RBI Policy: RBI के इस फैसले के बाद बैंकों की तरफ से कर्ज सस्ता होने की उम्मीद कम हो गई है, बैंकों की तरफ से होम और कार लोन की दरों में कटौती होने की संभावना घट गई है।
थोक महंगाई दर में कमी आने से भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से मौद्रिक नीति के कठोर होने की आशंका कुछ कम हुई है। यानि होमलोन और कारलोन की दरों में बढ़ोतरी होने की आशंका घट गई है
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों को नए साल का तोहफा ब्याज दरें घटा कर दी है। SBI ने बेस रेट आधारित ब्याज दरों में 1 जनवरी 2018 से 0.30 फीसदी की कटौती कर दी है।
HDFC बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी का मानना है कि हाल फिलहाल बैंकों का कर्ज और सस्ता होने की संभावना कम हैं।
रिजर्व बैंक की तरफ से पॉलिसी रेट्स में किसी तरह की कटौती होती है तो बैंकों पर भी होमलोन और कार लोन को सस्ता करने का दबाव बढ़ जाएगा
सामान्य तौर पर PNB 3 करोड़ रुपए तक के लोन पर कुल लोन की कीमत पर 0.50 फीसदी प्रोसेसिंग फीस वसूलता है,
पंजाब एंड सिंध बैंक ने एक दिन के कर्ज के लिये सीमांत कोष आधारित ब्याज दर (MCLR) में 0.45 प्रतिशत कटौती कर इसे 8.15 प्रतिशत कर दिया
बैंक ने कार लोन के अलावा पर्सनल गोल्ड लोन पर प्रोसेसिंग फीस में 50 फीसदी की कटौती की है
बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 31 दिसंबर 2017 तक नई कार खरीदने के लिए बैंक से लिए जाने वाले लोन पर प्रोसेसिंग फीस समाप्त की जाती है।
अगर आप कार खरीदने की सोच रहे हैं तो मौका अच्छा है, त्यौहारी सीजन में कार कंपनियां भारी डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं और कार लोन की ब्याज दरें भी आकर्षक हैं।
RBI की ब्याज दरों में कटौती के बाद आपकी कार और होम लोन की EMI घटने की पूरी संभावना है।
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि RBI की तरफ से कल ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती की जा सकती है जिससे घर और कार की EMI में कमी होने की उम्मीद बढ़ गई है
अगर आपके पास अब तक कार नहीं है तो कोई बात नहीं, आप भी इसकी खरीदारी कर सकते हैं। आज की तारीख में विभिन्न बैंकों के कार लोन के विकल्प हैं।
कार के लिए खर्च होने वाली कुल राशि में डाउन पेमेंट + एप्रूव्ड लोन अमाउंट + लोन लेने के प्रोसेस में खर्च होने वाली राशि + ब्याज की राशि शामिल होती है।
क्रेडिट कार्ड हमेशा बेहतरीन विकल्प नहीं होता, खासकर जब आप पर कर्ज का बोझ ज्यादा हो। कई मामलों में, आप अपने आप को क्रेडिट कार्ड से दूर रखें तो बेहतर होगा।
RBI (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने इस साल लगातार दूसरी पॉलिसी में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.25 फीसदी पर स्थिर रहा है।
SBI ने जहां विभिन्न परिपक्वता वाली बेचमार्क लेंडिंग रेट में 0.9 फीसदी तक की कटौती की है। PNB और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी की है ब्याज दरों में कटौती।
SBI ने 1 जनवरी को अपने ग्राहकों को नए साल का तोहफा दिया है। अपनी विभिन्न परिपक्वता अवधि की बेंचमार्क लेंडिंग रेट में SBI ने 0.9 प्रतिशत कटौती की घोषणा की है
नोटबंदी के बाद बैंकों में नकदी की भारी जमा के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपनी कर्ज की ब्याज दरों में 0.2 प्रतिशत कटौती की है।
RBI द्वारा कल जारी की जाने वाली मौद्रिक नीति में नीतिगत दरों में कटौती की उम्मीद के मद्देनजर आज शेयर बाजार में निवेशकों की खरीदारी का दौर बना हुआ है
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