब्लिंकन की इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की संभावना है। हमास ने निकट भविष्य में समझौता होने को लेकर संदेह जताया है। हमास ने कहा है कि नवीनतम प्रस्ताव पिछले प्रस्ताव से काफी अलग है, जिसे उसने स्वीकार लिया था।
अमेरिका के प्रयास से गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम की संभावनाएं बढ़ गई हैं। हमास ने अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार लिया है। इससे इजरायली बंधकों की रिहाई की उम्मीदें जाग गई हैं।
दक्षिणी गाजा में लंबे समय बाद इजरायल ने युद्ध विराम की घोषणा की है। हालांकि यह अल्प विराम होगा। इजरायल ने युद्ध विराम की घोषणा ऐसे वक्त में की है, जब दक्षिणी गाजा में हमास के हमले में उसके 8 सैनिक शहीद हो गए हैं। सेना ने कहा कि मानवीय सहायता को रास्ता देने के लिए विराम किया गया है।
यूक्रेन में शांति को लेकर स्विट्जरलैंड में चल रहे सम्मेलन से पहले पुतिन ने एक और बयान दिया है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि यूक्रेन मॉस्को के लिए अपनी और अधिक जमीन छोड़ने को तैयार हो और वह नाटो में शामिल होने की जिद छोड़ दे तो युद्ध खत्म हो सकता है।
करीब 2 वर्षों से अधिक समय से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा बयान दिया है। दावा किया जा रहा है कि पुतिन ने यूक्रेन के साथ सीजफायर की बात कही है।
गाजा में अमेरिका के युद्ध विराम प्रस्ताव को इजरायल ने स्वीकार कर लिया है। इसे फिलिस्तीनियों के लिए बहुत बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है। इस मसौदे में इजरायली बंधकों की रिहाई, इजरायली सैनिकों की गाजा से चरणों में सैन्य वापसी और फिलिस्तीनियों का पुनर्वास और मदद शामिल है।
गाजा में युद्ध विराम को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तीन चरणों वाला युद्धविराम का नया प्रस्ताव पेश किया है। बाइडेन के अनुसार इसे इजरायल ने ही तैयार किया है, जिस पर इजरायल और हमास दोनों सहमत होते दिख रहे हैं। मगर इस बीच नेतन्याहू ने फिर संदेश जारी किया है कि हमास के खात्मे तक विराम संभव नहीं होगा।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन कुछ शर्तों के साथ यूक्रेन में युद्ध रोकने को तैयार हो गए हैं। हालांकि यह आधिकारिक तौर पर अभी रूस की ओर से ऐलान नहीं किया गया है, मगर रॉयटर्स ने रूसी सूत्रों के हवाले यह दावा किया है।
हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया ने कतर के प्रधानमंत्री और मिस्र के खुफिया मामलों के मंत्री को बता दिया है कि वह उनके युद्धविराम प्रस्ताव पर सहमत होने के बारे में जानकारी दी है। हालांकि, इजरायल इस समझौते पर सहमत नहीं है।
रूस ने यूक्रेन के साथ 2 वर्ष से अधिक समय से चल रहे युद्ध के बाद अब एक शांति मसौदा पेश किया है, जिसे वर्ष 2022 में ही तैयार किया गया था। हालांकि इसमें मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार कई बदलाव किए जाने का दावा है। रूस का कहना है कि यह मसौदा रूस-यूक्रेन शांति का आधार बन सकता है।
गाजा में इजरायली बंधकों की हत्या और आम नागरिकों की मौत से इजरायल में सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। लंबे समय बाद इजरायल ने साउथ गाजा से अपनी सेना हटा ली है। अब वहां सिर्फ एक टुकड़ी ही रह गई है। इधर ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने मानवीयता के आधार पर युद्ध रोकने की अपील की।
गाजा में हमास आतंकियों ने एक और इजरायली बंधक की हत्या कर दी है। यह हत्या ऐसे वक्त में की गई है, जब आज अमेरिका के प्रयास से युद्ध विराम को लेकर वार्ता होनी है। माना जा रहा है कि हमास ने इजरायल पर बंधकों की रिहाई के लिए युद्ध विराम करने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से ऐसा किया है। मगर इससे इजरायल बौखला गया है।
संयुक्त राष्ट्र में जिस प्रस्ताव के पक्ष में भारत ने वोट किया है, उसमें फलस्तीन और इजरायल के शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से रहने के द्वि-राष्ट्र समाधान का भी समर्थन किया गया है। वहीं जिस प्रस्ताव से भारत ने दूरी बनाई इसमें गाजा में तत्काल युद्ध विराम की मांग शामिल है।
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