पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी के संविदा कर्मचारी छह सितंबर को अपनी नौकरी नियमित करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे।
मुख्यमंत्री ने शुरू में कृषि अध्यादेशों का समर्थन करने और बाद में किसानों के आक्रोश का सामना करने के बाद इस मुद्दे पर यू-टर्न लेने के लिए बादल परिवार की निंदा की।
पंजाब सरकार ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वाले सरकारी कर्मचारियों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पंजाब में जिन सरकारी कर्मचारियों ने कोरोना वैक्सीन (एक भी डोज) नहीं लगवाई उन्हें 15 सितंबर के बाद जबरन छुट्टी पर भेज दिया जाएगा।
इससे पहले पाकिस्तान पर जमकर बरसते हुए उन्होंने कहा था कि हम अपने क्षेत्र में किसी भी तरह की आक्रामकता या हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर वे साहसी बनने की कोशिश करेंगे तो हम उन्हें (पाकिस्तान को) उनके जीवनभर का सबक सिखाएंगे।
हरियाणा सरकार के लिए अल्टीमेटम जारी करते हुए चढ़ूनी ने प्रत्येक घायल किसान के लिए दो लाख रुपये मुआवजे की मांग की। पंजाब सरकार के अलावा खट्टर ने कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और वामपंथी नेताओं पर भी किसान आंदोलन के लिए आरोप लगाए।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि किसी भी कार्य में बाधा स्वीकार नहीं की जाएगी। हर स्वतंत्रता की सीमाएं होती हैं। कोई भी आजादी पूर्ण नहीं होती है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से मुलाकात के बाद पार्टी के पंजाब प्रभारी रावत ने कहा कि मैंने राहुल जी से संक्षिप्त मुलाकात की और उन्हें पंजाब की स्थिति के बारे में बताया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस डिनर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खेमे के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
परनीत कौर ने चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए आगामी चुनाव में पार्टी को सत्ता में वापस लाने के लिए नेताओं से सकारात्मक भूमिका निभाने को कहा।
पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच कलह और तेज हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, सुद्धू खेमे के 26 विधायकों और 4 कैबिनेट मंत्रियों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और पंजाब में तख्तापलट की तैयारी हो रही है।
नवजोत सिंह सिद्धू खेमे के नेता और पंजाब के कैबिनेट मंत्री तृप्ति इंदर बाजवा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटा देना चाहिए और पंजाब में नया चेहरा लाना चाहिए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सिद्धू खेमे से 4 कैबिनेट मंत्रियों और एक विधायक का डेलिगेशन नियुक्त किया गया है जो दिल्ली जाकर आलाकमान से मुलाकात करेगा।
नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने अब एक और विवाद को जन्म दे दिया है। माली ने सोशल मीडिया पर पूर्व पीएम इंदिरा गांधी से जुड़ा विवादित स्केच शेयर किया है।
इंडिया टीवी से बात करते हुए सिद्धार्थ मल्होत्रा ने अपनी फिल्म 'शेरशाह' के बारे में बात की और बताया कि उनकी जिंदगी जीना मेरे लिए गर्व की बात।
राज्य सरकार ने इससे पहले कर्जमाफी योजना के तहत 5.85 लाख छोटे और सीमांत किसानों के लिए 4,700 करोड़ रुपये को माफ कर दिया था।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को केंद्र सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान का प्रभुत्व भारत के लिए अशुभ संकेत है।
रावत का चंडीगढ़ दौरा आने वाले दिनों में पंजाब मंत्रिमंडल में होने वाले संभावित फेरबदल के मद्देनजर भी मायने रखता है। राज्य मंत्रिमंडल में एक पद खाली है।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक के दौरान अपने राज्य के लिए प्राथमिकता के आधार पर कोविड-19 रोधी टीके की 55 लाख खुराक की आपूर्ति की मांग की।
पंजाब मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर चल रही चर्चा के बीच मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई मुलाकात के बाद अमरिंदर ने कहा कि इस बैठक के दौरान राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई और यह मुलाकात संतोषजनक रही।
इंडिया टीवी डिजिटल संवाददाता ज्योति जायसवाल से बातचीत के दौरान शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के भाई विशाल बत्रा ने बताया कि कैसे विक्रम बत्रा आर्मी से जुड़े।
इंडिया टीवी डिजिटल संवाददाता ज्योति जायसवाल से बातचीत के दौरान विशाल बत्रा ने बताया कि उनके जुड़वा भाई और शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा 'दिल मांगे मोर' क्यों कहा करते थे? विशाल बत्रा ने अपने भाई द्वारा लिखी चिट्ठियों के बारे में भी बात की।
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