भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद को लेकर काफी चर्चा हो रही है। ट्रूडो के बयान पर भारत ने करारा जवाब दिया है। दोनों देशों ने एक दूसरे के एक एक राजनयिक को भी निष्कासित कर दिया है। इसी बीच कनाडा के उपसेना प्रमुख मेजर जनरल पीटर स्कॉट ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है।
भारत सरकार के विरोध में अनर्गल बयान देने पर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो अपने देश में ही नहीं, बल्कि अपनी सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के विरोध का सामना कर रहे हैं। कनाडा की सत्तारूढ़ पार्टी के नेता रमेश संघा ने खुलकर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का विरोध किया है। उन्होंने भारत का समर्थन में बड़ी बात कही है।
कनाडा में खालिस्तानी संगठन धड़ल्ले से अपने नापाक इरादों को अंजाम देने के लिए बड़ी रणनीति तैयार कर रहे हैं। इसके लिए वह भोले-भाले सिख युवाओं को बरगला रहे हैं और उन्हें काम देने के बहाने अपनी साजिश में शामिल कर रहे हैं।
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो अपने बयान और अपने फैसलो के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी झेल रहे हैं। भारत के विदेश मंत्री जयशंकर के बाद रूस ने भी कनाडा को फटकार लगाई है। जानिए क्या है पूरा मामला?
खालिस्तानी आतंकी सुक्खा की हत्या के साथ ही अर्शदीप डल्ला की भी हत्या की साजिश रची गई थी। हमलावरों को यह पहले से पता था कि उस समय अर्शदीप भी फ्लैट में मौजूद है। हालांकि हमले से कुछ देर पहले ही अर्शदीप वहां से निकल गया, जिसके बाद सुक्खा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
भारत के खिलाफ सदन में बयान देने के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की किरकिरी का सिलसिला अभी रूका ही नहीं था कि ट्रूडो एक और मुसीबत में फंस गए हैं। उन्होंने कुछ ऐसा किया है जिसपर अब नेता प्रतिपक्ष की प्रतिक्रिया आई है।
भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद पर पश्चिमी देश फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं। वह कनाडा और भारत दोनों के साथ अपने संबंधों को बिगाड़ना नहीं चाहते। जबकि कनाडा के पीएम कई बार पश्चिमी देशों पर भारत के खिलाफ बोलने का दबाव बना चुके हैं। मगर पश्चिमी देशों ने भारत से सिर्फ जांच में सहयोग करने की बात कही है।
रूस-यूक्रेन युद्ध लंबा खिंचने से पश्चमी देशों में हताशा हावी होने लगी है। यूक्रेन की मदद करते-करते वह सभी कंगाल हो रहे हैं। अब वह और अधिक सहायता कर पाने में समर्थ नहीं हैं। मगर यूक्रेन को रूस से जंग जारी रखने के लिए अभी लगातार मदद की जरूरत है। इसलिए जेलेंस्की फिर समर्थन जुटा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ‘अंतरराष्ट्रीय अधिवक्ता सम्मेलन 2023’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत पर दुनिया का भरोसा बढ़ रहा है। इस मौके पर पीएम ने चंद्रयान 3 मिशन की सफलता और नारी शक्ति वंदन अधिनियम का भी जिक्र किया।
कनाडा में हुए निज्जर हत्याकांड पर ब्रिटिश कोलंबिया के प्रीमियर डेविड एबी का बयान सुनकर लगता है कि उनके पास भी वही जानकारी है, जो इंटरनेट पर मौजूद है। इससे ज्यादा उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं है।
भारत द्वारा कनाडा की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पोल खोल दिए जाने पर जस्टिन ट्रुडो घबरा गए हैं। भारत ने पश्चिमी देशों के सामने आतंकियों को समर्थन देने वाले कनाडा की पूरी सच्चाई सामने रख दी । हाल में खालिस्तानियों द्वारा हिंदुओं को मिली धमकी का भी हवाला दिया। इसके बाद कनाडा को बयान जारी करना पड़ा।
पंजाब के मोगा के गांव डल्ला का रहने वाला अर्शदीप ISI के इशारे पर आतंकी मॉड्यूल को चलाता है। वह हरदीप सिंह निज्जर का करीबी भी है और पंजाब में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है।
भारत और कनाडा के बीच तनाव चरम पर है। एक ओर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो उलटे सीधे बयान दिए जा रहे हैं तो दूसरी ओर भारत भी उनकी हर बात पर करारा जवाब देते हुए कार्रवाई कर रहा है। अब इसी क्रम में एक और बड़ा कदम उठाया गया है।
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रुडो हमेशा खालिस्तान के समर्थक रहे हैं। खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या मामले में उन्होंने भारत पर आरोप फाइव आईज की एक सहयोगी के दावे के आधार पर लगाया। सीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है। कहा गया है कि इस संबंध में कनाडाई अधिकारी कई बार भारत आए।
कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने आरोप लगाया है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनकी लिबरल पार्टी खालिस्तानियों से पैसे लेते हैं और उन्हें अपने देश में शरण देते हैं।
कनाडा के विनिपेग शहर में मारे गए गैंगस्टर सुखदुल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की मौत की कनाडाई पुलिस ने पुष्टि कर दी है। बुधवार की रात अज्ञात हमलावरों ने पंजाब के वॉन्टेड क्रिमिनल दुनेके की हत्या कर दी थी।
भारत ने कनाडा के मनगढ़ंत आरोपों पर बेहद सख्त रुख अपनाया है। कनाडा को उसके मित्र देशों के ही सामने बेनकाब करने के लिए भारत ने अपने पश्चिमी सहयोगियों से बात की है। भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया जैसे मित्र देशों को कनाडा की धरती पर भारत विरोधी साजिश से अवगत कराया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कनाडा मामले पर संसद के अंदर चर्चा कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कल संसद के विशेष सत्र का आखिरी दिन है। सरकार से मांग करता हूं कि वह इस मुद्दे पर सदन में चर्चा कराए।
NIA की हिट लिस्ट में शामिल आतंकी आरसी-38/2022,आरसी-39/2022/एनआईए/डीएलआई में आरोपी हैं। इनसे जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी देने के लिए जांच एजेंसी ने एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया है, जिसपर कोई भी व्यक्ति इनसे जुड़ी जानकारी साझा कर सकता है।
वहीं इस मसले पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कनाडा इस ममाले में राजनीति कर रहा है और निज्जर की हत्या को लेकर अब तक उसने भारत के साथ कोई भी जानकारी साझा नहीं की है। इसके अलावा हमने वाहन रह रहे कई आतंकियों को लेकर जानकारी साझा की है लेकिन उस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया।
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