इजरायल-हमास युद्ध के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। गाजा में भले ही इजरायली सेना संघर्ष विराम के तैयार नहीं हो, लेकिन उसने पूरी तरह लड़ाई खत्म करने का संकेत दिया है। इजरायली सेना के अनुसार उत्तरी गाजा में वह जल्द ही लड़ाई खत्म करने का ऐलान कर सकते हैं, क्योंकि यहां वह अपने लक्ष्य को जीत चुके हैं।
इजरायल-हमास युद्ध को लेकर फिलिस्तीन समर्थकों ने अमेरिका के सिएटल में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। गाजा में तत्काल संघर्ष विराम की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। उन्होंने सिएटल में कई किलोमीटर लंबा जाम लगा दिया। इससे चालकों को वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करना पड़ा।
इजरायल ने हमास पर हमले को और तेज कर दिया है। शनिवार को दो मकानों पर इजरायल के भीषण ड्रोन हमले में 90 लोग मारे गए। इसमें ज्यादातर एक ही परिवार के सदस्य थे। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। हालांकि उन्होंने गाजा में युद्धविराम के लिए नहीं कहा।
इजरायली सेना हमास के जिस शीर्ष आतंकी को ढूंढ़ रही है, उसका पता चल गया है। यह आतंकी फिलहाल इजरायल और हमास के बीच मध्यस्थ की सबसे बड़ी भूमिका निभा रहे मिस्र देश में है। गाजा में दोबारा युद्ध विराम की वार्ता के लिए वह मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंच चुका है। यह आतंकी इस्माइल हनियेह है, जिसने हमास का गाजा में खड़ा किया था।
इजराइल गाजा में संघर्ष विराम के लिए तैयार हो गया है। इसके लिए इजराइल ने शर्त रखी है। इजराइल ने कतर से कहा है कि वह हमास द्वारा बंधक बनाए गए 40 लोगों की रिहाई के बदले गाजा में संघर्ष विराम के लिए तैयार है।
गाजा में एक बार फिर संघर्ष विराम की संभावना नजर आ रही है। गाजा में बंधकों की रिहाई के समझौते को लेकर अमेरिकी अधिकारी और कतर के प्रतिनिधि बातचीत के लिए यूरोप पहुंचे हैं।
गाजा में युद्ध विराम की समय-सीमा खत्म होते ही इजरायल फिर से हमास आतंकियों पर टूट पड़ा है। इजरायली सेना ने शुक्रवार को हमास के ठिकानों पर कई भीषण हमले किए। इससे गाजा में फिर से कोहराम मच गया। इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने युद्धविराम की शर्तों का उल्लंघन किया है।
संघर्ष विराम के बीच हमास बंधक बनाकर लाए लोगों को क्रम से रिहा कर रहा है। इस दौरान बंधक बच्चों के साथ आपबीती बताई गई, किस तरह उनके साथ सलूक किया जाता था वो सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी।
इजरायल-हमास युद्ध विराम समझौते के दूसरे दिन आज 14 इजरायली बंधक मुक्त किए जाएंगे। वहीं बदले में इजरायल 42 फिलिस्तीनियों को छोड़ेगा। दोनों पक्षों की ओर से बंधकों की सूची उपलब्ध करा दी गई है। समझौते के तहत दोनों पक्ष युद्ध विराम का पालन कर रहे हैं। पहले दिन 13 इजरायली और 39 फिलिस्तीनी छोड़े जा चुके हैं।
इजरायल और हमास के बीच बंधकों को मुक्त करने के समझौते के बाद रिहाई का सिलसिला शुक्रवार से शुरू हो गया है। वर्षों बाद इजरायल की जेलों से छूटकर आए नाबालिगों और महिलाओं को देखकर उनके परिवारजनों की आंखों भावुकता से भर आईं। रिहाई को परिवारों ने उत्सव के रूप में मनाया। रातभर आतिशबाजी भी की।
इजरायल-हमास के बीच आज से अल्पयुद्ध विराम लागू हो गया है। यह सुबह 7 बजे से प्रभावी हुआ है। इसके तहत हमास आज पहले दिन 13 इजरायली बंधकों को मुक्त करेगा। इसके बदले में इजरायल पहले दिन 39 फिलिस्तीनियों को कैदमुक्त करेगा। यह समझौता एक इजरायली के बदले 3 फिलिस्तीनी को छोड़ने के अनुपात पर तय हुआ है।
इजरायल-हमास के बीच 4 दिवसीय युद्ध विराम होने के बादवजूद अभी तक बंधकों की रिहाई नहीं हो सकी है। एक इजरायली अधिकारी ने कहा है कि इसमें अभी शुक्रवार तक का वक्त लग सकता है। इजरायल हमास द्वारा बंधक बनाए गए अपने 50 लोगों की रिहाई के बदले 150 फिलिस्तीनियों को मुक्त करने पर सहमत हुआ है।
इजरायल-हमास युद्ध के 46 वें दिन लोगों को राहत देने वाली सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। इजरायल और हमास के बीच युद्ध को अल्प विराम करने को लेकर सहमति बन गई है। इसके साथ ही इजरायल-हमास युद्ध में संघर्ष विराम का अस्थाई ऐलान कर दिया गया है। कई शर्तों के आधार पर इजरायल ने इस समझौते को मंजूरी दी है।
गाजा में युद्ध विराम की मांग कर रहे अंतरराष्ट्रीय नेताओं को इजरायली प्रधानमंत्री ने फिर से जवाब दिया है। नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा में युद्ध विराम संभव नहीं है। हमास के खात्मे तक गाजा में इजरायली सेना का ऑपरेशन जारी रहेगा। बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने अब भी 240 लोगों को बंधक बना रखा है, पहले उनकी रिहाई करे।
गाजा पर इजरायली हमले जारी रहने के खिलाफ यूरोप में फिलिस्तीन समर्थकों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने इजरायल हत्यारा का पोस्टर लहराया। साथ ही जल्द से जल्द गाजा में इजरायली हमला रोकवाने की मांग की।
गाजा में इजरायली सेना लगातार जमीनी और हवाई हमले कर रही है। इसमें हजारों फिलिस्तीनी नागरिक भी मारे जा रहे हैं। फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत को रोकने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अमेरिका ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कुछ समय के लिए युद्ध विराम की मांग की थी। मगर नेतन्याहू कुछ वजहों से नहीं माने।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा गाजा में अल्प युद्धविराम की मांग को खारिज कर दिए जाने के बाद अब अमेरिका ने भी अपना रुख बदल लिया है। अमेरिका ने अरब नेताओं द्वारा युद्धविराम का दबाव मानने से इन्कार कर दिया है। जबकि पहले अमेरिका भी इजरायल पर युद्ध विराम का दबाव बना रहा था।
इजरायल ने गाजा में हमलों को जारी रखा है। ‘अल जजीरा’ टीवी ने बताया कि गाजा सिटी के एक स्कूल में शुक्रवार को किए गए हमले में कई लोग हताहत हुए है। गाजा में अस्पताल निदेशकों ने कहा कि उत्तरी गाजा में तीन अस्पतालों के प्रवेश द्वार पर उस समय हमले हुए, जब अस्पतालकर्मी घायलों को दक्षिण की ओर ले जाने की कोशिश कर रहे थे।
गाजा में फिलिस्तीनियों की दुर्दशा देखकर संयुक्त राष्ट्र का दिल दुख से आहत हो गया है। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में तत्काल युद्ध विराम की जरूरत को लाखों फिलिस्तीनियों की जिंदगी और मौत का सवाल बताया है। यूएन ने कहा है कि गाजा में पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए व्यापक पैमाने पर काम में बाधा आ रही है। इसकी वजह बमबारी है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा में सीजफायर करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा का सीजफायर का मतलब इजरायल का हमास के सामने आत्मसमर्पण करने जैसा है और यह होने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पर्ल हार्बर पर हमले के बाद अमेरिका ऐसा नहीं करेगा, उसी तरह इजरायल भी ऐसा नहीं होने देगा।
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