अदालत ने मामले में साजिश रचने व साक्ष्यों को नष्ट करने के दोषी के तौर तत्कालीन उप निरीक्षक अजीत कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर ई.के.साबू व तत्कालीन पुलिस सहायक आयुक्त के.हरिदास को सजा दी है। अदालत ने मंगलवार को सितंबर 2005 में फोर्ट पुलिस थाने में 26 साल के व्यक्ति की हिरासत में मौत के मामले में इन पांच लोगों को दोषी करार दिया।
CBI ने इस फुटबॉल खिलाड़ी को 1.5 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था।
आज से करीब साढ़े सात पहले पत्रकार ज्योतिर्मय डे की सनसनीखेज़ हत्या ने मीडिया, पुलिस, प्रशासन से लेकर अंडरवर्ल्ड तक को हिला कर रख दिया था। आज उसी मर्डर केस पर मुंबई की विशेष मकोका अदालत ने अपना फैसला सुनाया है...
गुरुवार 15 मार्च को विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में लालू प्रसाद की ओर से तत्कालीन महालेखाकार पीके मुखोपध्याय, डिप्टी एजी बीएन झा और सीनियर एकाउंटेंट प्रमोद कुमार को आरोपी बनाने की अर्जी दाखिल की गई जिसपर सुनवाई हुई।
CBI की एक विशेष अदालत ने बुधवार को कथित अवैध टेलीफोन एक्सचेंज मामले में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के नेता व पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन, उनके भाई व सन टीवी समूह के प्रमुख कलानिधि मारन व पांच अन्य को बरी कर दिया।
इस मामले में लालू यादव, पूर्व सांसद डॉ. आरके राणा, जगदीश शर्मा सहित 31 आरोपी है। ऐसा माना जा रहा है कि कोर्ट का आज का फैसला भी लालू के खिलाफ आ सकता है। अगर ऐसा होता है तो लालू को कम से कम 10 साल की सजा हो सकती है।
चारा घोटाले से जुड़े तीसरे मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद शांत नजर आए। लालू ने कोर्ट से अनुरोध किया कि वह चाय पीना चाहते हैं...
ओपन जेल में कैदियों को पूरी तरह से कैद नहीं रखा जाता है। जेल के अंदर उन्हें अपने परिवार को साथ रखने और उनकी आजीविका चलाने के लिए काम करने की सुविधा मुहैया कराई जाती है।
लालू यादव के खिलाफ फैसला सुनाने वाले जज शिवपाल सिंह उत्तर प्रदेश स्थित जालौन जिले के शेखपुर खुर्द गांव के रहने वाले हैं। गांव में कुछ लोगों ने उनकी जमीन पर कब्जा जमा लिया।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर चारा घोटाले मामले में रांची की सीबीआई कोर्ट ने तीन साल की सजा सुनाई गई है।
लालू के अधिवक्ता चितरंजन प्रसाद ने लालू एवं अन्य सभी 15 अभियुक्तों की अदालत में उपस्थिति के बीच लालू प्रसाद यादव की अधिक उम्र एवं स्वास्थ्य का हवाला देकर उन्हें कम से कम सजा दिये जाने का अनुरोध किया।
रांची स्थित विशेष CBI अदालत से गुरुवार को जब RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शिकायत की कि उनके परिचितों को उनसे जेल में मिलने नहीं दिया जा रहा है तो...
चारा घोटाला मामले की सुनवाई कर रहे सीबीआई कोर्ट के जज शिवपाल सिंह ने कहा कि लालू के लोगों ने उन्हें फोन किया था। हालांकि उन्होंने इसका विस्तृत ब्यौरा देने से इनकार कर दिया कि फोन करनेवाले लोग कौन थे और क्या कह रह थे।
चारा घोटाला LIVE: 23 दिसंबर को रांची की विशेष अदालत ने लालू को देवघर के सरकारी कोषागार से पैसों के गबन के मामले में दोषी माना था। लालू यादव पर सरकारी ट्रेजरी से करीब 89 लाख रुपये के गबन का केस चल रहा था।
चारा घोटाले के एक मामले में रांची सीबीआई विशेष कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद को रांची के बिरसा मुंडा जेल में भेज दिया गया है। जानिए 3 नंबर क्यों है खास....
लालू प्रसाद को फर्जीवाड़े की जानकारी 1993 में हो गई थी। लेकिन लालू प्रसाद ने फर्जीवाड़ा नहीं रोका और जांच रुकवाने के हथकंडे अपनाए।
आज की तारीख का ये एकमात्र 23 नंबर नहीं है जिसने लालू को परेशान किया है। इससे पहले भी 23 नंबर लालू के लिए कई बार मुसीबत का सबब बन चुका है। इक्कीस साल पहले 1997 के जून महीने की यही वो 23 तारीख थी, जब चारा घोटाले में लालू के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दाख
चारा घोटाला मामले में आज रांची की स्पेशल सीबीआई कोर्ट बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिया गया है। जगन्नाथ मिश्र बरी हो गए हैं। तीन जनवरी को सजा का ऐलान होगा।
साल 2008, जिस साल ये घोटाला हुआ उस साल देश का रक्षा बजट 1 लाख 5 हज़ार 600 करोड़ रुपये का था, यानी घोटाले की रकम इस रक्षा बजट से करीब डेढ़गुनी थी। 2008 में देश का स्वास्थ्य बजट मात्र 16,534 करोड़ रुपये था, यानी घोटाले की रकम इससे दस गुना ज्यादा थी
जिस घोटाले से तत्कालीन मनमोहन सरकार हिल गई, जिस घोटाले के लिए कई दिनों तक संसद ठप रही, जिस घोटाले के लिये यूपीए सरकार को जेपीसी बनानी पड़ गई वो घोटाला अगर देश के काम आता तो देश की सूरत बदल गई होती।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़