हाल में हुए एक शोध में ये बात सामने आई कि पहले जन्मदिन तक अत्यंत साफ-सुथरे परिवेश में रखने से नवजात बच्चों में ल्यूकेमिया का खतरा बढ़ सकता है। यह बचपन में होने वाले कैंसर का आम प्रकार है।
चाय की पत्तियों से प्राप्त नैनोपार्टिकल्स फेफड़ों की कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोक सकते है और उनमें से 80 प्रतिशत तक को नष्ट कर सकते है। भारतीय और ब्रिटिश वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक अध्ययन में यह पाया है।
तरबूज में भरपूर मात्रा में थैमाइन, रिबोफ़्लिविन, नियासिन, विटामिन बी -6, फोलेट, पैंटोथेनिक एसिड, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, जस्ता, तांबे, मैंगनीज, सेलेनियम, कोलीन, लाइकोपीन और बीटेन पाया जाता हैं। जो कि स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
नाश्ते में हम में से ज्यादातर लोग जल्दी के चक्कर में ब्रेड टोस्ट लेते हैं और उसमें जैम या बटर लगाकर अपनी भूख शांत कर लेते है, लेकिन आप ये बात नहीं जानते है कि यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसी तरह जला आलू भी सेहत के लिए खतरनाक होती है।
स्ट्रा में मौजूद प्लास्टिक में कई नुकसानदायक पदार्थ पाए जाते हैं। कई स्ट्रॉ में तो पॉलीप्रोपाइलीन और बिसफिनॉल ए भी पाया जाता है जो आपको मोटापे और कैंसर के साथ-साथ दांत संबंधी कई समस्याओं को जन्म देता है।
ब्लड कैंसर बहुत ही घातक बीमारी है। ब्लड कैंसर के लक्षण के बारे में हर व्यक्ति को पता होना चाहिए। आज कल की भागदौड़ वाली जिंदगी में किसी भी व्यक्ति को कोई भी समस्या कभी भी हो सकती है। इसलिए बहुत जरूरी है कि आपको ब्लड कैंसर के बारे में पूरी जानकारी हो।
ब्लैडर कैसर में की गई एक स्टडी के अनुसार यह कैंसर ज्यादातर 60 साल से ऊपर उम्र की पुरुषों को होता है। ऐसा नहीं है कि यह केवल पुरुषों को ही होता है ब्लिक यह महिलाओं में ज्यादा पाया गया है। जानिए इसका कारण, लक्षण और ट्रिटमेंट के बारें में।
एक इंटरनेशनल शोध के अनुसार आउटडोर एलईडी स्क्रीन्स से निकलने वाली ब्लू रोशनी आपको शरीर के कई हिस्सों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी दे सकता है।
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका पता तब चलता है जब वह अंतिम स्टेज पर पहुंच जाता है। कैंसर को लेकर अक्सर एक बात कही जाती है कि इस बीमारी का पता शुरु में नहीं चलता लेकिन जब तक इसका पता चलता है तब तक ये गंभीर रुप में पहुंच जाती है।
वैज्ञानिकों ने एक ऐसे प्रोटीन की पहचान की है जिसके तेजी से दूसरे अंगों तक फैलने वाले ब्रेस्टकैंसर से जुड़े होने के ठोस प्रमाण मिलते हैं। वैज्ञानिक इस प्रोटीन के जरिए भविष्य में इस घातक बीमारी के कारगर इलाज तलाश कर सकते हैं।
गर्मी में ज्यादातर लोग सलाद के रूप में या वैसे भी खीरा खाते हैं। ये तो सभी को पता है कि खीरा खाने से बॉडी हाइड्रेटेड रहती है। गर्मी में ज्यादा से ज्यादा खीरे का सेवन करने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती।
सर्वाइकल कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा 16 से 30 वर्ष आयुवर्ग की महिलाओं में होता है। महिलाओं में आम तौर पर पाया जाने वाला एचपीवी (ह्यूमन पेपीलोमा वायरस) जल्दी ठीक हो जाता है लेकिन गंभीर रूप लेने पर आगे जाकर सर्वाइकल कैंसर का कारण बनता है। जानिए लक्षण और कैसे करें रोकथाम के बारें में
कैंसर की इस तरह की दवाएं मरीजों के लिए लाभदायक साबित हो सकती हैं, यह उन मरीजों के लिए एक नया विकल्प हो सकता है जिन पर वर्तमान का कोई उपचार काम नहीं कर रहा हो।
यह खबर तब उछली जब एक पत्रकार ने इरफान खान की तबीयत पर ट्वीट किया कि उन्हें लास्ट स्टेज पर कैंसर है और डॉक्टरों के मुताबिक अब उनके पास एक महीने से भी कम समय है। इसके बाद ये खबरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गईं। हालांकि पत्रकार ने बाद में वो ट्वीट डिलीट कर दिया।
आज के समय में कैंसर एक गंभीर बीमारी बनकर उभर रही है। जिसका तोड़ अबी किसी के पास नहीं है। शोधकर्ता कैंसर की बीमारी से निजात दिलाने वाली दवाओं को लेकर हमेशा ही शोध करते रहेत है। हाल में एक शोध सामने आया जिसमें ये बात सामने आई कि बेरी में पाई जाने वाली खास चीज कैंसर से निजात दिला सकती है।
दुनियाभर में समस्या बनकर उभरी 'क्रोनिक किडनी डिजीज' (सीकेडी) का समय पर इलाज न होने से असमय मृत्यु के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
वर्ल्ड हेल्थ डे: कैंसर दुनिया की एक ऐसी बीमारी है। करोड़ों लोग इस बीमारी के शिकार है। इतना ही नहीं इस बीमारी के कारण हर साल लाखों लोग मरते है। इसलिए जरुरी है कि इसके लक्षणों और कारण को जानकर इससे बचाव किया जा सके। जानिए इसके बारें में हर एक बात...
एक्टर कमाल आर खान यानी KKR ने ट्विटर पर लिखा है कि उन्हें पेट का कैंसर है जो तीसरे स्टेज पर है, साथ ही उन्होंने यह भी लिखा है कि उनके पास सिर्फ 1 से 2 साल का ही वक्त है। जानिए क्या है पेट का कैंसर, लक्षण, कारण और बचने के उपाय...
WHO के अनुासर एक साल में लगभग 6 मिलियन लोग धूम्रपान करने से व्यर्थ में अपनी जान गंवा देते हैं। लेकिन आप इस लत से निजात नहीं पा रहे है, तो कुछ ऐसे समय के बारें में बता रहे है। जिस समय भूलकर भी स्मोकिंग नहीं करना चाहिए। यह सेहत के लिए दोगुना नुकसान होता है।
क्या आपके ऊंटनी के दूध का सेवन किया है। जी हां यह सभी से ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। यह आपको कई बीमारियों से बचाता है। साथ ही आपकी इम्यूनिटी सिस्टम को ठीक रखता है। एक शोध के अनुसार अगर किसी कम दिमाग वाले बच्चे को ऊंटनी का दूध पिलाया जाएं, तो कुछ ही दिनों में असर नजर आ जाएगा। रोजाना बस एक कप दूध पीने से कई बीमारियों से निजात मिलेगा।
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