Causes of Cancer: डॉक्टरों का मानना है कि कैंसर होने के दो कारक हैं - एक आंतरिक और दूसरा बाह्य कारक। जिसके जरिए कैंसर के सेल हमारे शरीर में घर कर जाते हैं।
आयुष्मान और ताहिरा बचपन के दोस्त हैं, दोनों ने लंबे समय तक एक दूसरे को डेट करने के बाद शादी कर ली।
हाल ही में सामने आई रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि दूसरे देशों की तुलना में भारत में ब्रेस्ट कैंसर के मामले कई गुना बढ़ गए हैं।
इन अंगों में कैंसर वाले रोगियों मेंसे करीब आधे की 12 माह के अंदर मौत हो जाती है।“इन अंगों के कैंसर के दो तिहाई मामले के लिए तम्बाकू, सुपारी एवं मदिरा के सेवन जिम्मेदार है।
कैंसर की शुरुआती लक्षण शरीर में दिखाई देती है लेकिन हम इसे इग्नोर कर देते हैं। क्योंकि कैंसर के लक्षण को लेकर अक्सर एक बात कही जाती है कि यह शुरुआत में आपको छोटी बीमारी के रूप में दिख सकती है लेकिन समय बितने के साथ ये गंभीर रूप ले लेती है।
शरीर कई प्रकार के सेल्स से बना होता है। शरीर की कोशिकाएं जरूरत के हिसाब से टूटती है और विभाजित होती है। कई बार ऐसा होता है कि इन कोशिकाओं की जरूरत नहीं होती फिर भी इनका बनना जारी रहता है। जब यही कोशिकाएं जरूरर से ज्यादा बनती है तो कैंसर का रूप ले लेती है।
टूथपेस्ट व हाथ धोने के साबुन सहित दूसरे उपभोक्ता उत्पादों में जीवाणुरोधी (एंटीबैक्टीरियल) व कवकरोधी (एंटीफंगल) ट्राइक्लोसन के इस्तेमाल से कोलन (बड़ी आंत) में सूजन व कैंसर पैदा हो सकता है। शोध के दौरान ट्राइक्लोसन का प्रयोग चूहों पर किया गया।
कैंसर का खतरा को हम आसानी से कम कर सकते है। लेकिन उसके लिए सबसे पहले हमें अपने खानपान और लाइफस्टाईल में कुछ खास चीजों को शामिल करनी होगी।
किंग ऑफ स्पाइस या ब्लैक पेपर नाम से प्रचलित काली मिर्च भोजन में इस्तेमाल किए जाने वाले गर्म मसाले का अहम् हिस्सा है। काली मिर्च हमारे भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाती, कई बीमारियों के इलाज में सहायक साबित होती है।
जिगर में अनियंत्रित कैंसर कोशिकाओं के प्रसार की रोकथाम करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक खास तरह के प्रोटीन की खोज की है। कैंसर-रोधी इस प्रोटीन को एलएचपीपी नाम दिया गया है।
भारत में सर्वाइकल कैंसर से हर साल 74 हजार महिलाओं की मौत के मद्देनजर महिलाओं को इस खतरे से जागरूक करने के लिए प्रिवेंटिव हेल्थकेयर एक्सपर्ट और इंडस हेल्थ प्लस प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक कंचन नायकवाड़ी ने कुछ उपाय सुझाए हैं।
एमएसडी ने कहा है कि उसने एडवांस्ड मेलेनोमा (कैंसर) के इलाज के लिए भारत में कीट्रूडा (Keytruda) दवा उतारी है।
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