कैप्टन ने इंडिया टीवी को बताया कि देश और पंजाब की जनता की सोच उनके बारे में उनकी पार्टी की सोच से अलग है।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमारे संविधान में, राजनीति में और खासकर पंजाब में दलित की बात कभी नहीं आई, यहां हर वर्ग एक समान है।
भाजपा की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने भाग्य को लेकर चिंतित हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से ही जिस अंदाज में कैप्टन अमरिंदर सिंह लगातार पाकिस्तान और राष्ट्रीय सुरक्षा का राग अलाप रहे हैं, उसे देखते हुए उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं।
पंजाब की राजनीति में आज का दिन बेहद अहम है। कल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शाम को इस्तीफा दे दिया था। कैप्टन के इस्तीफे के बाद चंडीगढ़ स्थित कांग्रेस भवन में हुई पंजाब कांग्रेस के विधायकों की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को विधायक दल के नए नेता के चयन के लिए अधिकृत किया गया।
पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू 7 महीने तक अपना मंत्रालय नहीं संभाल सके। सिद्धू को सीएम बनाने के सवाल पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू इतना नाकाबिल है कि अपना मंत्रालय नहीं चला पाए। सिद्धू अपना मंत्रालय तक संभालने में नाकाम रहे। बाजवा के साथ सिद्धू की दोस्ती है। पंजाब के लिए सिद्धू विनाश साबित होंगे।
पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सीएम अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद यह कहना कि ‘मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं’, काफी मायने रखता है।
मोहम्मद मुस्तफा ने ट्वीट कर कहा कि साल 2017 के चुनाव में पंजाब की जनता ने कांग्रेस पार्टी को 80 विधायक दिए। विडंबना ये है कि कांग्रेस पार्टी अबतक एक अच्छा मुख्यमंत्री नहीं दे पाई है। पंजाब के दुख और दर्द को समझते हुए अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा बदला जाए।
पंजाब कांग्रेस की समस्या अब तक हल नहीं हुई है। आज पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक की बैठक होने वाली है जिसे अब सिद्धू और कैप्टेन की लड़ाई में नया मोड़ कहा जा रहा है।
पंजाब सरकार ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वाले सरकारी कर्मचारियों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पंजाब में जिन सरकारी कर्मचारियों ने कोरोना वैक्सीन (एक भी डोज) नहीं लगवाई उन्हें 15 सितंबर के बाद जबरन छुट्टी पर भेज दिया जाएगा।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस डिनर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खेमे के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
परनीत कौर ने चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए आगामी चुनाव में पार्टी को सत्ता में वापस लाने के लिए नेताओं से सकारात्मक भूमिका निभाने को कहा।
पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच कलह और तेज हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, सुद्धू खेमे के 26 विधायकों और 4 कैबिनेट मंत्रियों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और पंजाब में तख्तापलट की तैयारी हो रही है।
नवजोत सिंह सिद्धू खेमे के नेता और पंजाब के कैबिनेट मंत्री तृप्ति इंदर बाजवा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटा देना चाहिए और पंजाब में नया चेहरा लाना चाहिए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सिद्धू खेमे से 4 कैबिनेट मंत्रियों और एक विधायक का डेलिगेशन नियुक्त किया गया है जो दिल्ली जाकर आलाकमान से मुलाकात करेगा।
नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने अब एक और विवाद को जन्म दे दिया है। माली ने सोशल मीडिया पर पूर्व पीएम इंदिरा गांधी से जुड़ा विवादित स्केच शेयर किया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दावा किया कि उनकी सरकार चुनाव के दौरान पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में किए गए 93 प्रतिशत वादों को पूरा कर चुकी है।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि पंजाब कांग्रेस के नए प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच ‘झगड़ा’ एक ‘नाटक’ था।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के कार्यक्रम में शामिल होंगे। लेकिन उससे पहले कैप्टन ने पंजाब के सभी विधायकों और सांसदों को चाय पर बुलाया है और उसके बाद सभी मिलकर सिद्धू की ताजपोशी के कार्यक्रम में जाएंगे।
पंजाब के मंत्री ब्रह्म महिंद्रा ने मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू की राज्य इकाई के नए अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति का स्वागत किया, लेकिन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ अपने मुद्दों को हल करने तक उनके साथ व्यक्तिगत बैठक करने से इनकार कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, पंजाब कांग्रेस विवाद को लेकर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह नवजोत सिंह सिद्धू के प्रमोशन के लिए कुछ शर्तों के साथ राजी हो गए हैं।
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