केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 12वीं कक्षा के परिणामों की गणना के लिए एक आईटी प्रणाली विकसित कर रहा है ताकि आकलन कार्य में आसानी हो और समय की बचत की जा सके।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने गुरुवार को कहा कि CBSE नतीजों के बाद अगर कोई छात्र अपने नंबरों से संतुष्ट नहीं होता है तो हम उन छात्रों के लिए परीक्षा का रजिस्ट्रेशन शुरू कर देंगे।
सीबीएसई कक्षा 12 का परिणाम 31 जुलाई तक घोषित किया जाएगा। बोर्ड ने आज भारत के सर्वोच्च न्यायालय को बताया कि कक्षा 12 के छात्रों को कक्षा 11 और कक्षा 10 के परिणामों के आधार पर चिह्नित किया जाएगा। इसमें कहा गया है कि कुल अंक 12वीं की परीक्षा में स्कूल के पिछले प्रदर्शन पर आधारित होंगे। लगभग 40% अंक 12वीं प्री-बोर्ड पर आधारित होंगे और 60% वेटेज कक्षा 11 और कक्षा 10 की अंतिम परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन को दिया जाएगा।
सीबीएसई 12 वीं के मूल्यांकन को लेकर सरकार ने अपने फॉर्मूले को सुप्रीम कोर्ट की बेंच के सामने रखा। इस फॉर्मूले के तहत 10 वीं के अंकों पर 30 प्रतिशत वेटेज, 11वीं के अंकों पर 30 प्रतिशत और 12वीं प्री बोर्ड के अंकों पर 40 प्रतिशत वेटेज मिलेगा। वहीं 12वीं के नतीजे 31 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे।
सीबीएसई 12 वीं के मूल्यांकन को लेकर सरकार ने अपने फॉर्मूले को सुप्रीम कोर्ट की बेंच के सामने रखा।
\सीबीएसई बोर्ड जल्द ही 12वीं बोर्ड का ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया घोषित करने जा रहा है। सीबीएसई के क्राइटेरिया के आधार पर ही देशभर के अधिकांश राज्य बोर्ड भी 12वीं की बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट तय करेंगे।
सीबीएसई ने 4 जून को इस संबंध में एक नोटिफिकेशन जारी किया था। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा कि इस कमेटी में 12 सदस्य हैं। यह कमेटी छात्रों को प्रमोट करने और उनकी मार्कशीट तैयार करने का आधार तय करेगी।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीएसई (CBSE) कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा, कक्षा 11 की परीक्षा और कक्षा 12 की प्री-बोर्ड परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर कक्षा 12 के छात्रों का आकलन करने के प्रस्ताव पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई ने 12वीं कक्षा के प्रैक्टिकल और आंतरिक मूल्यांकन के अंक अपलोड करने की अंतिम तिथि 28 जून तक बढ़ाने का फैसला किया है। सीबीएसई के जिन स्कूलों ने अभी तक बोर्ड को प्रैक्टिकल और इंटरनल एसेसमेंट जमा नहीं किए हैं
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सोमवार को स्कूलों से कहा कि वे 12वीं कक्षा का लंबित प्रायोगिक कार्य और आंतरिक मूल्यांकन सिर्फ ऑनलाइन माध्यम से पूरा करें और उन्हें 28 जून तक अंक जमा करने का निर्देश दिया।
सीबीएसई ने 12वीं कक्षा की परीक्षा रद्द होने के बाद परिणामों के मानदंड पर फैसला करने के लिए 12 सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति, जिसमें संयुक्त सचिव शिक्षा, विपिन कुमार, केंद्रीय और नवोदय विद्यालयों के आयुक्त और सीबीएसई एवं यूजीसी के प्रतिनिधि शामिल हैं, को अपनी रिपोर्ट 10 दिनों में देनी होगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों का पालन करते हुए सीबीएसई ने स्कूलों में कोडिंग और डेटा विज्ञान को कौशल विषयों के रूप में शामिल किया है। इस जानकारी को साझा करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट करते हुए कहा, "एनईपी 2020 के तहत हमने स्कूलों में कोडिंग और डेटा साइंस को पेश करने का वादा किया था।
कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली बैठक में यह फैसला लिया गया है कि इस साल सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी जाएं।
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही इंटरमीडिएट (कक्षा 12) की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने पर निर्णय लेगी। इंटरमीडिएट की परीक्षा पहले जुलाई के मध्य तक टाल दी गई थी। शर्मा ने कहा कि अगर कोविड-19 की स्थिति में और सुधार होता है तो बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी।
सीबीएसई सचिव ने कक्षा 10 के मूल्यांकन मानदंडों का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी मापदंडों पर विचार करते हुए अंतिम अंक पत्र तैयार किया जाएगा, और स्कूल के शिक्षकों, प्राचार्यों, बोर्ड परीक्षा अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ चर्चा जारी है। "मैं छात्रों को आश्वस्त कर सकता हूं, कि वे अपनी मार्कशीट प्राप्त करने पर संतुष्ट होंगे।
cbse ने 12वीं बोर्ड परीक्षाएं कैंसिल कर दी है उसके बाद से छात्रों के मन में सवाल उठ रहै है आखिर उनका रिजल्ट किस आधार पर बनेगा और नतीजे कब घोषित किए जाएंगे उसको लेकर आज INDIATV से खास बातचीत CBSE सचिव ने की उन्होनें कहा बच्चों को अंक देने के नियमों पर अभी विचार हो रहा है,उसपर थोड़ा समय लगेगा और उस प्रक्रिया को पब्लिक डोमेन मे डाला जाएगा, लेकिन जो भी प्रक्रिया होगी वह बच्चों के हित में होगी,
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद सरकार ने मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है। देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच कई राज्यों ने परीक्षा को रद्द करने की सिफारिश की थी। कोरोना संक्रमण की दूसरी और खतरनाक लहर को देखते हुए लगातार यह मांग उठ रही थी कि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में मंगलवार को सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया गया है। इस फैसले के बाद देशभर के छात्रों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इस फैसले पर खुशी और संतोष व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में हुई बैठक में 12वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया.
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