प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने इशारों ही इशारों में चीन को कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अपनी सामरिक स्वायत्तता बरकरार रखने और अपने उभरते कद के अनुरूप नई जिम्मेदारियां उठाने के मद्देनजर भारत के लिए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करें और सैन्य उपकरणों के आयात पर निर्भरता कम करें।
चीन ने जब से अरुणाचल प्रदेश के कई गांव का अपने नक्शे में नाम बदला है, तब से भारत सीमा पर पूरा नक्शा बदलने में ही जुट गया है। ताकि चीन को यह एहसास हो सके कि यह 1962 का नहीं, बल्कि 2022 का भारत है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को लेकर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष अनिल चौहान ने कहा है कि हमें इस युद्ध से हमें ये सबक सीखना चाहिए कि हमें हथियारों के लिए अन्य देशों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।
दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय के आदेश पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराई है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (रि) शुक्रवार को देश के नये प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे। इसी के साथ तीनों सेनाओं के बीच तालमेल सुनिश्चित करने के लिए सेना को थियेटर कमांड के रूप में पुनर्गठित करने के अभियान पर फिर से ध्यान केंद्रित होने के आसार हैं।
CDS Anil Chauhan: लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को सैन्य सेवा करते हुए 40 साल से अधिक का समय हो गया है। इस दौरान उन्होंने कई कमांड संभाले हैं। उनके पास जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर के राज्यों में आतंक रोधी ऑपरेशन का अच्छा खासा अनुभव है।
CDS Anil Chauhan: भारतीय सेना में 40 साल की सेवा के बाद 31 मई को अनिल चौहान सेवानिवृत्त हो गए थे। अब भारत सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। अपको बता दें कि बिपीन रावत के निधन के बाद सीडीएस की पद खाली हो गई थी।
CDS Anil Chauhan: अनिल चौहान मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के रहने वाले हैं। अनिल चौहान के पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ रहने के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र में उग्रवाद में बड़ी कमी आई थी।
भारत सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान (Anil Chauhan) को अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के रूप में नियुक्त किया है।
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