देश की राजधानी दिल्ली का दिल कहा जाने वाला कनॉट प्लेस कोई कार्यालय खोलने के लिए दुनिया की नौंवी सबसे महंगी जगह है।
राष्ट्रीय राजधानी का कनॉट प्लेस दुनिया में 9वां सबसे महंगा ऑफिस स्थल है। प्रोपर्टी कंसल्टैंट सीबीआरई के मुताबिक कनॉट प्लेस का सालाना किराया 153 डॉलर प्रति वर्ग फुट है।
रियल्टी सेक्टर में वर्ष 2025 तक 80 लाख नई नौकरियां पैदा होंगी और इस सेक्टर में कुल श्रमबल की संख्या 1.7 करोड़ पर पहुंच जाएगी।
दिल्ली का कनॉट प्लेस ऑफिस के लिए स्थान किराये पर लेने के लिहाज से दुनिया की दसवीं सबसे महंगी जगह है।
भारतीय रियल एस्टेट में इस साल 7 अरब डॉलर तक का निवेश हो सकता है। सीबीआरई के मुताबिक ऐसा इस सेक्टर में तेजी से हो रहे सुधार की वजह से होगा।
कनॉट प्लेस कार्यालय के लिए स्थान लेने के मामले में दुनिया का नौंवा सबसे महंगा स्थान है। इसका सालाना किराया 105.71 डॉलर प्रति वर्गफुट तक पहुंच गया है।
वर्ष 2016 में दिल्ली-NCR में ऑफिस को किराए पर लेने यानि ऑफिस लीजिंग में आठ प्रतिशत की कमी आई है जिसकी मुख्य वजह आपूर्ति कम रहना है।
संपत्ति परामर्शक कंपनी CBRE के अनुसार 2016 की दूसरी तिमाही में ऑफिस स्पेस की खपत 46 फीसदी बढ़कर 1.02 करोड़ वर्ग फीट से अधिक हो गई।
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